Raj Sharma Stories जलती चट्टान
08-13-2020, 12:56 PM,
#10
RE: Raj Sharma Stories जलती चट्टान
‘पदवी तो बड़ी है भैया, परंतु आयु छोटी।’

और दोनों जोर-जोर से हँसने लगे। कुंदन हँसी रोककर बोला-‘क्यों राजन आज की रात भी स्वर्ग की सीढ़ियों पर बीतेगी?’

‘आशा तो यही है।’

‘देखो... कहीं पूजा करते-करते देवता बन बैठे तो हम गरीब इंसानों को न भुला देना।’ वह मुस्कुराता हुआ फाटक की ओर बढ़ गया। राजन अपने काम की ओर लपका और फिर से कोयले की थैलियों को नीचे भेजना आरंभ कर दिया।

आखिर छुट्टी की घंटी हुई। प्रतिदिन की तरह माधो से छुट्टी पाकर राजन सीधा कुंदन के यहाँ पहुँचा। कपड़े बदलकर होटल का रास्ता लिया। उसने अपने भोजन का प्रबंध वहाँ के सराय के होटल में कर लिया था। वहाँ उसके कई साथी भी भोजन करते थे।

आज वह समय से पहले ही मंदिर पहुँच गया और सीढ़ियों पर बैठा उस पुजारिन की राह देखने लगा। पूजा का समय होते ही मंदिर की घंटियाँ बजने लगीं। हर छोटी-से-छोटी आहट पर राजन के कान सतर्क हो उठते थे। परंतु उसके हृदय में बसने वाली वह पुजारिन लौटकर न आई! न आई!!

पर उस मन का क्या करे? कैसे समझाए उसे?

वह प्रतिदिन साँझ के धुँधले प्रकाश में पूजा के समय प्रतिदिन सीढ़ियों पर जा बैठता था। इसी प्रकार पुजारिन की राह देखते-देखते चार दिन बीत गए। वह न लौटी। धीरे-धीरे राजन का भ्रम एक विश्वास-सा बन गया कि वह स्वप्न था, जो उसने उस रात्रि में उन सीढ़ियों पर देखा था।

एक दिन संध्या के समय जब वह सीढ़ियों पर लेटा आकाश में बिखरे घन खंडों को देख रहा था तो आपस में मिलकर भांति-भांति की आकृतियां बनाते और फिर बिखर जाते थे, तो फिर उसके कानों में वही रुन-झुन सुनाई पड़ी। आहट हुई और स्वयं पुजारिन धीरे-धीरे पग रखती हुई सीढ़ियों पर चढ़ने लगी।

आज भी उसके हाथ में फूल थे। उसने तिरछी दृष्टि से राजन की ओर देखा और मुस्कुराती हुई मंदिर की ओर बढ़ गई।

वह सोचने लगा, यह तो भ्रम नहीं सत्य है।

यह जाँचकर वह ऐसा अनुभव करने लगा, मानो उसने अपनी खोई संपत्ति पा ली हो और बेचैनी से उसके लौटने की प्रतीक्षा करने लगा। उसकी दृष्टि ऊपर वाली सीढ़ी पर टिकी हुई थी और कान पायल की झंकार को सुनने को उतावले हो रहे थे। आज वह उसे अवश्य रोककर पूछेगा। परंतु क्या?
वह सोच रहा था कि उसके कानों में वह रुन-झुन गूँज उठी, पुजारिन राजन के समीप पहुँचते ही एक पल के लिए रुक गई। एक बार पलटकर देखा और फिर सीढ़ियाँ उतरने लगी। राजन की जिह्वा तालू से चिपक गई थी, परंतु जब उसने इस प्रकार जाते देखा तो बोल उठा, ‘सुनिए!’

वह रुक गई। राजन शीघ्रता से सीढ़ियाँ उतरते हुए उसके निकट जा पहुँचा। वह चुपचाप खड़ी राजन के मुख की ओर अचल नयनों से देख रही थी।

‘क्या तुम यहाँ पूजा के लिए प्रतिदिन आती हो?’

‘क्या तुम प्रतिदिन यहाँ बैठकर मेरी राह देखते हो?’

‘राह? नहीं तो, परंतु यह तुमने कैसे जाना?’

‘ठीक वैसे ही जिस तरह तुम यह जान गए कि मैं यहाँ प्रतिदिन आती हूँ।’

‘परंतु तुम तो चार दिन से यहाँ नहीं आयीं।’

‘तुम मेरी राह नहीं देखते तो यह सब कैसे जान गए?’

‘प्रतिदिन इधर घूमने आता हूँ। कभी देखा नहीं तो सोचा कि तुमने आना छोड़ दिया और वह भी शायद मेरे कारण।’

‘भला वह क्यों?’

‘आँचल जो पकड़ लिया था।’

‘तुम समझते हो कि मैं डर गई।’ कहकर वह दबी हँसी हँसने लगी।
Reply


Messages In This Thread
RE: Raj Sharma Stories जलती चट्टान - by desiaks - 08-13-2020, 12:56 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,484,302 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,556 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,225,147 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 926,589 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,644,395 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,072,508 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,937,225 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,011,547 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,014,754 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,248 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 5 Guest(s)