RE: Bahan Sex Story प्यारी बहना की चुदास
और मुंह का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी, मेरा लंड अब झड़ने के करीब था और ज्योति दीदी पूरे गति से मुखमैथुन कर रही थी तो मेरे मुंह से सिसकियां निकल रही थी।
मैं – आह ओह ज्योति मेरा लन्ड मुंह से निकालो ना वरना मुंह में ही वीर्य झाड़ दूंगा।
लेकिन ज्योति मेरे लंड को चूसती रही और मेरा लंड उसकी मुंह में वीर्यपात करा दिया और वो साली रण्डी मेरे वीर्य को पीकर चेहरा ऊपर करके बोली।
ज्योति दीदी – आज पहली बार लड़की के साथ मजे कर रहे हो ?
मैं – हां लेकिन आपको कैसे पता चला ?
ज्योति दीदी – इतनी जल्दी झड़ गए, मेरे बुर की खुजली कौन मिटाएगा।
मै बेड पर से उठा और फिर ज्योति दीदी को लिटाया, उनके बुर पर मुंह लगाकर बुर से निकले रस को जीभ से चाटने लग गया। उसकी बुर के रस को कुछ देर तक चाटा और फिर दोनों वाशरूम चले गए।
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कौशल के साथ उसकी बहन ने जबरदस्ती सेक्स किया था, अलग बात है कि मुझे भी उसके नग्न जिस्म से खेलने में आनंद आया था। लेकिन सच पूछो तो मैं ज्योति दीदी की गरम जवानी को ठंडा नहीं कर पाया था, बल्कि मेरा लंड ही ठंडा पड़ चुका था।
ज्योति दीदी ज्योति २३ साल की मदमस्त जवानी है, जिसके संतरे समान स्तन देख मुंह मै पानी आ जाए। तो उसके गोल गुंबदाकार गान्ड देख लंड फन फना उठे, वो काम की मूरत है।
लेकिन उसके कपड़े हमेशा उसके पूरे तन को ढक्ती है। अगले सुबह ज्योति मुझे देख मुस्कुरा रही थी, तो मै शर्म से नजरें चुरा रहा था। रविवार होने की वजह से हम दोनों घर पर ही थे, और फिर नाश्ता करने के बाद ज्योति मेरे कमरे में आई और मुझे बोली।
ज्योति – क्या हो रहा है कौशल ?
कौशल – मैं मोबाइल में न्यूज पढ़ रहा हूं, क्यों कुछ काम है क्या ?
ज्योति – काम ही तो है कौशल, काम कला करने की इच्छा हो रही है।
कौशल – धीरे बोलो कहीं मम्मी सुन ली ना।
ज्योति- अरे पागल मम्मी और पापा अपने-अपने काम में व्यस्त है। ये कहते हुए ज्योति मेरे बिस्तर पर बैठ गई, और मेरे हाथ से मोबाइल लेकर पास के टेबल पर रख दिया।
मै ज्योति दीदी के हरकत से अचंभित था, कि आखिर मम्मी पापा के घर में होते हुए वो क्यों मुझे छेड़ रही है।
तभी ज्योति मेरे बरमूडा को कमर से नीचे खिंस्का दिया और मेरे नग्न लंड को थामकर चूमने लग गयी। बिस्तर पर लेटा हुआ ज्योति दीदी के होंठो का मजा अपने लंड पर ले रहा था।
तभी मै बेड पर अर्धरूप से बैठ गया और उसके टॉप्स को गले की ओर करके उसके नग्न बूब्स को दबाने लग गया। ज्योति मुझसे नजर मिलाते हुए लंड को अपने मुंह में ले रही थी, और उसको चूसने में मस्त थी।
मै भी उसके स्तन को मसलता हुआ मजे ले रहा था, अब वो लंड को मुंह का झटका देने लग गयी। तो मै उसके सर पर हाथ रखे अपने चूतड़ को ऊपर नीचे करते हुए लंड से ज्योति के मुंह को चोदने लग गया। जबकि दूसरे हाथ से मैं उसके चूची को मसल रहा था।
कुछ देर बाद ज्योति लंड को बाहर निकाली और जीभ उस पर फेरते हुए लंड चाटने लग गयी। मेरा मूसल लंड टाईट हो चुका था और ज्योति अब सीधे बिस्तर पर बैठकर अपने टॉप्स को उतार देती है, तो उसके नग्न बूब्स को मै दबाने लगा।
ज्योति – अबे बुद्ध चूची चूस ना, इसे मसल क्यो रहा है।,साला बिल्कुल गवार कहीं का।
और ज्योति बेशर्म लड़की की तरह बेड पर लेट गई, और मै उसके बदन पर ओंध्कर चूची को मुंह में लेने लग गया। और चूची चूसते हुए दूसरे स्तन को मसलने लगा, तो वो मेरे बाल पर हाथ फेरते हुए बोली।
ज्योति – आह ओह अब दूसरी चूची चूस ना।
मै चूची निकाल कर बोला – ज्योति मम्मी पापा देख लिए तो?
ज्योति – वो दोनो दो तीन घंटे के लिए बाज़ार गए है।
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