RE: Sex kahani मासूमियत का अंत
थोड़ी देर तक वो ऐसे ही मेरे बूब्स के बीच चुम्मा चाटी करता रहा और आहें भरता रहा। फिर मैं अलग हो गयी और उसके कपड़े उतार दिये, फिर उसका कच्छा भी उतार के फेंक दिया।
उसका लंड ठीक से खड़ा नहीं हुआ था तो मैं उसे उत्तेजित करने के लिए थोड़ा और सेक्सी डांस करने लगी। मैंने अपनी स्कर्ट भी उतार दी।
अब कमरे में एक पूरे नंगे लड़के के आगे एक सेक्सी लड़की काली बिकनी में सेक्सी डांस कर रही थी। शायद हर्षिल मूड में नहीं आ पा रहा था क्योंकि उसका लंड अब भी ढीला सा ही था।
मैंने उसको कहा- पैर लटका के बैठ जाओ बेड पर! वो बैठ गया।
मैं डांस करते हुए उसके पास आई और उसके लंड को सहलाने लगी; पर जल्दी ही समझ गयी आज तो मुंह से चूस के ही खड़ा होगा. तो मैंने उसके लंड के टोपे को किस किया और अपने हाथ से पकड़ से हल्की हल्की मुठ लगाने लगी।
मैंने फिर आधे से ज्यादा लंड मुंह में लेके चूसना शुरू किया जैसे कुल्फी चूसते हैं। हर्षिल ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगा; उसका लंड अब अपने उफान पे आ गया और पूरा तन गया किसी मोटे डंडे की तरह।
उसने कहा- प्लीज सुहानी, ऐसे ही चूसती रहो, बहुत मजा आ रहा है।
मैं और लगन से चूसने लगी, हर्षिल सातवें आसमान पे था, उसका मुंह छत के पंखे की तरफ था और आँखें बंद … मेरा ऐसा चूसना उसे बहुत उत्तेजित किए जा रहा था। पर मुझे ये डर भी था कि कहीं ये ऐसे ही चूसते हुए न झड़ जाये, वरना मेरी चुदाई नहीं हो पाती।
मैंने कहा- अब काफी हुआ, ये अब तुम मेरी चूत चाटो जीभ से।
और मैंने ब्रा पैंटी भी उतार दी।
मेरी चिकनी गोरी टाँगें देख के हर्षिल का जोश बढ़ता जा रहा था। मैं खड़ी हो गयी और उसके मुंह के पास अपनी चूत ले जा के टिका दी और उसका मुंह अपनी टाँगों के बीच दबा दिया। मुझे बड़ा सुख मिला, वो मेरी चूत जीभ से चाटने लगा किसी कुत्ते की तरह।
उसके बाद उसने मुझे बेड से लटका के बिठाया और मेरी चूत का द्वार खोल के जीभ से ही अंदर बाहर करने लगा। मुझे बहुत मजा आ रहा था। मैं आआ आह उम्म्ह… अहह… हय… याह… आआआह करके साँसें भरने लगी और वो जीभ फिराये जा रहा था।
मेरी चूत गीली और चिकनी हो चली थी, मैं उसका 7 इंच का मोटा लंड लेने को तैयार थी, मैंने कहा- अब डाल दो जान … बर्दाश्त नहीं हो रहा!
वो मेरे सामने खड़ा हो गया और लंड मेरी चूत के द्वार पे रख के डालने की कोशिश करने लगा। हालांकि मैंने पिछले हफ्ते ही सील तुड़वाई थी और उस दिन चुदवा चुदवा के चूत थोड़ी बड़ी हो भी गयी थी पर एक हफ्ते के गैप की वजह से फिर से टाइट हो गयी थी। उसके लंड का मुंह बड़ा था तो एकदम से जा नहीं पा रहा था।
उसने कहा- उफ़्फ़ … तेरी चूत बड़ी शैतान है, इतनी टाइट है कि लोडा आसानी से नहीं जाता।
मैंने कहा- कोई बात नहीं जानू … तुमसे 8-10 बार चुद के खुल जाएगी।
उसने कहा- ऐसे नहीं खुलेगी, उसके लिए रोज़ कम से कम एक बार या तो चुद लिया कर या फिर नकली लंड मंगा ले ऑनलाइन, उससे चुदा कर हॉस्टल में।
मैंने कहा- बाद की बाद में देखेंगे, अभी तुम ही चोदो।
उसने कहा- ठीक है, थोड़ा दर्द बर्दाश्त करना।
मैंने कहा- ऐसा करो, एकदम से डाल दो उस दिन की तरह, धीरे धीरे दर्द सहने से अच्छा है एक झटके में ही सारा दर्द दे दो।
उसने कहा- आज तेल नहीं लगाया है तो मुश्किल से जा रहा है। चलो कोशिश करता हूँ।
उसने कहा- ऐसे नहीं खुलेगी, उसके लिए रोज़ कम से कम एक बार या तो चुद लिया कर या फिर नकली लंड मंगा ले ऑनलाइन, उससे चुदा कर हॉस्टल में।
मैंने कहा- बाद की बाद में देखेंगे, अभी तुम ही चोदो।
उसने कहा- ठीक है, थोड़ा दर्द बर्दाश्त करना।
मैंने कहा- ऐसा करो, एकदम से डाल दो उस दिन की तरह, धीरे धीरे दर्द सहने से अच्छा है एक झटके में ही सारा दर्द दे दो।
उसने कहा- आज तेल नहीं लगाया है तो मुश्किल से जा रहा है। चलो कोशिश करता हूँ।
मैंने अपनी कमर के नीचे तकिया लगाया और टाँगें खोल के चूत चौड़ी कर ली लंड लेने के लिए।
हर्षिल मेरे ऊपर आया और मेरी बगल में हाथ रख के लंड लो चुत के छेद पे रखा और कहा- तैयार हो?
मैंने हाँ में सिर हिलाया।
फिर एकदम से एक झटके में हर्षिल ने अपनी पूरी ताकत से अपना गर्म लंड मेरी चूत में उतार दिया। मेरा मुंह दर्द से खुला रह गया और ज़ोर की आआ आआआह की सिसकारी निकली, मेरी आँखों में दर्द के कारण आँसू आ गए, मैंने होंठ दाँतों से दबा लिए थे।
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