RE: Antarvasna कामूकता की इंतेहा
दरअसल उसका ध्यान मुझमें बिल्कुल नहीं था, ऐसा लग रहा था जैसे मेरी फुद्दी से कोई पुरानी दुश्मनी निकाल रहा हो। इतनी ताबड़तोड़ चुदाई … वो भी घोड़ी बनकर … मैंने सोची तक नहीं थी।तभी चोदते चोदते उसके दिमाग में पता नहीं क्या आया कि उसने रुक कर गर्दन को नीचे धकेल दिया और मेरी कोहनियों को सीधा कर दिया, टाँगें जो पूरी तरह फैली हुईं थी उन्हें थोड़ा सा आपस में जोड़ दिया और खुद दोनों पैरों के सहारे आधा खड़ा हो गया। मेरी हालत यह थी कि मुँह बेड के गद्दे में धंस गया और बांहें सीधी होकर बेड के नीचे लटकने लगी।
इसके बाद ढिल्लों ने आधा खड़ा होकर फुद्दी में फड़ाच से लौड़ा धकेल दिया और इसी तरह मेरी ताबड़तोड़ चुदाई करने लगा। इस ज़बरदस्त चुदाई से मैं और मस्त हो गयी और जितना हिल सकती, हिल हिल के उसके तूफानी घस्सों का साथ देने लगी। मेरे मुंह से एक बार फिर तरह तरह की आवाज़ें निकल रही थी।
इसी तरह मैं आधा घण्टा घोड़ी की तरह की तरह चुदती और 2-3 बार बहुत बुरे तरीके से झड़ी। ढिल्लों को मेरे दूसरे जिस्म से कोई मतलब नहीं था वो तो बस मेरा मेरा बड़ा पिछवाड़ा पकड़ के दे दनादन मेरी फुद्दी की धज्जियां उड़ाता रहा।
इस खतरनाक हो रही चुदाई से अब मेरे हाथ खड़े होने हो वाले थे कि ढिल्लों ने पूरा जोर लगातार हांफते हुए अपनी रफ्तार बुलेट ट्रेन की तरह तेज़ कर दी और अपनी दो उंगलियां थूक से गीली करके मेरी गांड में पेल दीं और बोला- अगली बार इसका भी उद्घाटन करूँगा, बड़ी टाइट गांड है घोड़ीए।
तभी वो जोश में आकर झड़ने लगा और अपना बेहद गर्म लावा मेरी बच्चेदानी तक भर दिया। किसी मर्द के मेरे अंदर इस झड़ने को मैं पहली बार महसूस कर रही थी। उसके झड़ने के बाद मेरी जान में जान आयी और इसके बाद उसी तरह बेड पर औंधे मुँह लेटी रही।
इसके पांच मिनट बाद ढिल्लों ने मुझे उठाया और अपनी बगल में लिटा लिया।रात का 1 बज गया था। इसी तरह लेटे लेटे 10-15 मिनट के बाद ढिल्लों बोला- ले अफीम खा ले अगर थक गई है तो, अभी 2-3 बार और चुदेगी तू!
यह सुन कर मेरे तो तोते उड़ गए और मैंने उसके सामने हाथ बांध दिए और कहा- बस ढिल्लों, पहले ही तूने मुझे बहुत उधेड़ दिया है, मेरी मिन्नत है अब नहीं चुद पाऊँगी यार, तसल्ली हो गयी पूरी तरह। बाकी कसर अगले पेपर वाले दिन निकाल लेना। फुद्दी को भोसड़ा तो बना दिया है।मेरी बात सुन कर ढिल्लों हंस पड़ा- अभी तो शुरुआत है मेरी जान, ले अफीम खा ले और हो जा तैयार, चल!
मैं फिर उस सांड की मिन्नतें करने लगी कि अब और चूत नहीं दे पाऊँगी- मेरी फुद्दी भी छिल गई है यार … अगर और चुदी तो बाहर निकल आएगी। और सुबह मेरा पेपर भी है। अगर मेरे पति को पता चल गया तो दोनों इससे भी जाएंगे। प्लीज मेरी बात मान लो और मुझे मेरे रूम में छोड़ आओ, अब तो बहुत नींद भी आने लगी है।
पति की बात सुनकर ढिल्लों ढीला पड़ गया और बोला- एक वादे पे छोड़ कर आऊंगा?मैंने पूछा- क्या?तो वो बोला- अगली बार कोई भी बहाना बना कर लहंगा चोली पहन कर और पार्लर से तैयार होकर आना है, मैं तुझे एक शादी में लेकर जाऊंगा, उसके बाद पहाड़ों पे चलेंगे। तीन दिन पहले आ जाना पेपर से, ठीक है?
मैंने मिन्नत तरले करके उसे 2 दिनों के लिए मना लिया और बोली कि अब मुझे छोड़ कर आये रूम में।
उसने मुझे वही निक्कर और टीशर्ट पहनने के लिए कहा तो मैंने उसे वो पहनने से मना कर दिया क्योंकि उसे पहनना और उतारना मेरे बस में नहीं था और वैसे ही हील पहन के पास पड़ी हुई लोई ले ली और ऐसे ही जाकर उसके साथ गाड़ी में बैठ गई।रात डेढ़ बजे के करीब वो मुझे कमरे में छोड़ गया।
मैं रूम में आते ही लोई उतार कर नंगी ही कंबल में घुस गई और कई घंटों की हुई ज़बरदस्त सर्विसिंग के बारे में सोचती होई सुबह 7 बजे का अलार्म लगाकर सो गई।
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