RE: Antarvasnax क़त्ल एक हसीना का
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एक मसखरा
'अब हम कहां जा रहे हैं?' राजने पूछा।
'सर्कस में! मैंने एक दोस्त से यह वादा किया था कि एक दिन मैं आऊंगा। और आज वह दिन है, नहीं।'
पावरहाउस पर एक छोटी सी सर्कस मंडली ने दोपहर का मुफ्त कार्यक्रम शुरू कर दिया था, जिसे देखने के लिए थोड़े से लेकिन युवा और उत्साही लोग जुटे हुए थे। जब सिडनी में ट्राम चलती थी तब इस इमारत में बिजली का केंद्र था और यहां ट्राम हॉल था, एंड्रयु ने बताया। अब यह एक तरह से समकालीन संग्रहालय की तरह से काम कर रहा है। दो एक हट्टी-कट्टी लड़कियों ने बहुत अच्छा तो नहीं लेकिन कलाबाजी का प्रदर्शन किया था, लेकिन उनको खूब सारी दोस्ताना तालियां मिलीं।
जब मसखरा मंच पर आया तो एक विशाल गिलोटिन लुढ़काया गया। उसने चमकीले कपड़े पहन रखे थे और उसकी टोपी धारीदार थी, जाहिर है वह फ्रेंच क्रांति से प्रभावित था। उसने गीता लगाया और बच्चों के मनोरंजन के लिए हर तरह की शरारतें करने लगा। फिर मंच पर एक और मसखरा आया जिसने लंबा सफेद विग पहन रखा था, और राजकी यह बात धीरे-धीरे समझ में आई कि वह लुई 16वां बना हुआ था।
'सर्वसम्मति से मौत का फैसला' धारीदार टोपी वाले मसखरे ने घोषणा की।
जल्दी ही जिस आदमी की सजा सुनाई गई थी उसे फांसी देने वाले तख्ते तक ले जाया गया, जहां उसने--बच्चों को हैरान करते हुए--अपना सिर रख दिया, तमाम चीख पुकार के बावजूद तलवार की धार के नीचे अपना सिर रख दिया। थोड़ी देर ढोल की आवाजें आईं और उसके बाद सभी को हैरानी हुई, जिसमें राजभी शामिल था, धार नीचे गिरी उसने शहंशाह का गला काट दिया और उसकी आवाज वैसी ही थी जिस तरह की आवाज जाड़ों की चमकीली सुबह में जंगल में चलती कुल्हाड़ी की आती है। वह सिर, जिसके ऊपर अभी भी विग था, नीचे गिरा और बास्केट में चला गया। बत्तियां गुल हो गईं, और जब बत्तियां वापस जलाई गई तो वह सिरविहीन राजा रौशनी में खड़ा था और उसका सिर उसके हाथ में था। अब बच्चों के शोरोगुल की कोई सीमा नहीं थी। अब बत्तियां दूसरी बार चली गईं, और जब वापस आई तो पूरी मंडली जुटकर झुककर आभार प्रकट कर रही थी, तमाशा खत्म हो चुका था।
जब लोग जाने के गेट की तरफ बढ़ रहे थे, तब राजऔर एंड्रयु स्टेज के पीछे की तरफ गए। वहां ड्रेसिंग रूम बनाया गया था जहां कलाकार अपने कपड़े और मेकअप बदलने में लगे हुए थे।
'ऑटो, नॉर्वे के इस दोस्त को सलाम करो', एंड्रयु चिल्लाया।
एक चेहरा पीछे मुड़ा। लुई 16वां, अपने मेकअप और विग के बिना कम शानदार लग रहा था। 'हां, हैलो, मैं तुका हूं, इंडियन!'
'राज! ये ओटो रेचतेंगल हैं।'
ओटो ने कलाई को मोच देते हुए अपना हाथ आगे बढ़ाया और जब राजथोड़ा सा उलझन में दिखा तो उसे गुस्सा भी आया। तब उसने उसका हाथ हल्के से दबाया।
'चुंबन नहीं दोगे, सुंदर पुरुष ?'
'ओटो को यह लगता है कि वह औरत है। किसी बड़े घर की महिला,' एंड्रयु ने समझाते हुए कहा ।
'बकवास है, तुका। ओटो इस बात को बहुत अच्छी तरह से जानता है कि वह एक पुरुष है। लगता है खूबसूरत इंसान कि तुमको कोई भ्रम हुआ है। शायद तुम इस बात की ताकीद अपने लिए करना चाहते हो?' ओटो खिलखिलाकर हंसने लगा।
राजको महसूस हुआ कि उसके कान की लबें गर्म हो गई। दो नकली भौहें एंड्रयु की तरह आरोप की मुद्रा में तन गई।
'आपके दोस्त, क्या ये बात करते हैं?'
'माफ करना। मेरा नाम राज... राज है। यहां बहुत चालाकी से प्रदर्शन हुआ, कपड़े भी बहुत अच्छे। एकदम जीवंत... और काफी अलग भी।'
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