RE: Antarvasnax क़त्ल एक हसीना का
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फ्रोग्नर लीडो का टॉप बोर्ड
मैककौरमैक एक बार फिर राजकी तरफ पीठ किए बैठा था और खिड़की से बाहर देख रहा था। सूरज डूब रहा था, लेकिन अभी ऊंची-ऊंची इमारतों और जैविक उद्यान के बीच नीला सागर दिखाई दे रहा था। राजका मुंह सूखा हुआ था और उसके सिर में दर्द हो रहा था। उसने लगभग 45 मिनट तक बिना रुके अपनी तरफ से तार्किक बात की थी। ओटो, के बारे में, एंड्रयु के बारे में, हेरोइन के बारे में, क्रिकेट के बारे में, लाइटिंग इंजिनियर के बारे में, एंजेलसीन के बारे में, संक्षेप में हर उस चीज के बारे में जो हुई थी।
मैककौरमैक अपने दोनों हाथों को जोड़े हुए बैठा था। उसने काफी समय से कुछ भी नहीं कहा था।
'क्या तुमको पता है कि न्यूजीलैंड में दुनिया के सबसे बेवकूफ लोग रहते हैं? वे द्वीप पर अकेले रहते हैं, जहां कोई उनका पड़ोसी नहीं होता है जो परेशान कर सके, सिवाय पानी के। तब भी उस देश ने 20वीं शताब्दी के लगभग हर बड़े युद्ध में हिस्सा लिया है। किसी और देश ने नहीं, यहां तक कि रूस ने भी नहीं, अपनी जनसंख्या के मुकाबले इतनी बड़ी तादाद में नौजवानों को दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान गंवाया था। वहां औरतों की अधिक संख्या प्रसिद्ध है। और यह सारी लड़ाई किसलिए है? मदद करने के लिए। दूसरों के लिए खड़े होने के लिए। ये इतने सीधे लोग हैं कि ये अपने लिए लड़ाई भी नहीं करते, नहीं सर, वे जहाजों में, हवाई जहाजों में भर-भरकर गए, जितनी दूर हो सके उतनी दूर, मरने के लिए। उन्होंने जर्मनों और इटली वासियों के खिलाफ मित्र राष्ट्रों की मदद की, उत्तर कोरिया के खिलाफ दक्षिण कोरिया की मदद की, जापान के खिलाफ अमेरिका की मदद की। मेरे पिता ऐसे ही सीधे लोगों में एक थे।'
वह खिड़की की तरफ से राजकी ओर घूमा ।
'मेरे पिता ने एक तोपची की कहानी मुझे सुनाई थी जो 1945 में जापान के खिलाफ ओकिनावा की लड़ाई में उनके साथ जहाज पर था। जापान ने कमिकेज पाइलटों को संगठित किया था और उन्होंने उस रणनीति के साथ हमला बोला था जिसे वे कहते थे कि अखरोट के पत्तों की तरह पानी पर गिरना। और उन्होंने यही किया। वे पहले एक जहाज पर आए और अगर उसे मार गिराया जाता तो दो और पीछे से आ जाते थे, और फिर चार आ जाते थे और इस तरह से हवाई जहाजों का अनंत सिलसिला सा बन जाता था। मेरे पिता के जहाज में जितने लोग थे वे सभी उनके दिमाग से डरे हुए थे। यह पूरी तरह से पागलपन था। पायलट मरने के लिए तैयार रहते थे और इस बात को पक्का करते थे कि उनके बम वहीं गिरें जहां के लिए उनका निशाना होता था। एक ही तरीका था उनको रोकने का कि एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल की दीवार सी बना ली जाए। जरा सा भी छेद उस दीवार में होता था और जापानी आ जाते थे। यह अनुमान लगाया जाता था कि अगर किसी जहाज को शूटिंग रेंज में आने के 20 सेकेंड के भीतर नहीं गिराया जाता, तो बहुत देर हो चुकी होती थी। इस बात की पूरी संभावना रहती थी कि वह जहाज से टकरा जाए। बंदूकची यह जानते थे कि उनको हर बार सही निशाना साधना था और कई बार ये हवाई हमले दिन-दिन भर चलते थे। मेरे पिता तोप की आवाजों और नीचे आते जहाजों की तेज आवाज के बारे में बताते थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने उसके बाद वे आवाजें हर रात सुनी।
'युद्ध के आखरी दिन वह पुल पर खड़े थे, जब उन्होंने देखा कि एक जहाज तटबंध की तरफ से आता दिखाई दिया और वह सीधा उनके जहाज की तरफ बढ़ रहा था। जहाज जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा था तोप से गोले बरस रहे थे, जहाज हर पल और नजदीक आता जा रहा था। आखिर में वे कॉकपिट में बैठे पायलट को साफ देख सकते थे। हवाई जहाज से गोले जहाज के डेक पर गिर रहे थे। फिर एंटी क्राफ्ट गोलों ने जहाज के परखच्चे उड़ाने शुरू कर दिए और हवाई जहाज कबाड़ में बदल गया। और वह डेक पर गिरा, आग और धुएं की लकीरों के साथ। बाकी बंदूकची नए निशानों की तरफ गोलियां चलाने में लगे हुए थे जब एक आदमी बुर्ज के ठीक नीचे से निकलकर आया जिसको मेरे पिता जानते थे क्योंकि दोनों ही वेलिंग्टन के रहने वाले थे, वह बाहर आया, हाथ हिलाकर मेरे पिता को बोलाः "आज बहुत ठंड है"। और फिर वह पानी में कूद आया और गायब हो गया।'
शायद यह रौशनी थी लेकिन राजको अचानक ऐसा लगा कि मैककौरमैक बूढ़ा हो गया था।
'आज गर्मी है,' मैककौरमैक ने दोहराया ।
'इंसान का स्वभाव विशाल, गहरे जंगल की तरह होता है, सर।'
मैककौरमैक ने हामी भरी। 'जो मैंने सुना राज हो सकता है कि वह सही हो। मैंने देखा कि तुम और केनसिंग्टन एक-दूसरे को समझने में समय लगाते रहे। मैंने यह भी सुना है कि इस मामले में एंड्रयु की भूमिका की भी जांच होनी है। तुम क्या सोचते हो राज?'
'मैं आपका मतलब नहीं समझा सर।'
मैककौरमैक उठा और खिड़की के सामने टहलने लगा, इस बात से राजपरिचित था।
'पूरा जीवन मैं एक पुलिसवाला रहा हूं राज, लेकिन आज भी जब मैं अपने आसपास सहकर्मियों को देखता हूं तो सोचता हूं कि वे ऐसा क्यों करते हैं, दूसरों की लड़ाई क्यों लड़ते हैं। क्या कारण होता है? दूसरों के लिए इतनी पीड़ा कौन लेना चाहता है, जो उनकी नजर में न्याय होता है? वे बेवकूफ होते हैं, राज। हम लोग। हमारे अंदर बेवकूफी इस कदर भरी होती है कि हमें लगता है कि हम कुछ हासिल कर सकते हैं।
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