RE: Antarvasnax क़त्ल एक हसीना का
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सीधा बाएं और तीन गोलियां
सात बजे ।
पुलिस स्टेशन से डार्लिग हार्बर की छोटी सी दूरी के बीच उन्होंने नागरिकों के जीवन पर खतरा पैदा कर दिया होता अगर आनेवाले तूफान की आशंका में रास्ते को साफ नहीं क्या गया होता, सड़क लोगों और गाड़ियों से खाली थी, लेबी ने अपना सबसे अच्छा किया, और शायद कार के ऊपर नीली रौशनी देखकर सड़क पर चल रहे अकेले आदमी ने कूदकर अपनी जान बचाई और कुछ सामने से आ रही कारों ने इधर-उधर काटकर रास्ता बनाया। वाटकिंस सबसे अच्छी सीट पर बैठा लगातार दुआ कर रहा था, जबकि मैककौरमैक आगे बैठा हुआ सिडनी एक्वेरियम में पुलिस की कार्रवाई के लिए जरूरी फोन कर रहा था।
जब वे बंदरगाह के कार पार्क की तरफ कार पार्क करने गए, तो तट के झंडे सीधे लहरा रहे थे और किनारे से लहरें पछाड़ खा रही थीं। कई पुलिस कारें वहां पहले से पहुंची हुई थीं और सादी वर्दी में पुलिस वाले निकास का रास्ता बंद कर रहे थे।
मैककौरमैक ने आखरी आदेश दिया।
'यंग तुम हमारे लोगों के बीच तुवुम्बा की तस्वीर बांट दो। वाटकिंस तुम मेरे साथ कंट्रोल रूम में बैठो--उनके पास कैमरे हैं और वे पूरे एक्वेरियम पर नजर रखे हुए हैं। लेबी और राजतुम तलाश शुरू करो। कुछ मिनट में एक्वेरियम बंद होने वाला है। यहां रेडियो हैं, कान में प्लग लगा लो, माइक लेपल पर लगा लो और देख लो कि रेडियो से तुम लोगों का संपर्क है कि नहीं। हम कंट्रोल रूम से निर्देश देंगे, ठीक है?।'
जब राजकार से उतरा हवा का एक तेज झोंका उससे टकराया। वे कहीं शरण लेने के लिए भागे।
'सौभाग्य से यह उतना तेज नहीं है जितना कि आमतौर पर यह होता है, मैककौरमैक ने घोषणा की। वह थोड़ी दूर दौड़कर ही बहुत तेजी से हांफ रहा था। 'यह मौसम की वजह से है। अगर वह यहां है तो हम उसे खोज लेंगे।'
उनको वहां का सिक्योरिटी मैनेजर मिला जिसने मैककोरमैक को कंट्रोल रूम का रास्ता दिखाया। राजऔर लेबी ने अपने रेडियो देखे, वे टिकट खिड़की को पार करके गलियारों की तरफ निकल गए।
राजने कंधे की म्यान में बंदूक को देखा। इस दफा एक्वेरियम अलग तरह का दिखाई दे रहा था, सभी रोशनियां जली हुई थी, खूब सारे लोग थे। इसके अलावा, यह अनंत की तरह से महसूस हो रहा था क्योंकि वह वहां बर्गिता के साथ आ चुका था, मानो वह कोई और ही युग रहा ही ।
उसने कोशिश की कि उसके बारे में न सोचे।
'हम सभी तैयार हैं', कान में मैककौरमैक की आवाज भरोसा दिलाने वाली और सुरक्षा का अहसास दिलाने वाली लगी। 'हम कैमरे पर नजर रखे हुए हैं। यंग के साथ कुछ अफसर हैं और वह बाथरूम और कैफे में देख रहा है। हम तुमको देख रहे हैं, आगे बढ़ते रहो।'
एक्वेरियम का जो गलियारा था वह गोल-गोल घूमकर वहीं आ गया, जहां से उन्होंने शुरुआत की थी। लेबी और राजएक दूसरे से उलटी दिशा में घूम रहे थे, जिससे सभी चेहरे उसकी नजर में आ जाएं। राजका दिल तेजी से धड़क रहा था। उसका मुंह सूख गया था और उसकी हथेलियां गीली थीं। उसके आसपास विदेशी भाषाएं सुनाई दे रही थीं, राजको ऐसा लग रहा था कि वह विभिन्न राष्ट्रीयताओं, रंगों और कपड़ों के बीच बहा जा रहा था। वे पानी के नीचे वाली सुरंग में गए, जहां उसने बर्गिता के साथ रात बिताई थी जहां बच्चे अपनी नाकों की शीशे से गड़ाए हुए थे और समुद्र के नीचे की दुनिया को देख रहे थे और यह रोज रोज का काम अबाधित रूप से चल रहा था।
'यह जगह मुझे वही लगती है', लेबी बुदबुदाया। वह जैकेट के भीतर हाथ डाले चल रहा था।
'मुझसे वादा करो कि तुम यहां एक भी गोली नहीं चलाओगे', राजने कहा। 'मैं यह नहीं चाहता कि सिडनी का आधा बंदरगाह और दर्जन भर शार्क मेरी गोद में आ जाएं, समझे?।'
'चिंता की कोई बात नहीं', लेबी का जवाब था।
वे एक्वेरियम की दूसरी तरफ निकल गए, जो लगभग खाली था। राजने दुआ की।
'वे सात बजे टिकट खिड़की बंद कर देते हैं,' लेबी ने कहा। 'अब जो लोग अभी भी यहां हैं उनको निकलना है।'
मैककौरमैक ने उनसे संपर्क किया। 'ऐसा लग रहा है कि चिड़िया उड़ चुकी है। तुम लोगों के लिए बेहतर है कि कंट्रोल रूम में आ जाओ।'
'यहीं इंतजार करो', राजने लेबी से कहा।
टिकट खिड़की के बाहर एक जाना-पहचाना चेहरा था। उसने वर्दी पहन रखी थी और राजने उसे पकड़ लिया।
'हाय बेन, पहचाना मुझे? मैं यहां बर्गिता के साथ आया था।'
'बेन मुड़ा और उसने उसके बालों को देखा।
'हां, मुझे याद है', उसने कहा।' राजहो नहीं? हां, हां तो तुम वापस आ गए? ज्यादातर लोग आ जाते हैं। बर्गिता कैसी है ?'
राजने थूक निगला।' सुनो बेन, मैं एक पुलिस अधिकारी हूं। जैसा कि अभी तक तुम लोगों को पता चल गया होगा कि हम एक बहुत ही खतरनाक आदमी की तलाश में हैं। वह हमें अभी मिला नहीं है, लेकिन मुझे लग रहा है कि वह अभी भी यहीं है। तुमसे बेहतर इस जगह की कोई भी नहीं जानता है। क्या कोई ऐसी जगह है जहां वह छिपा हुआ हो सकता है?'
बेन का चेहरा सोचने की मुद्रा में आ गया।
'हां', उसने कहा।' क्या तुमको यह पता है कि मटिल्डा कहां है, हमारा मगरमच्छ?।'
'हां।'
'मुझे पता है कि वह कहां है। जरा जल्दी है बेन।'
'ठीक है। अगर तुम स्वस्थ हो और घबराये हुए नहीं हो तो कोने में जो शीशा लगा हुआ है उसके ऊपर कूद सकते हो।'
'जहां मगरमच्छ है?'
'वह ज्यादातर समय आधी नींद पूल में बिताता है। कोने से पांच या छह कदम पर दरवाजा है जिसका उपयोग हम तब करते हैं, जब मटिल्डा को नहलाते और उसकी खाना खिलाते हैं। लेकिन तुमको चौकन्ना रहना होगा क्योंकि वह मगरमच्छ बहुत ही तेज है। जब तक तुमको समझ में आएगा तब तक वह दो टन का मगर तुम्हारे ऊपर होगा। एक बार हम जा रहे थे।'
'शुक्रिया, बेन', राजतेजी से दौड़ा और लोग इधर-उधर होने लगे। उसने अपना माइक लिया और बोलाः' मैककौरमैक, मैं राज हूं। मैं मगरमच्छ के ठिकाने के पीछे देखने जा रहा हूं।'
उसने लेबी की बांह पकड़ी और उसे अपने साथ खींचने लगा। 'आखरी मौका', उसने कहा। लेबी की आंखें चौकन्नी होकर फैल गई जब राजमगरमच्छ के पास रुका और उसने दौड़ लगाई। 'मेरे पीछे आओ', राजने कहा, और वह शीशे के ऊपर कूद गया और तैरकर पार कर गया।
जब उसके पैर दूसरी तरफ जमीन पर पड़े, पूल का पानी उफनने लगा। सफेद झाग उठा और जब राजदरवाजे की तरफ बढ़ रहा था उसने देखा कि पानी के भीतर से एक हरे रंग की फार्मूला वन निकली, उसके दोनों तरफ छिपकली के छोटे-छोटे पैर लगे हुए थे, उसकी आवाज तेज थी। वह उछला और बालू में जा गिरा। बहुत पीछे से उसने तेज आवाज सुनी और आंखों के कोने से उसने देखा कि गाड़ी का बोनट ऊपर उठा हुआ था। वह फिर से उठा, दरवाजे की तरफ कुछ मीटर दौड़ा और उसने हैंडल पकड़ लिया। पल भर में राजके दिमाग में आया कि हो सकता है दरवाजा बंद हो। अगले ही पल वह अंदर था। उसके दिमाग में जुरासिक पार्क फिल्म का दृश्य आया और उसने अपने पीछे दरवाजा बंद कर दिया। कि अगर कहीं।
उसने अपनी बंदूक निकाल ली। सीलन भरे कमरे में डिटर्जेट और सड़ी हुई मछलियों की गंध भरी हुई थी।
'राज!।' मैककौरमैक रेडियो पर था। 'सबसे पहले एक आसान रास्ता भी है जहां तुम हो वहां से उस जानवर के खाने के बर्तन से होकर। दूसरे, वहीं रुके रहो शांति से जब तक कि लेबी नहीं आ जाता है।'
'मुझे कुछ सुनाई नहीं दे रहा है सर', राजने कहा। 'मैं अकेले ही जाऊंगा।'
उसने कमरे में दूसरी तरफ का दरवाजा खोल दिया और एक टावर में आया जिसके बीच में चक्करदार सीढ़ियां थीं। राजने अनुमान लगाया सीढ़ियां पानी के भीतर की सुरंग तक जाती हैं और उसने फैसला किया कि ऊपर जाए। जब अगले स्तर पर पहुंचा तो वहां और दरवाजा था। वह सीढ़ियों से झांककर देख रहा था लेकिन और कोई दरवाजा दिखाई नहीं दे रहा था।
उसने हैंडल घुमाकर अपने बाएं हाथ से ध्यान से दरवाजे को खोला जबकि बंदूक को उसने आगे की तरफ रखा हुआ था। अंदर रात की तरह अंधेरा था, और सड़ी हुई मछलियों की गंध बहुत तेज थी।
दरवाजे के अंदर राजको बिजली का एक स्विच दिखाई दिया, जिसे उसने अपने बाएं हाथ से जलाया लेकिन वह काम नहीं कर रहा था। वह दरवाजे से आगे बढ़ा और उसने दो कदम अंदाजा लगाने के लिए आगे बढ़ाया। उसके पैरों के नीचे आवाज आई। राजने अनुमान लगाया कि वह क्या था और बिना आवाज किए वह दरवाजे की तरफ बढ़ गया। किसी ने छत से लगे बल्ब को तोड़ दिया था। वह सांस रोककर सुन रहा था। क्या कमरे में कोई और भी था? एक रोशनदान में खड़खड़ाहट हुई।
राजजमीन पर उतर आया।
'मैककौरमैक', वह माइक में फुसफुसाया।' मुझे लगता है कि मुझे वह मिल गया है। सुनिए मेरी मदद कीजिए और उसके मोबाइल फोन पर कॉल कीजिए।'
' राज तुम कहां हो?।'
'अभी सर, प्लीज सर।'
'राजइसकी निजी बदले की तरह मत ली। यह--'
'आज गर्मी है सर। आप मेरी मदद करेंगे या नहीं करेंगे?'
राजको मैककौरमैक की तेज-तेज सांसें सुनाई दी।
'ठीक है। मैं अभी फोन करता हूं।'
राजने अपने पैर से दरवाजा खोला और दरवाजे के रास्ते में पैर फंसाकर खड़ा हो गया, उसने दोनों हाथों से फोन थाम रखा था और फोन के बजने का इंतजार कर रहा था। समय उस बूंद की तरह लग रहा था जो कभी नहीं गिरता है। करीब दो सेकेंड्स गुजर गए। कोई आवाज नहीं आई।
वह यहां नहीं है। राजने सोचा।
उसके बाद एक साथ तीन चीजें हुई।
पहली बात यह हुई कि मैककौरमैक ने बात करनी शुरू कर दी।'उसने फोन बंद कर रखा है...'
दूसरी बात यह हुई कि राजको समझ आया कि वह दरवाजे की तरफ उलटी दिशा में ऐसे खड़ा है जैसे कोई जंगली जानवर उड़ान में होता है।
तीसरी बात यह हुई कि राजको तारे नजर आने लगे और उसकी आंखों के सामने लाल थक्के उभर आए।
राजको बॉक्सिंग को लेकर वे बातें याद आई, जो एंड्रयु ने उसे निम्बिन के रास्ते में सिखाई थीं। जैसे कि एक पेशेवर मुक्केबाज द्वारा लगाया गया एक मुक्का किसी अप्रशिक्षित आदमी को बेहोश कर देने के लिए काफी होता है। अपने नितम्ब को आगे करते हुए वह अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को मुक्के के पीछे लाया और मुक्के में उसने इतनी ताकत डाली कि दिमाग तत्काल भन्ना गया। ठुड्डी के ऊपर लगा हुआ अपर कट आपको जमीन से उठाकर सीधा सपनों की दुनिया में पहुंचा देता है। यह पक्का है। दाएं हाथ का कोई मुक्केबाज अगर आपको दाएं से एक मुक्का मार दे तो उसके बाद सीधा खड़े रहना भी मुश्किल हो जाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर आपने यह नहीं देखा कि मुक्का पड़ने वाला है ती शरीर संभाल नहीं पाता है और उसके झटके में आ जाता है। सिर का एक हल्का सा घुमाव भी मुक्के के प्रभाव को कम कर देता है। किसी मुक्केबाज के लिए यह कम ही संभव होता है कि वह वह उस निर्णायक मुक्के को आता हुआ देख ले जिसकी बदौलत वह गिर जाता है।
केवल एक ही कारण इस बात का लगता था कि राजबेहोश नहीं हुआ वह यह था कि अंधेरे में खड़ा हुआ आदमी राजके बाएं तरफ खड़ा हुआ था। चूंकि राजदरवाजे के रास्ते में खड़ा था इसलिए वह आदमी बगल से राजके माथे पर मुक्का नहीं मार पाया, जो एंड्रयु के मुताबिक इस बात की पूरी संभावना होती कि पर्याप्त होता। वह राजको जबरदस्त मुक्का इसलिए भी नहीं मार पाया क्योंकि राजने हाथ में बंदूक संभाली हुई थी, सामने की तरफ । दाएं तरफ नहीं, क्योंकि उसका मतलब होता बंदूक के सामने खड़ा होना। बस एक ही बिंदु खाली था, सीधे बाएं, एक ऐसा मुक्का जिसे एंड्रयु 'स्त्री' का मुक्का कहकर खारिज कर देता, जो कि सड़क की लड़ाई के लिए सही था। एंड्रयु इसके बारे में शायद सही था, लेकिन बाईं तरफ से पड़े इस मुक्के से राजउड़कर पीछे की तरफ गया और घुमावदार सीढ़ियों की तरफ जहां उसकी पीठ रेलिंग के कोने से टकराई और वह लगभग दूसरी तरफ गिरने ही वाला था।
जब उसने अपनी आंखें खोलीं, हालांकि, वह तब भी सीधा खड़ा था। कमरे के दूसरी तरफ का दरवाजा खुला, जिससे उसे पक्का लगता था कि तुवुम्बा वहां से भाग जाएगा। लेकिन उसे खड़खड़ाहट की आवाज भी सुनाई दी जिसको लेकर वह पूरी तरह से निश्चित था कि धातु की सीढ़ियों पर उसकी बंदूक सरक रही थी। अपनी जान की बाजी लगाकर उसने सीढ़ियों पर नीचे की तरफ छलांग लगाई और बंदूक को ऐन उस वक़्त थाम लिया जब वह नीचे गिरने ही वाला था, और वहां 20 मीटर नीचे से उसने वापस छलांग लगाई। वह अपने घुटनों के बल पर घिसटा, खांसते हुए उसे पक्के तौर पर पता चल गया कि इस देश में आने के बाद उसने अपना दूसरा दांत खो दिया था।
वह खड़ा हुआ और लगभग तत्काल रूप से आगे बढ़ा।
'राज!।' कोई उसके कान में बोला।
उसने यह भी सुना कि कहीं उसके नीचे एक दरवाजा खुला था और उसे महसूस हुआ कि किसी के दौड़ने से सीढ़ियां हिल रही थीं। राजने अपने सामने के दरवाजे की तरफ निशाना लगाया। कमरे के दूसरी तरफ के दरवाजे को देखा, उसकी तरफ बढ़ते हुए उसने महसूस किया कि उसका कंधा उखड गया था।
'तुवुम्बा!।' वह हवा में चिलाया। उसने आसपास देखा। उसके सामने शहर था, और उसके पीछे पीरमोंट पुल। वह एक्वेरियम की छत पर खड़ा था और तेज हवा से बचने के लिए उसने आग से बचने के लिए बनाए गए रास्ते को जोर से पकड़ रखा था। बंदरगाह का पानी सफेद झाग में बदल रहा था और वह हवा में नमक के स्वाद को महसूस कर पा रहा था। उसने अपने नीचे एक आकृति देखी, वह आकृति एक पल के लिए रुकी और उसने इधर-उधर देखा। उसकी बाईं तरफ एक पुलिस कार थी जिसके ऊपर बत्ती चमक रही थी। सामने की तरफ की दीवार के पास पानी के दो हौज थे जो सिडनी एक्वेरियम के थे।
'तुवुम्बा!।' राजचिल्लाया और उसने बंदूक को उठाने की कोशिश की। उसके कंधे ने साथ देने से साफ इनकार कर दिया और राजदर्द और गुस्से के कारण कराह उठा। वह आकृति सीढ़ी से नीचे की तरफ लगी। राजकी समझ में आ गया कि वह क्या करने जा रहा था वह नाद वाली इमारत में कूदकर पीछे की तरफ से थोड़ी दूर तैरकर दूसरी तरफ निकल जाना चाहता था। वहां से उसकी भीड़ में गायब होने में सेकेंड्स लगते। राजआग के उस निकास से लुढ़क गया। वह उस दीवार की तरफ कूद पड़ा मानो उसे गिरा देना चाहता हो, एक बांह से वह उस तरफ हवा में तैरकर गया और सीमेंट के ऊपर धड़ाम से गिरा।
'राजरिपोर्ट करो--'
उसने अपने कान से प्लग निकाल दिया और उस इमारत की तरफ दौड़ा। दरवाजा खुला हुआ था। राजदौड़ा और अपने घुटनों के बल गिर पड़ा। उसके सामने छत का खुला विस्तार था और उसके सामने सिडनी बंदरगाह का खुलापन दिखाई दे रहा था। हौज के बीच से एक पीपे का संकरा पुल था, और उसी पर कुछ दूरी पर तुवुम्बा था। उसने काले रंग की स्वेटर और काली पेंट पहन रखी थी, और उस संकरे पुल पर बड़ी अदा से भागा जा रहा था।
'तुवुम्बा!।' राजतीसरी दफा चिल्लाया। 'मैं गोली चलाने जा रहा हूं।' हो पा रहा था, बल्कि इसलिए कि वह अपने हाथ नहीं उठा पा रहा था। उसने पाया कि वह काली आकृति उसकी आंखों के सामने थी और उसने ट्रिगर दबा दिया।
पहली गोली तुवुम्बा के सामने जा गिरी, जो ऐसा लग रहा था जैसे पूरी तेजी से दौड़ रहा था। राजने थोड़ा दाईं तरफ निशाना साधा। अब दूरी लगभग 100 मीटर थी। राजके दिमाग में एक अजीब सा ख्याल आयाः ओकेर्न के हॉल में यह गोली चलाने के अभ्यास की तरह था--छत से आती रौशनी, दीवारों के बीच गूंज, ट्रिगर दबाने वाली उंगली में कम्पन और गहरी ध्यान लगाने वाली एकाग्रता। ओकेर्न में शूटिंग रेंज में प्रशिक्षण की तरह राजने सोचा और तीसरी बार गोली दाग दी।
तुवुम्बा धराशायी हो गया।
राजने बाद में अपने बयान में कहा कि उसे लगा कि गोली तुवुम्बा की बाई जांघ में लगी थी और इस वजह से इस बात की संभावना कम थी कि उसकी मौत हो जाए। हालांकि, सभी जानते थे कि यह महज एक अनुमान था, क्योंकि उसने 100 मीटर की दूरी से गोली चलाई थी। राजकुछ भी कह सकता था और उससे अलग किसी और बात को कोई भी साबित नहीं कर सकता था। क्योंकि ऑटोप्सी के लिए कोई लाश नहीं बची थी।
तुवुम्बा पानी में आधा झूलता चीख रहा था जबकि राजपीपे पर आगे बढ़ता जा रहा था। राजको चक्कर आ रहे थे और उसे सब कुछ धुंधला दिखाई दे रहा था--पानी, छत पर टंगी रौशनी, और पीपा। राजजब दौड़ रहा था तो एंड्रयु के शब्द याद आ रहे थे कि प्रेम मृत्यु से ज्यादा रहस्यमय होता है। और उसे वह पुरानी कहानी याद आ गई।
खून उसके कानों में दौड़ गया, उसकी धमनियों में और राजयुवा योद्धा वाल्ला बन गया और तुवुम्बा बुब्बूर सांप बन गया, जिसने उसकी प्रेमिका मूरा की जान ले ली थी। और अब बुब्बूर को मारा जाना था। प्रेम द्वारा।
मैककौरमैक ने बाद में अपने बयान में बताया कि वह इस बात को ठीक से बता नहीं सकता था कि जब उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी तो राज में माइक में क्या कहा था।
'हमने बस उसको भागते हुए और कुछ चिल्लाते हुए सुना था, शायद नॉर्वेजियाई भाषा में।'
यहां तक कि राजभी यह नहीं बता पा रहा था कि वह क्या चिल्ला रहा था।
जीवन और मरण की दौड़ में राजपीपे को पार कर गया। तुवुम्बा का शरीर झूल रहा था। उसके झूलने के कारण पीपे का वह पुल भी झूल रहा था। पहले तो राजको लगा कि कुछ उससे टकरा गया है, लेकिन बाद में उसको यह बात समझ में आई कि वह अपने शिकार द्वारा छला जा रहा था।
वह शार्क मछली थी।
उसने पानी से अपनी सफेद खोपड़ी बाहर निकाली और अपने जबड़े खोल दिए। सब कुछ स्लो मोशन में हो रहा था। राजको पक्के तौर पर यह लग रहा था कि वह तुवुम्बा को पकड़ने वाला है, लेकिन वह उसे सही तरीके से पकड़ नहीं पाया और वह उसके चीखते हुए शरीर को और अंदर ले गया।
हाथ नहीं, राजने सोचा, उसे याद आया अपना वह जन्मदिन जो उसने बहुत साल पहले अपनी दादी के साथ मनाया था जब वे पानी के टब से अपने मुंह से सेव पकड़ने की कोशिश कर रहे थे, और उसकी मां को इतनी हंसी आ रही थी कि उनको उसके बाद सोफे पर लेट जाना पड़ा।
तीस मीटर जाना बाकी था। उसने सोचा कि वह पूरा कर लेगा, लेकिन तब तक शाक वापस आ गई थी। वह इतने पास आ गई थी कि राजउसकी ठंडी आंखों को घूमते हुए देख सकता था, मानो खुशी के मारे जैसे जीत की खुशी में वह अपने दांतों को मुंह खोलकर दिखा रहा था। इस बार वह एक पांव पकड़ लेने में कामयाब रहा और उसने उसके सिर को घुमाना शुरू कर दिया। पाने की फुहारें ऊपर की उड़ने लगीं, तुवुम्बा हवा में ऐसे उड़ गया जैसे वह कोई अंगविहीन गुड़िया हो और उसके चीखने की आवाज कम हो गई थी। राजआ गया था।
'ओ खतरनाक राक्षस, वह मेरा है!।' वह आंसुओं में डूबा हुआ था, अपनी बंदूक दिखाते हुए उसने उसकी पूरी मैगजीन एक झटके में खाली कर दी। पानी का रंग वैसे ही लाल हो गया था जैसे लाल रंग के शरबत का रंग होता है, और नीचे राजकी भूमिगत सुरंग की रौशनी दिखाई दी, हुए थे, उस भयानक कहानी का जिसे शहर के अखबारों में मसखरे की मौत के साथ पूरा किया था।
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