SexBaba Kahan विश्‍वासघात
09-29-2020, 12:11 PM,
#36
RE: SexBaba Kahan विश्‍वासघात
अपनी तकदीर को कोसता, बीस रुपये की चपत का मातम मनाता और अगला मौका हाथ आने पर कोमल को हरगिज न छोड़ने का संकल्प लेता श्रीकान्त अपने घर की तरफ चल दिया।
बुधवार : दोपहरबाद
दो बजे ‘कोलाबा’ में रंगीला और राजन की मुलाकात होने तक उस रोज के अखबार का सांध्य संस्करण प्रकाशित हो चुका था और उसमें वे पायल की मौत की खबर पढ़ चुके थे। पायल की लाश तब बरामद हुई थी जब अगली सुबह घर की सफाई करने के लिए आने वाली नौकरानी वहां पहुंची थी। हत्प्राण के बारे में अखबार में स्पष्ट संकेत था कि वह किसी की दिलजोई का सामान थी।
सुर्खियों में ही यह भी लिखा गया था कि कत्ल के उस केस में एक आदमी पहले ही हिरासत में लिया जा चुका था।
उस बात को पढ़ते ही वे दोनों ही कूदकर इस नतीजे पर पहुंचे कि जरूर कौशल पकड़ा गया था। और हो ही कौन सकता था! कौशल ने खुद ही उन्हें बताया था कि पायल अब कर्जन रोड पर रहती थी। उसके कत्ल के चक्कर में और कौन हिरासत में लिया जा सकता था?
हकीकतन उन्हें कौशल की या उसके किसी बुरे अंजाम की फिक्र नहीं थी। फिक्र उन्हें अपनी थी। वे यह सोच-सोचकर हलकान हो रहे थे कि क्या कौशल की वजह से वे भी पुलिस के फेर में आ सकते थे?
“साला! गधा!”—राजन एकाएक दांत पीसता फुंफकारा—“एक रण्डी की खातिर अपना खाना खराब करने पर तुला है।”
“पहलवान जो ठहरा।”—रंगीला वितृष्णापूर्ण स्वर में बोला—“अक्ल से उसका क्या काम?”
“गुरु, तुम्हारा क्या खयाल है। वह पुलिस को हमारे बारे में बता देगा?”
“उम्मीद तो नहीं। उसे मैं बहुत...बहुत समझा चुका हूं कि जो रिश्‍तेदारी हम तीनों में पैदा हो चुकी है, वह विश्‍वास से बनती है और विश्‍वास की हत्या से बिगड़ती है। लेकिन फिर भी उसके दिमाग के ऊंट का क्या कहा जा सकता है कि वह किस करवट बैठेगा। एक तो वह वैसे ही कोई बढ़िया आदमी नहीं, ऊपर से उस छोकरी के इश्‍क ने उसका दिमाग खराब किया हुआ है। क्या पता क्या करेगा वो!”
“हमने तो उसका कुछ बिगाड़ा नहीं है! हमारे खिलाफ क्यों जाएगा वो? अगर वह फंसा है तो अपनी गलती से फंसा है। उसे फंसाने में हमारा तो कोई हाथ नहीं!”
“वह तो ठीक हे लेकिन क्या पता पुलिस कैसे पेश आएगी उसके साथ। पुलिस के हथकण्डों से तो हम वाफिक नहीं न! उसकी जुबान खुलवाने के लिए पुलिस उसके साथ जोर जबरदस्ती भी तो कर सकती है!”
“पहलवान छोटी-मोटी जोर जबरदस्ती से टूट जाने वाला आदमी तो नहीं लगता!”
“लेकिन अगर कामिनी देवी के जवाहरात उसके पास से बरामद हो गए तो उसकी गिरफ्तारी का ताल्लुक सिर्फ उसकी माशूक के कत्ल से नहीं रह जाएगा। फिर उससे यह भी पूछा जाएगा कि बाकी के जवाहरात कहां थे? फिर उससे यह भी पूछा जाएगा कि फेथ डायमंड कहां था? जवाहरात का एक बटा तीन हिस्सा उसके पास से बरामद होना...खास तौर से तीन लड़ियों वाले मोतियों के हार की एक लड़ी जब उसके पास से बरामद होगी तो पुलिस फौरन समझ जाएगी कि आसिफ अली रोड वाली चोरी में तीन आदमी शामिल थे। हम दोनों भी गिरफ्तार हो गए और फेथ डायमंड फिर भी बरामद न हुआ तो पुलिस को किसी चौथे आदमी के दखल का भी सूत्र मिल जाएगा।”
“लेकिन फिलहाल तो पहलवान कत्ल के ही केस में फंसा हुआ है न? वह तो फंसा ही हुआ है, हमारी सलामती के लिए हो सकता है वह हमारा नाम अपनी जुबान पर न लाए। आखिर हम उसके यार हैं, कोई गैर तो नहीं!”
“ठीक है। लेकिन फिर भी हमें सावधान रहना होगा। हमें किसी भी क्षण भाग खड़े होने के लिए तैयार रहना होगा। अगर हम पकड़े गए तो बहुत दुरगत होगी हमारी।”
“मैं तो मत पकड़ा गया।”—राजन बोला।
उस क्षण वह उस रिवॉल्वर को याद कर रहा था जो कामिनी देवी की थी और जिसे उसने अपने घर में छुपाया हुआ था। भविष्य में उसने उस रिवॉल्वर को हर वक्त अपने साथ रखने का फैसला कर लिया।
कौशल उस वक्त ‘कोलाबा’ में बैठे अपने दोनों साथियों से केवल एक फर्लांग दूर कनाट प्लेस के सैन्ट्रल पार्क में बैठा शाम का अखबार पढ़ रहा था। एक आदमी हिरासत में लिया जा चुका था, यह पढ़कर वह बहुत खुश हो रहा था। अपने साथियों की तरह उसे उस आदमी के बारे में कोई धोखा नहीं था। वह खूब जानता था कि वह आदमी दारा था। आखिर उसी ने दारा की गिरफ्तारी का सामान किया था।
‘अच्छी हुई साले के साथ’—वह मन-ही-मन बोला—‘आया बड़ा दादा। चला था मेरी माशूक छीनने। चला था मेरा माल झपटने। अब देखता हूं कैसे बचता है पुलिस के चंगुल से!’
पिछले चन्द दिनों में जिन्दगी की बाबत कौशल का नजरिया बहुत बदल गया था। पहले वह आदतन, नेकनीयत और गलत कामों की तरफ तवज्जो न देने वाला आदमी था लेकिन रंगीला की शागिर्दी में एक अपराध कर चुकने के बाद दूसरा अपराध करना उसे कोई भारी काम नहीं लगा था। कामिनी देवी का गला तो उसने इत्तफाक से दबा दिया था क्योंकि वक्त की वही जरूरत थी, लेकिन पिछली रात पायल का गला जान-बूझकर घोंटते समय भी उसका दिल नहीं लरजा था। उस वक्त उसने इंसाफ किया था, अपने साथ ज्यादती करने वालों से उसने बदला लिया था।
फिर दोबारा उसके जेहन पर दारा का अक्स उभरा।
यह लाजमी था कि गिरफ्तार होते ही दारा ने कौशल के बारे में शोर मचाना आरम्भ कर दिया होगा। उसने पुलिस को यही कहना था कि कौशल ने पायल का कत्ल किया था, खुद उस पर आक्रमण करके उसकी जेब से चार हजार रुपया निकाला था और फिर उसे पायल के कत्ल के इलजाम में फंसाने की कोशिश की थी। पुलिस को उसकी बात पर विश्‍वास आता या न आता लेकिन पुलिस ने कौशल का बयान लेने के लिए फौरन उसकी तलाश करवानी जरूर आरम्भ कर देनी थी। चाहे वह खानापूरी ही होती लेकिन दारा के बार-बार कौशल के नाम की दुहाई देने पर उसको एक बार तो पुलिस के सामने पेश होना ही पड़ना था।
Reply


Messages In This Thread
RE: SexBaba Kahan विश्‍वासघात - by desiaks - 09-29-2020, 12:11 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,463,625 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 540,128 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,216,808 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 920,306 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,631,529 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,063,042 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,920,731 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,957,213 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,993,121 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 281,308 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 3 Guest(s)