RE: Desi Porn Stories बीबी की चाहत
दूसरे दीपा समझदार थी। वह मुझे पूछे बिना कुछ भी ऐसा नहीं करेगी जिससे हमारा घर संसार आहत हो। यदि मान लिया जाये की तरुण बहक जाता है, तो दीपा फिर तरुण को कंट्रोल कर सकती है। मैं जानता था की दीपा एक शेरनी की तरह है। वह यदि चाहे तो तरुण को घरमें घुसने भी न दे। उसने पहले कई बार तरुण को हड़का दिया था। तरुण अपनी बीबी से भी तो डरता था। किसी एक को बहकने से रोकने के लिए तीन लोग खड़े थे, बच्चों को इस गिनती में शामिल न किया जाय तो। मेरी इस शंका का भी भलीभांति समाधान हो गया। सबसे बड़ी बात यह थी की दीपा मुझे बहुत चाहती थी और मैं जानता था की सेक्स और प्रेम का अंतर वह जानती थी। शंका का तो तुरंत समाधान हो गया।
मैंने सोचा की शंका कुशंका करते रहेंगे तो आगे बढ़ नहीं सकते। आखिर कुछ पाने के किये कुछ समझौता तो करना पड़ता ही है। और फिर हम सब कहाँ एकसाथ सारी ज़िन्दगी रहने वाले थे। अब बात थी पत्नियों को पटाने की। यह एक बड़ी चुनौती थी।
फिर मेरे मनमें एक बात आई। दो औरतों को एकसाथ चुदवाने के लिए राज़ी करना मुझे कठिन लगा। वैसे ही औरतें बड़ी ईर्षालु होती है। वह अपने पति को दुसरी औरत को चोदते हुए देख सके यह मुझे मुश्किल सा लग रहा था। ऐसा करने की बात करने से पहले मैंने सोचा क्यों न पहले हम दो मर्द मिलकर कोई भी एक बीबी को तैयार करते हैं।
एक बीबी को अगर हमने फाँस लिया तो दूसरी आराम से फँस जायेगी। एक फँस गयी तो फिर वह दुसरी को जरूर चुदवाने के लिए तैयार करेगी। तब तक मैं टीना के करीब जा नहीं पाया था। तरुण ने तो कुछ हद तक मेरी बीबी पर अपना चक्कर चलाना शुरू कर ही दिया था। मैं भी तो पहले दीपा को चुदवाने का मजा लेना चाहता था। मेरे मनमे मेरी बीबी दीपा को तरुण से चुदवाने का एक तरह का पागलपन सवार हो गया था।
वैसे मेरे मन में बड़ी प्रखर इच्छा थी की मेरी बीबी भी एक बार गैर मर्द का टेस्ट करे। मैं देखना चाहता था की मेरे सामने दूसरा मर्द कैसे मेरी बीबी को चोदता है, मेरी बीबी कैसे उससे चुदवाती है और मैं भी दूसरे मर्द के साथ मिलकर कैसे मेरी बीबी को चोदता हूँ।
कई बार मैंने देखा था की मैं तो झड़ गया था पर मेरी बीबी नहीं झड़ पाई और अपना मन मसोस कर रह गयी। अगर दीपा को दो मर्द चोदते हैं तो साफ़ बात है की वह भी ओर्गाज़म का ज्यादा से ज्यादा मजा ले सकती है। उसको बार बार झड़ने से वह बहुत एन्जॉय करेगी। यही बात को सोच कर मैं जोश में आ गया। तरुण और दीपा की केमिस्ट्री देख कर में पागल सा हो रहा था। मैं दीपा को तरुण से चुदवाने के बारें में गम्भीरता से सोचने लगा।
तरुण का मेरी पत्नी की और आकर्षण (आकर्षण से ज्यादा उपयुक्त शब्द था पागलपन) को मैं भली भांति जानता था। तरुण को दीपा की और से थोड़ा सा भी सकारात्मक रवैया दिखाई दिया तब तो तरुण दीपा का पीछा नहीं छोड़ेगा। यह बात तो मेरी बीबी ने खुद मुझसे कही थी की अगर उस दिन मौक़ा मिला होता और अगर मेरी बीबी ने थोड़ी सी भी असहायता, असावधता या निष्क्रियता दिखाई होती तो तरुण उसे चोद ही देता।
उस दिन एक बार गलती से दीपा को दीपा की मर्जी के बगैर आधी नंगी देख लेने से ही तरुण दीपा को चोदने के लिए इतना उतावला हो गया था की अगर उस समय थोड़ा सा भी चांस मिलता तो दीपा ने भी कुबूल किया था की तरुण दीपा को नंगी कर देता और तब दीपा तरुण को उसे चोदने से रोक नहीं पाती। तो कहीं दुबारा ऐसा कुछ हुआ और तरुण ने दीपा को थोड़ा सा भी पिघलते देखा और उसे दीपा को फाँसने का मौक़ा मिला तो फिर तो मुझे पता था की वह किसी ना किसी तरह दीपा को चुदवाने के लिए मजबूर कर ही देगा और तब तरुण दीपा को चोदे बगैर छोड़ेगा नहीं। अगर उसे मेरी बीबी को चोदने का मौक़ा मिला तो फिर तो तरुण ख़ुशी ख़ुशी टीना को मुझसे चुदवाने के लिए तैयार करने की भरसक कोशिश करेगा इस बातका मुझे पूरा यकीन था।
दूसरे, तब दीपा भी टीना को राजी कर लेगी। मैं जानता था की यदि दीपा चाहेगी तो टीना को जरूर तैयार कर सकती है। पर इसके लिए पहले दीपा के अवरोध का बाँध तोड़ना जरुरी था।
दीपा को गरम करने के लिए मैं अनायास ही तरुण की बात छेड़ देता था। बातों बातों में मैं कुछ न कुछ ऐसे विषय ला देता था की दीपा गरम हो जाए। मैंने एक रात जब दीपा थकी हुयी थी और सोने जा रही थी, तब उसको गर्म करने के इरादे से तरुण के बारेमें बात छेड़ी। मैंने वह लीफाफा निकाला जिसमें टीना और तरुण के सेक्सी पोसेस वाली तस्वीरें थी। दीपा एक के बाद एक तस्वीरें देखने लगी। मैंने टेढ़ी नजर से देखा की दीपा टीना में ज्यादा दिलचस्पी नहीं ले रही थी, पर तरुण की छोटे से जांघिये में उस के उठे हुए लण्ड वाली तस्वीरों को वह थोड़े ज्यादा ही ध्यान से देख रही थी।
एक फोटो में तो तरुण के जांघिये में से तरुण के लण्ड की शायद उसकी बीबी टीना ने एक ऐसी फोटो ली थी जिसमें ऐसे दिख रहा था जैसे एक बड़ा अजगर बड़ी मुश्किल से तरुण की टाँगों के बिच में छुप कर उतनी छोटी सी जगह में समा नहीं पा रहने के कारण तरुण का जांघिया फाड़ कर जैसे बाहर निकलने वाला ही था।
उस फोटो से साफ़ जाहिर हो रहा था की तरुण का लण्ड कम से कम १० इंच से भी शायद ज्यादा लंबा और काफी मोटा होगा। क्यूंकि वह निकर में इतना बड़ा तम्बू बनाकर खड़ा हुआ दिख रहा था। तरुण के जांघिये में टांगों के बिच इतना बड़ा तम्बू जैसा दिख रहा था की यह देख कर दीपा के मुंह से अनजाने में सिटी निकल गयी और वह बोल पड़ी, "बाप रे बाप! कितना बड़ा है?"
मैं समझ तो गया था की वह तरुण के लण्ड के बारे में ही बात कर रही थी फिर भी मैंने अनजान बनते हुए पूछा "डार्लिंग, क्या बात है, क्या बड़ा है?" तब मेरी बीबी ने झूठ बोला की वह तो इतने बड़े समंदर के बीच के बारेमें कह रही थी।
उनमें कुछ ऐसी भी तस्वीरें थीं जिसमें उनके बैडरूम में टीना के ऊपर तरुण चढ़ा हुआ था। हालांकि दोनों ने कपडे पहने हुए थे फिर भी यह साफ़ था की वह चुदाई की अदाएं दिखा रहे थे। कुछ तस्वीरों में तरुण और टीना लगभग नंगे चुदाई करते हुए दिख रहे थे। तरुण ने जाँघिया तो पहन रखा था, पर यह साफ़ था की वह अपना लण्ड जांघिये में से बाहर निकाल कर अपनी बीबी को चोद रहा था। घने बालों से भरी हुईं तरुण की नंगी जाँघें टीना की साफ़ सुथरी गोरी नंगी जाँघों के बिच में दिखाई दे रहीं थीं। टीना ने कोई कपडे नहीं पहने थे बस चद्दर से अपना बदन ढकने की नाकाम कोशिश करती दिख रही थी। हालांकि तरुण का लण्ड और टीना की चूत और बॉल दोनों के बदन के बिच में ढके हुए थे।
ऐसी तस्वीरों को देख कर दीपा कुछ खिसिया गयी। मेरी बीबी ने मेरी और टेढ़ी नजर से देखा। पर पहले ही मैंने अपनी आँखें वहां से हटा ली थीं। थोड़ी सेहमी सी दीपा बोली, "यह लोग बड़े बेशर्म हैं। कैसी तस्वीरें खिंचवाते हैं? ऐसी तस्वीरें किस से खिंचवाईं होंगीं? क्या किसी के सामने कोई भला ऐसे करता है?"
मैंने मेरी बीबी के गुलाबी गालों को हलकी सी चूंटी भरते हुए कहा, "डार्लिंग यह तस्वीरें किसी ने नहीं खींची। यह ऑटो मोड में ही खींचीं जातीं हैं। आप कैमरा को टाइमर से सेट कर दो और फिर पोज़ दो। कैमरा अपने आप ही तस्वीर खींच लेगा।"
मैंने फिर मेरी बीबी को चिढ़ाने के लिए कहा, "और फिर इसमें बेशर्मी की क्या बात है? पति पत्नी हनीमून में अगर चुदाई नहीं करेंगे तो क्या करेंगे? वैसे दीपा, एक बात तो तुम भी मानोगी, की टीना ना सिर्फ सुन्दर है बल्कि गजब की सेक्सी भी है।"
दीपा ने फ़ौरन मेरी तरफ टेढ़ी नजर करके कहा, "बेशक टीना बहुत सुन्दर है और इन तस्वीरों में तो बड़ी सेक्सी भी लग रही है। पर क्या तुम्हें टीना मुझसे भी ज्यादा सुन्दर और सेक्सी लग रही है?"
मैंने मेरी बीबी की बातों का क्या जवाब देता? मैंने कहा, "खैर यह तो उनके हनीमून की तस्वीरें हैं। पर मौक़ा मिला तो मैं भी किसी दिन तरुण को दिखा दूंगा की मेरी बीबी दीपा भी टीना से कम सुन्दर या कम सेक्सी नहीं है। यह तो मेरी बीबी का बड़प्पन है की सेक्सी ड्रेस पहनती नहीं है, वरना मेरी बीबी का मुकाबला कोई भी औरत नहीं कर सकती।"
मेरी बात सुनकर मेरी सीधीसादी बीबी गरम हो गयी और दीपा का चेहरा ख़ुशी और गौरव से खिल उठा। वह मेरी बाँहों में आकर मुझे चूमने लगी। मेरी बीबी ने कहा, "दीपक, क्या तुम सच कह रहे हो? डार्लिंग, शादी के इतने सालों के बाद भी तुम मुझे इतना चाहते हो, मुझे इतनी सेक्सी और सुन्दर मानते हो यह मुझे बहोत अच्छा लगता है।"
मैंने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "जब तरुण ने मुझे टीना की ऐसी आधी नंगी सेक्सी तस्वीरें देखते हुए पकड़ लिया तो मुझे बड़ी शर्मिंदगी हुयी। मैंने तरुण से माफ़ी मांगी। तब तरुण ने क्या कहा मालुम है?"
दीपा ने मेरी तरफ सवालिया नजर से देखते हुए अपनी उत्सुकता को दबाने का प्रयास करते हुए पूछा "क्या कहा तरुण ने?"
मैंने कहा, "तरुण ने कहा, टीना की ऐसी आधी नंगी तस्वीर यदि मैंने देख ली तो क्या हुआ? उसे तो उस समय बीच पर सैकड़ों लोगो ने आधी नंगी बिकिनी में देखा था। उसने कहा हम दोनों कपल में क्या अंतर है? टीना और दीपा या दीपक और तरुण सब एक ही तो हैं? हम को हमारे बिच ऐसा कोई अंतर नहीं रखना चाहिए।" मैंने फिर दीपा से पूछा, "कुछ समझी?"
दीपा बोली, "हाँ, सही तो है। हम दोनों कपल अब इतने करीब हैं की हम में एक तरहकी आत्मीयता है। तरुण हो या तुम हो दोनों अपने ही हैं। हमें कोई फर्क नहीं समझना चाहिए। उसने ठीक ही कहा। उसमें सोचने की क्या बात है?"
तब मैंने दीपा के गाल पर चूंटी भरते हुए कहा, "हाय मेरी बुद्धू बीबी। तू इसका मतलब नहीं समझी। तरुण का कहने का मतलब ये था की चाहे तरुण हो या मैं, तुम्हारे लिए दोनों बराबर होने चाहिए। और चाहे तरुण हो या मैं, टीना के लिए भी दोनों बराबर होने चाहिए। इसका मतलब समझी?"
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