RE: Desi Porn Stories बीबी की चाहत
तरुण ने कहा, "भाई, मैं जान बुझ कर कुछ दिनों की गैप दे रहा हूँ ताकि भाभी भी सोचती रहे की मैं क्यों नहीं आ रहा। आप यह कहना की उस दिन बाथरूम में मैंने जो हरकत की उससे मैं बहुत शर्मिन्दा हूँ और भाभी के सामने आने से डर रहा हूँ।"
उसी रात को मैंने दीपा से कहा, "आज मैंने तरुण को फ़ोन किया था।"
दीपा एकदम सतर्क हो गयी और उसने बड़ी ही सहजता दिखाते हुए पूछा, "अच्छा? क्या बात हुई?"
मैंने कहा, "मैंने तरुण से पूछा की इतने दिनसे क्यों आ नहीं रहे हो? तो उसने कहा, वह तुमसे डर रहा है। उस दिन बाथरूम में उसकी हरकत के कारण वह शर्मिन्दा है और आने से झिझकता है। उस दिन तुमने उसे झाड़ जो दिया था।"
दीपा ने कहा, "ओह! अच्छा? मैं तो उस बात को भूल ही गयी थी। मैंने तुम्हें कह तो दिया था की मैंने उसे माफ़ कर दिया है। वह आ जाये, मैं उसे कुछ नहीं कहूँगी। मेरे बर्ताव में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। तरुण ने मेरी बात को कुछ ज्यादा ही सीरियसली ले लिया लगता है। तुम उसको कहना की जो हुआ सो हुआ। अब उसके बारे में ज्यादा सोचने की जरुरत नहीं। उस उल्लू को कहना की माफ़ी अगर मांगनी है तो खुद यहां आकर मुझसे माफ़ी मांगे। हो सकता है मैं उसे माफ़ कर दूँ।"
मैंने तरुण से मेरी बीबी के साथ मेरी बात हुई वह बतायी तो वह काफी खुश हुआ और बोला, "भाई आप एक काम कर सकते हो? आप दीपा को यह बताओ की मेरे और टीना के बिच कुछ अनबन सी हो गयी है। और टीना मुझसे झगड़ा कर मायके चली गयी है, और मैं इस कारण काफी मायूस हूँ। यह भी कहना की टीना को मेरे और मेरी एक पुरानी महिला दोस्त के बारे में कुछ ग़लतफ़हमी हो गयी है। बस इतना ही बताना।" मैंने कहा वह मैं बता दूंगा।
उस रात को मैंने दीपा से कहा, "मैंने तरुण को फ़ोन किया था। मैंने तुम्हारा मैसेज दे दिया उसको। पर बेचारा काफी मायूस लग रहा था।"
मेरी बीबी ने मेरी और सवालिया नजर से देखा तो मैंने कहा, "कोई बात को लेकर उसके और टीना बिच कुछ खटपट हो गयी है। शायद तरुण की कोई पुरानी गर्ल फ्रेंड को लेकर टीना को कोई ग़लतफ़हमी हो गयी है। गुस्से में टीना कुछ दिनों के लिए मायके चली गयी है।"
दीपा ने पूछा, "क्या तरुण किसी और औरत के साथ भी चक्कर चला रहा है?" ना कहते हुए भी दीपा ने अनजाने में "किसी और औरत के साथ" शब्द इस्तेमाल कर यह कबुल कर लिया की तरुण दीपा के साथ चक्कर चला रहा था।
मैंने कहा, "नहीं यह बात नहीं है। बात कुछ ज्यादा ही गंभीर है। दर असल तरुण की एक पुरानी फ्रेंड उसे कहीं मार्केट में मिली थी। पहले तरुण का उसके साथ कुछ चक्कर था। पर अब तो उसकी शादी भी होगयी है और बच्चे भी हैं। जब तरुण ने टीना को यह बात कही तो टीना ने समझ लिया की तरुण फिर से उसके चक्कर में पड़ गया है। फिर इस को लेकर तरुण और टीना के बिच कुछ बातचीत हुई और टीना अपने मायके चली गयी। पता नहीं पर तरुण और टीना के बिच कुछ और भी झंझट है। तरुण एक बार मनाने गया पर वह नहीं आयी। शायद होली के बाद आ जाये।"
दीपा ने कुछ सोचने के बाद कहा, "तरुण को कहना, की अगर जरुरत पड़ी तो मैं टीना को मना लुंगी। पर एक बार तरुण को हमारे घर आ कर सारी बातें मुझे विस्तार से कहने के लिए कहो।"
दूसरे दिन मैंने जब तरुण को मेरी बीबी के साथ हुई बातचीत कह सुनाई तरुण मेरी बात सुनकर खुश हुआ। तरुण ने कहा, "भाभी को कहना की मेरा स्वभाव एक बन्दर जैसा है। भाभी को देख कर मैं एकदम अचानक ही चंचल हो जाता हूँ। मैं आया और मुझसे कहीं ऐसी वैसी हरकत हो गयी तो भाभी फिर मुझसे लड़ पड़ेगी और नाराज हो जायेगी। एक बात भाभी को आप बता देना की मैं मेरी भाभी को दुखी नहीं देख सकता।"
जब मैंने दीपा से यह कहा तो दीपा ने कहा, "तरुण से कहना, मुझे बन्दर पसंद है। अगर मुझे उसकी कोई हरकत पसंद नहीं आयी तो मैं उसे एक थप्पड़ भी रसीद कर सकती हूँ। पर इसका मतलब यह नहीं की वह आनाजाना बंद कर दे। और मैं उसकी हरकत से दुखी नहीं होउंगी बस?"
जब मैंने तरुण से यह कहा तो वह उछल पड़ा। तरुण ने कहा, "भाई, अब समझो हमारा काम हो गया। अब समझो की दीपा भाभी फिसल गयी।"
मैंने पूछा, "कैसे?"
तरुण ने कहा, "भाई देखते जाओ।"
मैंने कहा, "अरे परसों ही तो होली है। देख साले होली में तू कोई ऐसी वैसी हरकत मत करना।"
तरुण ने कहा, "भाई अब तो जब आपने मुझे चुनौती दे दी है तो होली में ही कुछ करते हैं। मैं होली के दिन ही आऊंगा। बोलिये आप तैयार हो?"
मैंने कहा, "क्या मैंने कभी तुम्हारे काम में रुकावट डाली है?"
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