RE: kamukta Kaamdev ki Leela
गांड़ की दरार को देखकर राहुल एक लम्बी महक लेने लगता है और फिर बिना विमंभ किए अपने नाक को थोड़ा धस देता है दरार में। क्योंकि नमिता की गांड़ काफी हद तक मोटी थी, उसकी छेद तक नाक को पहुंचना राहुल का फिलहाल के लिए मकसत बन चुका था और उसमें कामयाब भी होने लगा था। कुछ इस तरह के उस का चेहरा गांड़ से विकलुल मानो चिपक गया हो और तभी नमिता अपने छेद पे ज़ुबान के खुरेडने के एहसास महसूस करती है। पलके बंद किए वोह एक सिसकी देने लगी और कस के हैंडल को जकड़ लेती है।
सिसकी मानो कोई मीठी सी वाणी हो, जिसे सुनके राहुल और ज़बान हिलाने लगता है और नमिता की जिस्म हिलोरे मारने लगी आनंद से। राहुल जब तक अंदर चाटता गया, वैसे वैसे उसके हाथ गुब्बारों को मसलता भी गया। नमिता तो उसके मसलवाने से ही पागल हो रही थी। एक ऐसी मसाज चल रही थीं, के मानो रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी। बिना किसी संकोच के वोह अपनी गांड़ को अब पीछे की तरफ धकेलने लगी "ऊह!!!! राहुल तू सबकुछ उह!!!"
छेद के कुछ देर तक रसपान के बाद राहुल उठ जाता है और दीदी को कस के एक बार फिर जकड़ लेते है। नमिता हौले से उसके कान तक अपनी जबान ले आती है "मसाज अभी भी पूरी नहीं हुई मेरे प्यारे भाई! इसे खुटना अभी भी बाकी है! बहुत तेज़ खुजली हो रही है अंदर!!!" इतना कहना था के वोह एक झ्टके में राहुल के कान को हौले से काट लेती है और राहुल भी मस्ती में आकर दीदी को आगे के तरफ झुका देता ह और अपने लिंग लिए सीधे दरार की और थपकी देने लगा "दीदी!!! तुम कह रही हो तो....."। "हां! मै कह रही हूं!! अब ज़्यादा देर की, तो एक थप्पड़ पड़ेगी तुझे!"
दीदी की आदेश का पालन करते हुए वोह लिंग के सुपाड़े को धीरे से गांड़ के दरार में धसने लगा और वैसे वैसे नमिता की सासें तेज़ होती गई। अब कुछ और प्रगती करते हुए राहुल आगे गया और नमिता और सिसक उठी। फिर कुछ पल यूहीं सिसकियों में बीत गए और राहुल पूर्ण ताय्यार होगया आगे बढ़ने के लिए। उसने एक कस के धक्का दिया और सीधा दीदी के गांड़ की अंदर प्रवेश कर लिया, जिससे यह हुआ के नमिता अब एक हाथ टॉवेल स्टैंड को जकड़ लेती है और दूसरे से शोआवर के हैंडल को "ओह!!!! उई मा!" मुंह से एक तड़गी सिसकी का निकलना तो लाजमी थी, क्योंकि लिंग का दस्तक ही तगड़ा था।
राहुल अब गांड़ चुदाई में मगन हो गया और वैसे वैसे नमिता की जिस्म भी हिलने लगी, हर धक्के के साथ साथ उसकी मोटी मोटी पपीते भी खूब हिलने लगे और उसकी मुंह सिस्कीइयिओ से भर उठी। पूरी बाथरूम में एक कामुक माहौल घोल उठा और दो बदन फिर एक हो गए। एक भाई का अपने बड़ी बेहन के लिए कामुकता और वासना देख नमिता खुद गदगद हो उठी और वोह राहुल को और उकसाने लगी "ओह! ९ ओह!!! और ज़ोर से! उफ्फ!!"
राहुल अपने दीदी के सुडौल कमर को अब कस के जकड़ लेता है और कस कस के खुदाई करने लग गया।
धक्के पर धक्का!
सिसकियों पे सिसकियां!
बस फिर क्या! सब्र का पुल टूट गया और अपने आप को संभाले अपने सुपाड़े से धेर सारा मलाई गांड़ के चारो और फैलाने लगा और उसके मुंह से केवल आग बरस परा "दीदी!!!!!!!!!!! लेलो सबब!!!!"। नमिता भी आंखे मूंद लेती है और एक लम्बी सांस छोड़ने लगी "उफ़! मार ही डाला तूने तो!" पसीने से लथपथ गांड़ पे सफेद पदार्थ देखकर राहुल उत्तेजना से भरपूर हो उठा।
नमिता भाई के नजरिए को भाप्ती हुई, हाथ पीछे लेजाकर अपनी गांड़ पे से कुछ तिनके उठाके मुंह से चख लेती है और पूर्ण तरीके से अन्दर घोलके, होंठो को आपस में रगड़के भाई की और देखने लगी "थैंक्स राहुल!"।
चेहरे पे शरारत बरकरार!
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