RE: Indian Sex Kahani डार्क नाइट
‘‘नाइस रेस्टोरेंट... द एम्बिएंस इ़ज प्रिटी गुड।’’ रेस्टोरेंट की डिम लाइट में प्रिया का चेहरा किसी फ्लूरोसेंट लैंप सा चमक रहा था।
‘‘आई लव दिस रेस्टोरेंट; मेरे लिए यह रेस्टोरेंट बहुत लकी है।’’ कबीर ने प्रिया के चमकते चेहरे पर अपनी ऩजरें टिकाईं।
‘‘लकी? किस तरह?’’
‘‘मेरे पहले प्यार की कहानी इसी रेस्टोरेंट से शुरू हुई है।’’
‘‘पहले प्यार की कहानी? कब?’’ प्रिया के चेहरे पर अचरज और उलझन की लकीरें सा़फ खिंच आर्इं।
‘‘आज, अभी।’’ कबीर के होठों की शरारत उन्हें ट्विस्ट कर थोड़ा सा कर्ली कर गई।
‘‘कबीर, तुम कभी सीरियस भी होते हो?’’ प्रिया खिलखिला उठी।
‘‘आई एम सीरियस प्रिया।’’
‘‘सीरियस? अबाउट व्हाट?’’
‘‘अवर रिलेशनशिप।’’
‘‘रिलेशनशिप? हम कल ही मिले हैं, और आज रिलेशनशिप?’’
‘‘तो क्या तुम यहाँ मेरे साथ टाइम पास करने आई हो?’’
‘‘हाँ, तुम्हारे साथ टाइम पास करना अच्छा लगता है।’’ प्रिया ने हँसते हुए कबीर का हाथ थामा। प्रिया न जाने कितनी बार कबीर का हाथ थाम चुकी थी, मगर उसे हर बार वही ‘पहली बार’ वाली फीलिंग आती थी।
‘‘खैर ये बताओ ड्रिंक क्या लोगी? अब ये मत कहना, लेमन सोडा विद नो शुगर प्ली़ज।’’
‘‘बिल्कुल, लेमन सोडा विद नो शुगर प्ली़ज।’’ प्रिया ने शरारत से ‘प्ली़ज’ पर ज़ोर दिया।
‘‘व्हाट? मैंने सोचा कि हम कोई कॉकटेल या शैम्पेन लेंगे?’’
‘‘शैम्पेन, हम मेरे फ्लैट पर पियेंगे।’’
‘‘तुम्हारे फ्लैट पर?’’
‘‘हाँ, डिनर करके हम मेरे फ्लैट पर जा रहे हैं।’’
‘‘तो फिर हम यहाँ क्या कर रहे हैं?’’
‘‘यहाँ हम टाइम पास कर रहे हैं।’’
‘‘और तुम्हारे फ्लैट में क्या करेंगे?’’ कबीर की आँखें किसी रोमांचक आमन्त्रण की सम्भावना से चमक उठीं।
‘‘शैम्पेन पियेंगे।’’
‘‘बस, शैम्पेन पियेंगे?’’
‘‘बिलीव मी, ऐसी शैम्पेन तुमने पहले कभी नहीं पी होगी।’’
‘‘कौन सा ब्रांड है?’’
‘‘मेरा वह मतलब नहीं है।’’
‘‘तो फिर क्या मतलब है तुम्हारा?’’
‘‘मेरा मतलब है कि तुम शैम्पेन फ्लूट से नहीं पियोगे।’’ प्रिया की आँखों का आमन्त्रण थोड़ा नटखट हो उठा।
‘‘तो क्या बोतल से पीनी पड़ेगी?’’
‘‘उँहूँ।’’
‘‘समझ गया; तुम मुझे अपनी आँखों से पिलाओगी।’’ कबीर ने प्रिया की आँखों में गहराई तक झाँका।
‘‘आँखों में शैम्पेन गई तो आँखें खराब हो जाएँगी।’’ प्रिया के होठों से उछलकर हँसी उसके नटखट आमन्त्रण में एक नई शरारत भर गई।
‘‘तो फिर किससे पिलाओगी यार? चुल्लू से?’’ कबीर से अब और सब्र न हो रहा था।
‘‘आई हैव ए फ्लैट टमी एंड ए डीप बेली बटन।’’
‘व्हाट?’ प्रिया के आँखों की शरारत, किसी डोर सी उछलकर कबीर के ख़यालों में उसका बेली बटन टाँक गई, और उससे शैम्पेन के मस्ती भरे घूँट भरने के ख्याल ने उसे ऐसे नशे में डुबा दिया, कि कुछ देर के लिए वह अपने होश खो बैठा।
‘‘अब बेवकूफों की तरह ताकना बंद करो, और जल्दी से खाना ऑर्डर करो, मुझे बहुत ज़ोरों से भूख लगी है।’’ प्रिया की आँखों से उतरकर शरारत उसके होठों की शर्मीली मुस्कान में घुल गई।
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