RE: Mastaram Stories ओह माय फ़किंग गॉड
मैं कुछ नहीं बोला. इस बीच कुसुम बहुत असहज महसूस कर रही थी. वह उठी और अपने कपड़े समेटते हुए बोली, “आप लोगो को जो करना है करो मैं जाती हूँ. दीदी मुझे माफ़ कर दो.”
उसको जाते देख लाली हडबडा गयी और जल्दी से उसको पकड़ कर बोली, “अरे पगली क्यों हमको और शर्मिंदा कर रही है. ये साहब ना तो मेरा पति है ना मैं इसकी बीवी. चल आ मिल के मजे लेते है.”
मैं अभी भी पूरा नंगा कोने में खड़ा सास-बहु सीरियल का ये एपिसोड देख रहा था. लाली ने कुसुम के बदन से साड़ी उतार ऊपर से नंगी कर दी. कुसुम का बदन औसत दर्जे का था लेकिन उसकी चूचियां बड़ी और कसी हुई थी. निप्पल का घेरा बड़ा और गहरे रंग का था जो उसकी गोरी देह पर खूब फब रही थी. लाली कुसुम को बाँहों में जकड़े हुए धीरे-धीरे पीठ और चूतड़ को सहला रही थी. लाली ने मुझे इशारों से पास बुलाया, “ओ साहब
क्या देख रहे हो? पास आओ और दिखाओ अपने लंड का कमाल”
मेरा लंड उछालें मार रहा था. मैं पीछे गया और कुसुम के चूतड़ को जोर से दबा दिया. उसकी सिसकारी जैसे गले में ही घुट गयी और पूरा बदन थरथरा गया.
कुसुम अभी भी शरमा रही थी. लाली के कंधे पर सर रख कर चुपचाप दोनों और से प्यार ले रही थी.
मै भी पीछे से कुसुम को जकड़ लिया. मेरा लंड उसके चूतड़ की फांक में फंस गया और मेरे दोनों हाथ उसके चिकने पेट का जायजा लेने लगे. कुसुम एक मर्द और एक औरत के बीच पिसने लगी. उसकी सांसे गहरी होने लगी. मैं एक हाथ उसकी चुचियों पे ले गया और दूसरा हाथ कमर के नीचे झांटों को टटोलने लगा. झांटो के ऊपर से उसकी चूत को जोर से मसलने लगा जिससे कुसुम बैचैन होकर सीत्कार करने लगी. उसके मम्मों की निप्पल खड़ी हो गयी जिसे मैं उँगलियों में फँसाकर मसलने लगा. लेकिन इन सबके दौरान लाली एकदम खामोश थी. वह बस कुसुम को जकड़े खड़ी थी. मैंने उसकी आँखों में देखा जिसमे एक सूनापन नज़र आया.
मुझे अपनी ओर ताकते देख बोली, “साहब खड़े खड़े ही पूरा काम करोगे क्या? चलो बिस्तर पर”.
फिर कुसुम को बिस्तर पर बैठाकर खुद उसकी बगल में बैठ गयी. मेरी ओर देख बोली, “आ जाओ मेरे राजा”
मैं लाली के सामने खड़ा हो गया, मेरा तना हुआ लंड उसकी मुँह के सामने था. लंड को हलके हाथो से सहलाते हुए बोली, “साहब पिछले दिन तुम्हारे लंड को ठीक से प्यार नहीं कर पाई. लेकिन आज पूरा प्यार दूंगी”
कुसुम बड़े गौर से हमारी ओर देख रही थी. लाली ने कमर से पकड़ मुझे सामने खींच ली और झट से मेरे लंड को मुँह के हवाले कर दी. मेरे लंड को पूरा निगल कर चूसने लगी. मेरी नज़र कुसुम पर गयी जो बड़े आश्चर्य से लाली को देख रही थी. शायद उसके लिए यह तरीका बिल्कुल नया था. मैंने लाली के सर को पीछे से पकड़ा और उसके मुँह को चोदने लगा. उसके मुँह से “सक्क सक्क” की आवाज आ रही थी. सड़प सड़प की आवाज के साथ वह किसी शातिर खिलाडी की तरह मेरे लंड को चुसे जा रही थी.
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