RE: Incest Kahani Incest बाप नम्बरी बेटी दस नम्बरी
कुछ देर के बाद वह ऑफिस पहुंच गया. वो सीधा अपने केबिन में गया और जाते ही उसकी सेक्रेटरी रीता जो एक 32 या 33 साल की मगर ज़िस्म से गदराई हुई माल थी, पीछे- पीछे वह भी रमेश के केबिन में घुस गई.
रीता- गुड मॉर्निंग सर!
रमेश- गुड मोर्निंग। सिट् डाउन।
रमेश थोड़ी देर तक फाइल्स के पेज पलटने के बाद गुस्से में बोला- रीता आर यू क्रेज़ी?
रीता- क्या हुआ सर? एनी प्रॉब्लम?
रमेश- प्रॉब्लम क्या … ऐसे काम होता है? तुम तो मुझे बर्बाद कर दोगी। यह फाइल्स अब तक क्लियर क्यों नहीं हैं?
रीता- सर … वो … वो …
रमेश- क्या वो-वो लगा रखा है? पता नहीं मैंने तुम्हें काम पर किसलिए रखा हुआ है!
रमेश के गुस्से को देखते हुए रीता उठी और रमेश के पास जाकर खड़ी हो गयी. उसने अपनी साड़ी का पल्लू थोड़ा सरका दिया जिससे वो नीचे गिर गया. उसने रमेश का हाथ पकड़ा और अपने बूब्स पर रखवा दिया.
रीता दिमाग से भले ही पैदल थी लेकिन वह अपने जिस्म की कीमत अच्छी तरह से जानती थी. इसलिए उसने रमेश को अपनी चूत के जाल में उलझा कर रखा हुआ था. यही कारण था कि रमेश उसको चाह कर भी काम से नहीं निकाल पा रहा था.
रमेश ने पहले अपने हाथ से रीता के बूब्स को जार से दबाया और फिर उसे अपनी गोद में खींच कर बैठा दिया. उसके चेहरे को पकड़ कर उसके होंठों पर अपने होंठ रखने ही वाला था कि उसके केबिन का दरवाजा नॉक हुआ.
रमेश और रीता हड़बड़ा गये और रीता झट से रमेश की गोद से उठ गई.
रमेश सँभलते हुए- कम इन।
दरवाज़ा खुला और रमेश का मैनेजर राजन अंदर आया।
रमेश- बोलो राजन? एनी प्रोब्लम?
राजन- सर वो … अब तक राना एंड संस की फाइल क्लियर नहीं हुई है और वह अपना अकाउंट जल्दी क्लियर करने का प्रेशर बना रहे हैं।
रमेश- क्यों क्लियर नहीं हुई अब तक?
राजन- सर, वह रीता के हाथों में यह सारी बातें हैं. अब वह ही बतायेगी कि क्यों देर हो रही है? मगर जल्द क्लियर न करने से हमें बहुत नुकसान हो सकता है क्योंकि आगे वह हमारे साथ काम नहीं करना चाहेंगे।
रमेश- आई सी। (मैं देखता हूं). ओके ठीक है, तुम जाओ मैं देखता हूँ।
|