RE: Incest Kahani Incest बाप नम्बरी बेटी दस नम्बरी
रेहाना की गांड रमेश के सामने थी. रमेश ने अब रेहाना की गांड पर अपना मुंह लगा दिया और उसकी गांड के छेद पर अपनी जीभ को गोल-गोल घुमा कर चाटता हुआ उसकी रसीली बूर को भी चाटने लगा.
चूसने चाटने की आवाजें होने लगीं- ऊम्म … हम्म … ऊउहह … याल्ला … चाटो अंकल, आह्ह मजा आ रहा है. हाह … और चाटो अंकल … आई लव यू अंकल … मेरी चूत आह्ह … चूस लो इसे.
रेहाना बेकाबू हो चली थी. फिर रमेश उठा और अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया.
रमेश के लंड को देख कर रेहाना हैरानी से बोली- बाप रे! इतना बड़ा और मोटा! इस उम्र में भी इतना टाइट खड़ा है?
रमेश- रंडी तू भी पड़ गयी न हैरत में? अरे मैं तो अभी भी तेरी जैसी रंडियों को पानी पिला दूं।
रेहाना- क्यों और कौन हैरत में पड़ गयी आपके करारे लंड को देख कर?
रमेश- थी एक तेरी ही जैसी रंडी … साली कुतिया। चल यह सब छोड़ और इसे चूसना शुरू कर!
रेहाना रमेश को देख कर मुस्कराई और सोफे से नीचे आकर अपने घुटनों पर बैठ गयी. रमेश का लंड हाथ में लेकर उसने मुंह में भर लिया और उसको जोर जोर से चूसने लगी.
कुछ देर लंड चुसवाने के बाद रमेश ने उसे गोद में उठाया और बेड पर ले जाकर पटक दिया. उसकी दोनों टांगों के बीच में बैठ कर उसने अपने लंड को रेहाना की सेक्सी बूर पर लगा दिया और धीरे धीरे घुसाते हुए पूरा लंड उसकी चूत उतार कर धक्के मारने लगा.
रेहाना मजे में सिसकारियां लेने लगी- आह्ह अंकल … ऊउउ … आह्ह … हम्म … फक मी … आह्ह … चोद दो अंकल।
कई मिनट तक वो रेहाना की चूत में धक्के लगाता रहा और फिर उसने लंड निकाल लिया. लंड को उसने रेहाना के मुंह के सामने कर दिया और रेहाना उसको मुंह में लेकर चूसने लगी.
फिर रमेश ने रेहाना को लिटा कर उसके दोनों पैरों को हवा में उठा कर उसके सिर के ऊपर मोड़ दिया और रेहाना की गांड अपने आप हवा में उठ गयी. अब रमेश खड़ा हो गया और अपना लंड रेहाना की गांड के छेद पर लगा कर पूरा उसकी गांड में उतार दिया. वो बिना देर किये धक्के मारने लगा.
रेहाना अब मजे से रमेश के लंड से अपनी गांड चुदाई का मजा लेने लगी. रमेश रगड़ रगड़ कर रेहाना की गांड मारता रहा और रेहाना चिल्ला चिल्ला कर मजा लेती रही.
वो इतनी चुदासी हो गयी कि उसने रमेश को नीचे पटक लिया और खुद ही उसके लंड के ऊपर बैठ कर उसके लंड पर कूद कूद कर चुदने लगी- आह्ह … ओह्ह यस बेबी … आह्ह फक मी … आह्ह उम्म … आह्ह … मर जाऊंगी मैं … हह याल्ला।
उसका ऐसा रूप देख कर रमेश भी अपने वीर्य वेग को नहीं रोक सका और उसने पांच मिनट में ही अपना सारा वीर्य रेहाना की गांड में खाली कर दिया. रेहाना अपनी उंगली से रमेश के वीर्य को गांड से निकाल निकाल कर चाटने लगी.
रेहाना- उम्म … बहुत टेस्टी है अंकल.
रमेश- और पीना चाहोगी?
रेहाना- बेशक।
रमेश- उसके लिए तुम्हें मुझसे दोबारा चुदने के लिए आना होगा।
वो बोली- अंकल मैं तो आपकी दीवानी बन गयी हूँ. जब बुलाओगे चली आऊँगी।
रमेश- अच्छा इतना पसंद आया मेरा लंड तुम्हें?
रेहाना- बिल्कुल।
उस रात रमेश ने रेहाना को किसी गली की कुतिया की तरह रात 3 बजे तक चोदा और अलग अलग पोजीशन में उसकी गांड मारी. उसके बाद वो दोनों एक दूसरे से लिपट कर सो गये.
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