RE: Incest Kahani Incest बाप नम्बरी बेटी दस नम्बरी
मन ही मन वो बोला- अगर यह रंडी बन ही गयी है तो मैं भी आज इसे अपनी मर्दानगी दिखा ही देता हूं. पता तो चलेगा कि बाप की इज्जत कैसे उछाली जाती है!
रवि- क्या ये रंडी हम दोनों के लंड ले सकेगी? आज तो मैं इसकी चूत और गाँड का भोसड़ा बना दूंगा।
रवि की बात सुन कर रमेश खुश हो गया और रश्मि बिल्कुल सरप्राइज रह गयी.
बाप का ताव देख कर रश्मि को भी जोश आ गया. उसने भी ठान लिया कि वो अपने बाप के सामने अपना असली रूप आज दिखा ही देगी. वो रांड बन कर दोनों के लंड से चुदेगी.
रमेश- ठीक है, अब मुझसे रुका नहीं जा रहा. जल्दी से आजा रवि. मैं इस सेक्सी रंडी की चूत मारने के लिए मरा जा रहा हूं.
फिर वो रश्मि से बोला- ऐ रंडी … मेरे दोस्त को अपना नाम तो बता दे?
रश्मि ने रवि की ओर देखा और बोली- रश्मि … नाम है मेरा।
रमेश हंसने लगा और बोला- रवि तू उस दिन कह रहा था न कि उस दिन वाली लड़की वो रिया रंडी हमारी बेटी की उम्र की है और उसका नाम भी मेरी बेटी का नाम था। ये ले … आज देख ले। इसका नाम भी तेरी बेटी वाला ही है. रवि अब इसे तू अपनी बेटी ही समझ कर चोद।
रवि मन ही मन बोला- सोचना क्या है साले, ये तो असल में ही मेरी बेटी है.
फिर रवि बोला- उस दिन तेरी बेटी को हम दोनों ने चोदा था। ले आज यहाँ तो मेरी ही बेटी आ गयी (मतलब नाम वाली लड़की). चल ठीक है आज दोनों मिलकर निकाल देते हैं इस रंडी की हेकड़ी।
इतना कह कर रवि अपनी शर्ट उतारने लगा. फिर उसने अपनी पैंट भी खोल दी. अब वो अंडरवियर में था. उसका लौड़ा अब सेक्स की बातें होने के बाद धीरे धीरे तनाव में आ रहा था. उसने अपना अंडरवियर अपनी बेटी को दिखाते हुए उतार दिया और उसका अधसोया लंड रश्मि की आंखों के सामने लटकने लगा.
रश्मि हैरत से अपने बाप के लंड को देखने लगी. उसका लंड काफी मोटा और लम्बा था. रमेश और रवि के लंड का साइज लगभग एक जैसा ही था. रश्मि की चूत में आज दो दो मोटे और लम्बे खीरे जैसे लंड जाने वाले थे जिसके बारे में सोच कर ही उसके बदन में पसीना आने लगा था.
तभी रवि आगे बढ़ा और रश्मि को पकड़ कर उसकी ब्रा को खोल दिया. रश्मि भी एक्शन में आ गयी और उसने अपनी पैंटी खोल दी. बेड पर लेट कर उसने अपनी टांगों को ऊपर करके अपनी पैंटी निकाल दी और उसकी गांड में हवा में ऊपर आ गयी.
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