Mastaram Kahani कत्ल की पहेली
10-18-2020, 06:41 PM,
#46
RE: Mastaram Kahani कत्ल की पहेली
“वहां कैसे पहुंच गया ?”
“आप बताइये ?”
“म... मैं क्या बताऊं ?”
“आप अभी भी अपने इस बयान पर कायम हैं कि रात को ड्रिंक डिनर की पार्टी खत्म होने के वक्त से लेकर सुबह हाउसकीपर की लाश की बरामदी के वक्त तक आपने यहां से बाहर कदम नहीं रखा था ?”
“हां ।”
“पार्टी रात एक बजे खत्म हुई थी जबकि आप सोने के लिये अपने कमरे में चली गयी थीं । ब्रेकफास्ट टेबल पर आप सुबह नौ बजे पहुंची थीं । इस वक्फे के दौरान आप हर घड़ी अपने कमरे में थीं ?”
“हां ।”
“आज सुबह माली ने मिस्टर सतीश को नयी कोन्टेसा का अगला बम्फर दायीं साइड से पिचका हुआ पाया था । कल शाम को उसने जब जिप्सी को धोया था तो तब बम्फर ठीक था । इसका साफ मतलब ये है कि रात को किसी घड़ी किसी ने वो गाड़ी चलाई थी । गाड़ी में स्टियरिंग के नीचे, ड्राइविंग सीट के सामने आपका रुमाल पड़ा पाया गया है । मैडम, इसका मतलब मैं आपको समझाऊं या आप खुद समझ जायेंगी ?”
आलोका ने बेचैनी से पहलू बदला ।
“कल रात को” - सब-इंस्पेक्टर अपलक उसे घूरता हुआ बोला - “कोन्टेसा चलाकर कहां गयी थीं आप ?”
“कि... किसी खास जगह नहीं ।” - आलोका बड़ी कठिनाई से कह पायी - “यूं ही जरा ड्राइव के लिये निकल पड़ी थी ।”
“यूं ही ! जरा ड्राइव के लिये ! जिसकी बाबत आप मुझे अब बता रही हैं ।”
“वो-वो मामूली बात थी ।”
“आपने खुद ही फैसला कर लिया कि वो मामूली बात थी ?”
वो खामोश रही । उसने पनाह मांगती निगाहों से सतीश की तरफ देखा ।
“आपने अपने मेजबान की नयी गाड़ी ठोक दी, आपका फर्ज नहीं बनता था कि लौटकर आप मिस्टर सतीश को इस बाबत बतातीं ।”
“आई डोंट माइन्ड ।” - सतीश बोला ।
“वो जुदा मसला है । बात इस वक्त आपकी नहीं, इनकी हो रही है ।”
“मैंने कोई एक्सीडेंट नहीं किया था ।” - आलोका ने आर्तनाद किया - “मुझे तो पता भी नहीं था कि बम्फर पिचक गया था ।”
“आप को ये पता नहीं कि आपसे गाड़ी ठुक गयी थी ?”
“नहीं पता । आप से सुनकर ही मालूम हो रहा है । लेकिन जब जरा-सा बम्फर ही पिचका है तो जाहिर है कि वो किसी मोड़ पर बस कहीं जरा-सी टच ही हुई होगी । इसीलिये मुझे खबर न लगी । खबर लगने लायक ठोकर मैंने मारी होती तो क्या जरा-सा बम्फर ही पिचकता ?”
“आप गयी कहां थी ?”
“कहीं भी नहीं । बस यूं ही जरा ताजा हवा खाने के लिए ड्राइव पर निकल गयी थी । ड्रिंक डिनर जरा हैवी हो गया था, जिसकी वजह से मेरी तबीयत खराब हो रही थी, सिर भारी हो रहा था । ऐसे मौकों पर ताजा हवा लगने से मेरी तबीयत हमेशा सुधर जाती थी इसलिये मैं जीप लेकर ड्राइव पर निकल गयी थी ।”
“बिना किसी को बताये ?”
“हां ।”
“किसी को गाड़ी की जरूरत पड़ सकती थी !”
“गाड़ी की जरूरत सिर्फ हाउसकीपर को थी । पायर पर से पायल को लिवा लाने के लिये । लेकिन मुझे मालूम था कि वो सीडान स्टेशन वैगन लेकर जाने वाली थी । और अभी जिप्सी भी यहां मौजूद थी ।”
“जाने वाली थी ? यानी कि आप उससे पहले ड्राइव पर गयी थीं ?”
“बहुत पहले । तब तो अभी पार्टी जारी थी !”
“कितना अरसा ड्राइव पर रही थीं आप ?”
“यही कोई पन्दरह या बीस मिनट ।”
“खली नहीं किसी को पार्टी से आपकी गैरहाजिरी ?”
“मेरे ख्याल से तो नहीं । मैं किसी को कुछ बोलकर तो गयी नहीं थी और लेडीज का इतना अरसा तो आम टायलेट में लग जाता है । मेकअप सुधारने में, बाल ठीक करने में, ड्रैस ठीक करने में...”
“आई अन्डरस्टैण्ड ।” - फिर वो बाकी लोगों की तरफ घूमा और बोला - “कल रात पार्टी के दौरान आप लोगों में से किसी की तवज्जो इस तरफ नहीं गयी थी कि ये आप लोगों के बीच में नहीं थी ?”
“नहीं ही गयी थी ।” - आयशा कठिन स्वर में बोली - “मुझे तो याद नहीं कि आलोका कभी पन्दरह-बीस मिनट के लिये हम लोगों के बीच में से उठकर चली गयी थी । लेकिन ऐसा हुआ हो तो सकता है । ये कहती है तो हुआ ही होगा ।”
“कल सब ड्रिंक्स की वजह से हवाई घोड़ों पर सवार थे” - शशिबाला बोली - “कल खुद की खबर रखना मुहाल था, किसी और की खबर क्या रहती !”
“लेकिन” - सतीश एकाएक बोला - “मुझे याद पड़ रहा है कि आलोका थोड़ी देर के लिये पार्टी छोड़कर गयी थी ।”
“आपने सवाल नहीं किया कि ये कहां जा रही थीं ?”
“नहीं ।”
“इनके लौटने पर भी नहीं पूछा कि ये कहां गयी थीं ?”
“नहीं ।”
“आप भी पार्टी में थे ।” - सब-इंस्पेक्टर राज से सम्बोधित हुआ - “आप क्या कहते हैं ? आपने नोट किया था मैडम का पार्टी छोड़कर जाना और वापिस लौटना ?”
राज कुछ हिचकिचाया, फिर उसने इनकार में सिर हिला दिया ।
“हूं ।” - सब-इंस्पेक्टर फिर आलोका की ओर आकर्षित हुआ - “अब बोलिये गयी कहां थीं आप ?”
“किसी खास जगह नहीं ।” - आलोक नर्वस भाव से बोली - “मैं बस यूं ही मेन रोड पर निकल गयी थी । थोड़ी देर बाद ही मुझे अहसास हुआ था कि मैं ठीक से ड्राइव नहीं कर पा रही थी इसलिये मैं वापिस लौट पड़ी थी । गाड़ी वापिस घुमाने में ही शायद उसका बम्फर किसी चट्टान से टकरा गया था जिसका कि यकीन जानिये तब मुझे अहसास नहीं हुआ था । वापिस आकर मैंने गाड़ी गैरेज में खड़ी की थी और फिर पार्टी में शामिल हो गयी थी । बस, इतनी-सी तो बात थी ।”
“फिर भी आपने इस बाबत मुझे पहले नहीं बताया !”
“इसीलिये नहीं बताया न, क्योंकि ये...”
एकाएक वो बोलते-बोलते चुप हो गयी । सब-इंस्पेक्टर ने नोट किया कि उसकी निगाह उसकी पीठ पीछे कहीं उठी हुई थी ।
“रोशी !” - फिर आलोका के मुंह से निकला और वो सब-इंस्पेक्टर के पीछे उसी क्षण आन खड़े हुए एक व्यक्ति की ओर लपकी ।
रोशन बालपाण्डे ने अपनी खूबसूरत बीवी को अपनी बांहों में भर लिया और फिर आंखें तरेरकर उन लोगों की तरफ देखा जिनकी कि मजाल हुई थी उसकी बीवी को अपसैट करने की ।
***
Reply


Messages In This Thread
RE: Mastaram Kahani कत्ल की पहेली - by desiaks - 10-18-2020, 06:41 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,459,972 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 539,744 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,215,548 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 919,192 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,629,383 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,061,498 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,917,943 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,947,715 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,989,602 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,943 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 5 Guest(s)