RE: Mastaram Kahani कत्ल की पहेली
“मुझे तो ये वो ही बैग लगा था” - वो तनिक हड़बड़ाकर बोली - “अब आप कहते हैं कि ये कोई और बैग भी हो सकता है तो... वैल, यू नो बैटर ।”
“मैडम, ज्यादा सम्भावना इसके वो ही बैग होने की है ।”
“क्यों ?”
“इसके भीतर से सामान मौजूद है, वो पायल का है । बतौर पायल की मिल्कियत उसकी आप पहले ही शिनाख्त कर चुकी हैं ।”
“अच्छा ! क्या है इसमें ?”
सोलंकी के इशारे पर फिगुएरा ने बड़े नाटकीय अन्दाज से एयरबैग की जिप खोली और उसमें से निहायत शानदार, निहायत कीमती फर का सफेद कोट बरामद किया ।
“ये तो... ये तो” - ज्योति के मुंह से निकला - “पायल का कोट है ।”
“जी हां ।” - सोलंकी बोला - “तभी तो मैंने कहा कि इसकी आप पहले ही शिनाख्त कर चुकी हैं । आपके बयान के मुताबिक ये कोट यहां से रुख्सत होते वक्त पायल अपने जिस्म पर पहने थी । राइट ?”
ज्योति ने सहमति में सिर हिलाया ।
“हाजिर साहबान की जानकारी के लिये वो रिवॉल्वर भी इस कोट के साथ इस एयरबैग में थी । और ये एयरबैग कल रात साढे बारह बजे के करीब लबादा ओढे एक साये ने कुएं में फेंका था और वो साया” - एकाएक सोलंकी का स्वर अतिनाटकीय हो उठा - “मैं यकीनी तौर पर कह सकता हूं कि आप लोगों में से ही कोई था । आप लोगों में से ही कोई कल आधी रात के बाद काला लबादा ओढे यहां से बाहर निकलकर कुएं के करीब पहुंचा था और उसने अपने लाबदे में से निकालकर सामान कुएं में फेंका था ।”
“आपको कैसे मालूम ?” - सतीश भौचका-सा बोला ।
“है मालूम किसी तरीके से ।” - सोलंकी लापरवाही से बोला ।
“सामान !” - आलोका मन्त्रमुग्ध स्वर में बोली - “सामान ये एयरबैग ?”
“और ये ।”
इस बार सोलंकी ने पेटी से निकालकर जो चीज मेज पर रखी वो किसी सफेट पाउडर से भरी हई एक वाटरप्रूफ थैली थी ।
“ये क्या है ?” - राज उत्सुक भाव से बोला - “क्या है इस थैली में ?”
“हेरोइन ।” - तब पहली बार एन.सी.बी. का इंस्पेक्टर आरलेंडो बोला - “प्योर । अनकट । जांच हो चुकी है । वजन दो किलो । अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत दो करोड़ रुपये ।”
“ये भी कुएं से मिली ?” - शशिबाला बोली ।
“जी हां ।”
“कोट और रिवॉल्वर के साथ एयरबैग में से ही ?”
“नहीं ।” - सोलंकी बोला - “हेरोइन की थैली एयरबैग में नहीं थी । लेकिन एयरबैग और ये थैली कुएं में अगल-बगल पड़े थे और साफ जाहिर है कि हमारी कुएं की पहली तलाशी के बाद ही वहां फेंके गये थे ।”
“लेकिन इतनी हेरोइन !” - राज मंत्रमुग्ध स्वर में बोला - “यहां ?”
“ये बहुत सनसनीखेज बरामदी है जिसकी कि फौरन एन.सी.बी. को सूचना भिजवाई गयी थी और वजह से बम्बई से एन.सी.बी.के डिप्टी डायरेक्टर मिस्टर अचरेकर खुद यहां आ रहे हैं । साहबान, हेरोइन की ये बरामदी यहां हुए डबल मर्डर से कहीं ज्यादा सनसनीखेज वारदात है । अब हमें एक कातिल से ज्यादा एक ड्रग स्मगलर की, बल्कि एक ड्रग लार्ड की तलाश है ।”
“दोनों कोई एक ही शख्स होगा !” - सतीश बोला ।
“हो सकता है । नहीं भी हो सकता । गहरी तफ्तीश का मुद्दा है ये ।”
“कैसे हो सकता है ?” - राज बोला - “मिस्टर सतीश की कोई बुलबुल कातिल हो, ये बात तो सम्भव हो सकती है लेकिन वो कोई बड़ी नारकाटिक्स समगल हो ! ये तो हज्म होने वाली बात नहीं ।”
“वो किसी और के लिये काम करती हो सकती है ।”
“और कौन ?”
“कोई भी । बहुत लोग हैं मेरी निगाह में ।”
वहां उपस्थित तमाम मर्द एक साथ विचलित दिखाई देने लगे ।
“जैसे” - राज बोला - “ये रिवॉल्वर और ये कोट बरामद हुआ है इससे क्या ये स्थापित नहीं होता कि पायल का भी कत्ल हो चुका है ?”
“इस बात की तसदीक तो” - फिगुएरा बोला - “मरने से पहले आयशा ही फोन पर कर गयी थी । साफ तो कहा था उसने कि पायल जिन्दा नहीं थी, वो मर चुकी थी, उसका कत्ल कर दिया गया था ।”
“लेकिन आप अभी तक उसकी लाश नहीं तलाश कर पाये ।”
“कर लेंगे । महज वक्त की बात है ये । हमारे पास स्टाफ की कमी न होती तो अब तक कर भी चुके होते ।”
“जनाब, कातिल का रिवॉल्वर को कुएं में फेंकना तो समझ में आता है लेकिन कोट का ऐसा विसर्जन किसलिये ? कोट क्या तकलीफ देता था कातिल को ? पायल और भी तो कपड़े पहने होगी । ये कोट भी उसकी बाकी पोशाक के साथ उसके जिस्म पर से बरामद हो जाता तो क्या आफत आ जाती ?”
फिेगुएरा से जवाब देते न बना । उसने सोलंकी की तरफ देखा ।
“रिवॉल्वर का कत्ल से ताल्लुक था” - राज फिर बोला - “कोट का मकतूल से ताल्लुक था लेकिन हेरोइन का तो इन दोनों बातों से कोई ताल्लुक नहीं था । फिर क्यों किसी ने दो करोड़ की हेरोइन का रिश्ता खामखाह एक कत्ल से जोड़ा ? क्यों खामखाह किसी ने ऐसा पंगा लिया कि...”
“होगी कोई वजह” - सोलंकी झुंझलाकर बोला - “जो कि सामने आ जायेगी । बहरहाल...”
तभी पिन्टो नाम का सिपाही लम्बे डग भरता हुआ सोलंकी के करीब पहुंचा और जल्दी जल्दी उसके कान में कुछ फुसफुसाया जिसे सुनकर सोलंकी तत्काल उठ खड़ा हुआ ।
“साहबान” - वो बोला - “मिस्टर अचरेकर को हैलीकाप्टर हैलीपैड पर उतर चुका है । अब हमारी फौरन चौकी पर हाजिरी जरूरी है । जाने से पहले मैं एक चेतावनी देकर जाना चाहता हूं - खासतौर से उन लोगों को जिनकी आइलैंड पर मूवमेंट्स संदिग्ध हैं या जो संतोषजनक तरीके से अपनी पोजीशन साफ न कर सके या जो हमारे किन्हीं सवालों के काबिले एतबार जवाब न दे सके या जवाब ही न दे सके । मसलन मिस्टर कौशल निगम ने अभी हमें ये बताना है कि क्यों वो आधी रात को अपनी टयोटा लेकर यहां निकले थे और इसके साथ जो लड़की थी वो कौन थी... नो मिस्टर निगम, अभी जवाब देने की जरूरत नहीं । आपका अभी का जो जवाब है, वो मुझे मालूम है । वो जवाब हमें कबूल नहीं । हमारे पास गवाह है ये कहने वाला - जो हवलदार स्कूटर पर आपकी कार के पीछे लगा था, उसके अलावा गवाह है ये कहने वाला - कि कार में आपके साथ कोई लड़की थी ।”
ज्योति ने आहत भाव से अपनी पति की तरफ देखा ।
“नानसेंस !” - निगम ज्योति से निगाह चुराता हुआ बोला - “अटर नानसेंस ।”
“मिस्टर बालपाण्डे” - उसको पूरी तरह नजरअन्दाज करता सोलंकी बोला - “पायल की जो सप्लीमैंट्री स्टोरी आपने सुनाई है, उसमें दम है लेकिन अपनी बीवी को भी भुलावे में रखकर आपका चोरों की तरह आइलैंड पर आना, वापिस जाना, फिर आना अभी शक से परे नहीं । यही बात आपके बारे में भी कही जा सकती है, मिस्टर अधिकारी ।”
“बॉस” - अधिकारी बोला - “पायल मेरी पांच लाख रुपये की हुण्डी थी, मैं उसका कत्ल तो दूर, उसकी उंगली के एक नाखून को नुकसान पहुंचाना गवारा नहीं कर सकता था ।”
“मिस फौजिया खान का यहां से चुपचाप खिसक जाने को आमदा हो जाना हम अच्छी निगाहों से नहीं देखते । ऐसा ही एतराज हमें मिसेज ज्योति निगम के पायल से अपनी मुलाकात की बाबत खामोश रहने से है । मिस शशिबाला को पायल की वापसी में अपनी बर्बादी दिखाई देती थी, ये बात भी स्थापित हो चुकी है । इसके विपरीत ये बात अभी निर्विवाद रूप से स्थापित नहीं हुई है कि मिसेज आलोका बालपाण्डे अपने पति की ही तलाश में आधी रात को मिस्टर सतीश की कोन्टेसा लेकर यहां से निकली थीं । और मैडम” - केवल डॉली से वो सीधे सम्बोधित हुआ - “पायल का ब्रेसलेट आपके सामान से क्योंकर बरामद हुआ इसका कोई माकूल जवाब आप न दे पायीं तो सब से ज्यादा मुसीबत में आप अपने आपको समझियेगा ।”
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