RE: antarwasna आधा तीतर आधा बटेर
बकवास मत करो….सच्ची बात बताओ….
क्लिनिक में मैने इस बात का ख़ास ख़याल रखा था कि कोई मेरे चेहरे का तफ़सीलि जायेज़ा ना ले सके….
लेकिन
उस वक़्त जब मैं डॉक्टर के साथ गाड़ी में बैठ रही थी तो एक आदमी वहाँ आ गया था….
और
उसने मुझे बगौर देखा था….
और
जब मुझे पोलीस स्टेशन ले जाया गया तो वो आदमी वही आया था….
बस फिर….
मुझे क़बूल करना पड़ा….लेकिन….
हाँ मुझे मालूम है कि तुमने उसे पैदल रुखसत किया था….
और उसकी गवाही भी दिलवा दी….वो खुश हो कर बोली
तुम पोलीस स्टेशन की तरफ गयी ही क्यूँ थी….?
मेरे फरिश्तों को भी इल्म नही था कि उधर पोलीस स्टेशन है जहाँ उन लोगों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है….!
तुम्हे कल घर से बाहर ही नही निकलना चाहिए था….
ब….बस ग़लती हो गयी….अब तुम मेरे बाप का पीछा छोड़ दो….
क्या मतलब….
वो कभी तब्खिर मेढ़े (वाषपीकरण) का मरीज़ नही रहा….इस काम की वजह से इतना नर्वस हुआ था कि बेहोश हो गया था….सच-मूच बेहोश हो गया था….!
ये तो बड़ी अच्छी बात हुई….तुम्हे बहाना मिल गया….
लेकिन वो कब देख सखी मेरे बाप को….वो मेरी गैर मौजूदगी में खुद ब खुद होश में आ गया था….
और सुनो….
उन्हे इल्म हो गया है कि मैं दूसरी गाड़ी में थी….अब वो पोलीस ऑफीसर उस सिलसिले में मुझ पर ज़िराह कर रहा था….!
सब कुछ तुम्हारी हिमाकत की बिना पर हुआ….ना तुम पोलीस स्टेशन की तरफ जाती….और ना ये सब कुछ होता….
अब मैं कोई पेशवर मुजरिम तो नही हूँ….पहली बार मुझे ऐसे हालात से दो-चार होना पड़ा है….खुदा के लिए मेरे बाप को मुत्मयीन (संतुष्ट) कर दो वो बहुत ख़ौफ़ में है….!
कोई जवाब दिए बगैर वो टीवी सेट की तरफ बढ़ गया….उसका स्विच ऑन कर के कॉर्निला की तरफ वापिस आया….
वो हैरत से उसे देखने लगी….
उधर देखो….उसने टीवी की तरफ इशारा किया….!
स्क्रीन रोशन हो गयी….किसी कमरे का मंज़र था….जिस में लगातार बहुत बड़े-बड़े चूहे उछलते-कूदते फिर रहे थे….
य….ये….ये….क्या है….? कॉर्निला हक्लाई
ये क्लोज़ दा सीक्रेट टीवी है….इस इमारत के एक कमरे का मंज़र पेश कर रहा है….
त….त….तो फिर….
तुम्हे 15 मिनिट के लिए इस कमरे में बाँध कर दिया जाएगा….
क….की….क्यूँ….नही….नही….
तुम्हारी नाक के नीचे जो ये सुर्ख उभरा हुआ तिल है ना….
हाँ….है तो….वो बौखला कर बोली
तुम इस तिल की वजह से पहचानी गयी थी….
तो इसमे मेरा क्या कसूर है….!
उन चूहों में एक ऐसा भी है….उसने टीवी की तरफ इशारा कर के कहा….जो सुर्ख तिलों पर जान देता है….उछल कर तुम्हारे मूह पर आएगा….
और
उस तिल को नोच ले जाएगा….!
नही….नही….वो ख़ौफज़दा अंदाज़ में चीखी
सज़ा तो तुम्हे मिलेगी….
आख़िर किस बात की सज़ा….मैने क्या किया है….?
तुमने लेडी डॉक्टर को वहाँ नही पहुचाया….जहाँ पहुँचाने के लिए कहा गया था….!
वहीं पहुँचाया गया था….हर्लें हाउस ही तो कहा गया था….!
किस हर्लें हाउस में….?
वही जो ग्रीटिंग रोड पर है….लड़की कपकपि आवाज़ में बोली….
और उसे मरीज़ के कमरे में पहुँचा कर फ़ौरन पलट आई थी….!
वहाँ कौन रहता है….?
मैं क्या जानू….मुझे ये नही बताया गया था….!
कोई ग़लती ज़रूर हुई है….खौफनाक चेहरे वाले ने पूर ताश्वीश (चिंता जनक) लहजे में कहा
क्या ग़लती हुई है….किससे हुई है….
तुम्हे किससे हिदायत मिली थी कि लेडी डॉक्टर को हर्लें हाउस में पहुँचा दो….!
अपने बाप से….वो बहुत ख़ौफ़ में था….उसने मुझे ये नही बताया था कि किस की हिदायत पर वो मुझसे ये काम ले रहा है….उसने कहा था कि बस है कुछ ऐसे लोग जिन का हुक्म ना मानने पर मैं कत्ल भी किया जा सकता हूँ….!
अच्छी बात है….लड़की….मैं तुम्हे माफ़ करता हूँ….जिस तरह लाई गयी हो उसी तरह पहुँचा दी जाओगी….
और
सुबह बिस्तर पर जागोगी….!
बहुत बहुत शुक्रिया….जनाब….
लेकिन
मेरे बाप को भी माफ़ कर दी जिए….रहेम की जिए उस पर….उन्हे धमकियाँ ना दी जिए….!
इस पर गौर किया जाएगा….
लेकिन एक बात गौर से सुन लो….
कहिए जनाब….मैं हर हुक्म की तामील करूँगी….!
तुम इस मुलाकात का ज़िक्र अपने बाप से भी नही करोगी….किसी से भी नही….!
लेकिन….उनको मेरी गैर मौजूदगी का पता चल गया तो….
सवाल ही पैदा नही होता….तुम मामूल के मुताबिक सुबह अपने बिस्तर पर से उठोगी….
अगर….ये बात है तो यक़ीन कीजिए के मैं किसी से भी इसका ज़िक्र नही करूँगी….!
और अब बेहोश होने के लिए तैयार हो जाओ….
म….मा….मैं समझी नही जनाब….?
तुम्हे एक इंजेक्षन दिया जाएगा….
क्यूँ कि
तुम अपने होश में तो यहाँ आई नही थी….!
जी हा….जी हाँ….जैसी आप की मर्ज़ी….!
बहुत जल्द तुम्हारे बाप की परेशानी भी दूर हो जाएगी….
लेकिन
उसका निर्भर तुम्हारे रव्वैये पर होगा….
अगर
तुम ने इस मुलाकात का ज़िक्र किसी से कर दिया तो….
हरगिज़….नही….हरगिज़ नही जनाब….!
मेरा नाम ढांप है….मैं फोन पर तुम से राबता (कॉंटॅक्ट) रखूँगा….!
ज़रूर….ज़रूर….मैं इसका भी ज़िक्र किसी से नही करूँगी….!
ख़ासी समझदार हो….!
वो कुछ ना बोली….उसे एक अलमारी से हाइपतर्मिक सरिंज निकालते देख रही थी….!
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