RE: antarwasna आधा तीतर आधा बटेर
कॉर्निला ने इमरान को गौर से देखते हुए सर हिला दिया….
तो फिर बढ़ाओ….
क….क….किस तरह बढ़ाऊ….?
किचन में चली जाओ….
और दोपहर का खाना तैयार करो….!
यह….क्या बात हुई….?
इससे ज़्यादा ठोस बात और कोई हो ही नही सकती….मुझे सबसे ज़्यादा प्यारा वोही है….जो मेरे पेट भरने का ज़रिया बन सके….!
मुझे सिर्फ़ खाने से दिलचस्पी है….पकाने से नही….!
तब तो फिर….तुम किसी और से ताल्लुक़ात बढ़ा लो….मैं बहुत मसरूफ़ हूँ
अभी तो ढंग की बातें कर रहे थे….?
नशे में था….
देखो रन डियर मैं बहुत परेशान हूँ….
इसलिए मुझे अपनी गर्दन कटवा देनी चाहिए….तुम समझती क्यूँ नही हो….वो मेरे दुश्मन हो गये है….कयि बार मेरी ज़िंदगी को ख़त्म कर देने की कोशिश कर चुके है….!
फिर बताओ….मैं क्या करूँ….?
अपने बाप को ब्लॅकमेल होने दो….
पता नही कब से ब्लॅकमेल हो रहे है….अब उन में ताक़त नही रही….!
कुछ भी हो मैं सीधे-सीधे कुँए में नही गिर सकता….
फिर….तुमने मेरे अनुकूलन में झूठी गवाही क्यूँ दिलाई थी….?
मैं नही जानता….!
तुम जानते हो….तुम मुझसे करीब हो कर मामले को समझना चाहते हो….?
अछा….चलो यही सही….
लेकिन….तुम उसकी तह तक नही पहुँच सके….अब मैं खुद तुम्हारे लिए मौक़ा फरहाम कर रही हूँ….!
मुझे सोचने दो….इमरान ने कहा
और नाक मुँह चढ़ाने लगा
फिर
थोड़ी देर बाद बोला….तुम ठीक कह रही हो….जब वो दोनो भी यह ना बता सके कि ढांप ने उन्हे क्यूँ बाँध कर रखा था तो फिर ढांप ही असल मामले से आगाह कर सकेगा….!
इतनी देर से यही तो ज़हें नशीन करने की कोशिश कर रही थी….
चलो….इस हद तक तो बात समझ में आ गयी….
आख़िर
यह किस तरह होगा कि मैं उनसे कुछ मालूम कर सकूँ….वो मुझे पकड़ लेंगे
और सब कुछ उगलवा लेंगे….!
बड़ी मुसीबत है….आख़िर तुम्हे किस तरह समझाऊ….?
जिस तरह मेरी समझ में आ सके….
अच्छी बात है तो सुनो पूरी बात….
यानी अब तक आधी ही बात चल रही थी….?
ढांप उनमे से नही है….कॉर्निला बोली
यह क्या बात हुई….?
यक़ीन करो….वो लेडी डॉक्टर को उनके कब्ज़े से निकाल कर ले गया था….जिस तरह पोलीस को ढांप की तलाश है….उसी तरह उन्हे भी है….!
अब तुम नशे में मालूम होती हो….
मैं जानती थी कि तुम यक़ीन नही करोगे….कॉर्निला बुरा सा मुँह बना कर बोली…. इसलिए मैं तुम्हे यह बात बताने से पारेज़ कर रही थी….!
अक़्ल ख़त्म कर दी तुमने तो….
और अब….मैं तुम्हे वो बात बताने जा रही हूँ जो अपने बाप को भी नही बताई….!
बातों का पिटारा मालूम होती हो तुम तो….
ढांप ने मुझसे मालूम किया था कि लेडी डॉक्टर कहाँ ले जाई गयी है….
इमरान एक बार फिर उछल पड़ा
और उसे घूरता हुआ बोला….तुम ने उन लोगों को डबल-क्रॉस किया है….?
हरगिज़ नही….मेरे फरिश्तों को भी मालूम नही था कि ढांप उन लोगों में से नही है….कॉर्निला ने कहा
और ढांप से ताल्लुक अपनी कहानी दोहराने लगी….
|