RE: antarwasna आधा तीतर आधा बटेर
यही कि इस तरह पकड़ बुलवाने का क्या मक़सद हो सकता है….
ओह….कितनी बार बताया कि मैं तुम्हारी मदद चाहता हूँ….ढांप के खिलाफ….!
मुफ़्त में काम नही करता….इमरान उसकी आँखों में आखें डाल कर बोला
मुझे मालूम है कि तुम यहाँ की पोलीस के लिए माकूल (उचित) मुआवज़े पर काम करते हो….!
सिर्फ़ पोलीस ही के लिए नही कभी-कभी मुजरिमों के लिए भी….जिस की तरफ से ज़्यादा मुआवज़ा का इंकान (संभावना) हो….!
रकम तुम खुद ही तय करोगे….
ना मैं ढांप को जानता हूँ….और ना इसका अंदाज़ा लगा सकता हूँ कि उस पर हाथ डालने में कितना वक़्त लगेगा
और कितनी कुव्वत सर्फ करनी पड़ेगी….
इसलिए खुद ही ईमानदारी से रकम तय करो….!
अगर….मुझ पर छोड़ते हो तो….20 हज़ार डॉलर
सोचने का मौक़ा दोगे….?
इसमे सोचने की क्या बात है….?
बहुत सी बातें मेरी समझमे नही आती….
मसला….कोई एक बात….?
यह लड़की….जो मेरे साथ है मुझे यक़ीन दिलाने की कोशिश करती है कि डॉक्टर मलइक़ा इसके घर पैदल गयी थी….!
तुम्हे यक़ीन नही है….?
नही….
आख़िर किस बिना पर….?
वो गाड़ी भी मेर्सिदेस ही थी जिस पर वो उसे ले गयी थी….
लेकिन वो गाड़ी हरगिज़ नही थी….जो किंग्सटन थाने में पकड़ी गयी थी….!
आख़िर उस लेडी डॉक्टर ने तुम्हे क्या बताया है….?
कुछ भी नही….उसने इस सिलसिले में अपनी ज़ुबान कतई बंद कर ली है….लड़की के खिलाफ कोई बयान भी नही दिया….!
ढांप ने ज़बान बंद कर दी होगी….उसका पेशा ब्लॅकमेलिंग है…
और मुझे इस पर कतई यक़ीन नही है कि डॉक्टर शाहिद ढांप का कर्ज़दार है मैं तो कहता हूँ कि फिलहाल तुम अपनी बहेन की शादी मुल्तवी (स्थगित) ही कर दो….शरीफ आदमियों को ब्लॅकमेल नही किया जा सकता डॉक्टर शाहिद की किसी ओछी हरकत ही की बिना पर वो उसे ब्लॅकमेल कर रहा होगा….!
कुछ समझमे नही आता कि क्या करूँ….वैसे तुम बताओ यह लड़की कॉर्निला सच-मूच उसके साथ नही हो सकती….?
शायद मैने ऐसी कोई बात नही कही…
.हिप्पी बोला….सब कुछ मुमकिन है मेरे दोस्त….!
तो फिर….इस लड़की से कैसे पीछा छुड़ाया जाए….?
तुम्हारी जगह मैं होता तो ऐसा हरगिज़ ना सोचता….
क्यूँ….? मैं नही समझा….?
हो सकता है….यही लड़की उस तक पहुँचने का ज़रिया बन जाए….!
ठीक कहते हो….बड़ी माकूल (उचित) बात कही है तुमने….!
हसीन भी तो है….हिप्पी अपनी बाई (लेफ्ट) आँख दबा कर बोला
हुआ करे….मैं उससे ज़्यादा हसीन हूँ….औरतें मुझे मुतसीर (प्रभावित) नही कर सकती….!
मैने भी सुना है कि ना तुम शराब पीते हो….
और ना औरतों के चक्कर में रहते हो….!
बहुत बोर करती है….अपने ही बारे में गुफ्तगू करती रहती है….
और चाहती भी यही है कि दूसरे भी उन्ही के ताल्लुक गुफ्तगू करते रहे….मैं कहता हूँ लॅंब चॉप खाने जाए….
और पूछती है कि स्मार्ट लग रही हूँ ना….घंटों अपने ज़ेवारात और कपड़ों के बारे में गुफ्तगू करती रहेंगी….अपनी ख़त्म हो जाएँगी तो दूसरों की….
ठीक है….ठीक है….वो उकताए हुए अंदाज़ में हाथ उठा कर बोला
अच्छा….तो फिर लीड दो….मैं उसे कहाँ ढूंढता फिरुन्गा….
लेकिन….ठहरो
यह लीड डॉक्टर शाहिद के अलावा होनी चाहिए….उसे मैं नही छेड़ना चाहता….!
उसे छेड़ने से कोई फ़ायदा भी नही…. अगर ब्लॅकमेल हो रहा है तो अपनी ज़बान हरगिज़ नही खोलेगा….!
फिर बात कहाँ से शुरू की जाए….!
हिप्पी ने एक एंबसी का नाम ले कर कहा….डगमोरे को जानते हो….?
आहा….क्यूँ नही….उसे तो हम चौधरी डगमोरे कहते है….बहुत प्यारा आदमी है….हमारे कल्चर का रसिया (अडिक्ट)….!
उस पर नज़र रखो….
अरे….तो क्या एंबसी भी….?
हरगिज़ नही….सवाल ही नही पैदा होता….वो तो तुम्हारी एक दोस्त एंबसी है….वो डगमोरे ज़ाति तौर पर….तुम नही समझे मेरा ख़याल है कि ढांप उसे भी ब्लॅकमेल कर रहा है….डगमोरे औरतों में बहुत लोकप्रिय है ना
और अपनी बीवी से बहुत डरता है….!
मैं समझ गया….इमरान खुश हो कर बोला….अच्छी लीड दी है तुम ने….!
और….तुम खुद को तन्हा ना समझना….हम भी डगमोरे की निगरानी करेंगे
अच्छी बात है….
फिर इमरान हिप्पी के साथ उस कमरे में आ गया जहाँ कॉर्निला थी….
और एक आदमी अब भी स्टॅन गन लिए दरवाज़े के करीब खड़ा था….
अचानक एक आदमी दौड़ता हुआ आया….
और हाँप-हाँप कर कहने लगा….प….प….पो….पोलीस….पोलीस ने छापा मारा है….घेरे में ले रहे है इमारत को….!
भागो….हिप्पी उछल कर भागा….
स्टॅन गन वाला भी उन्ही के पीछे दौड़ा जा रहा था….!
इमरान और कॉर्निला खामोश खड़े एक दूसरे की शक्ल देखते रहे….
फिर इमरान बोला….तुम भाग कर कहाँ जाओगी….?
क….क….क्या मतलब….?
ढांप….आख़िर कार उसने पोलीस की रहनूमाई कर दी….तुम तीन दिन से गायब हो ना….
किसी ने बाहर से कॉल बेल का बटन दबाया
चलो….इमरान कॉर्निला का हाथ पकड़ कर घसीटता हुआ बोला
तो….मेरा बाप ढांप ही के लिए काम कर रहा है….?
तुम्हारे बाप से मैं तंग आ गया हूँ….अब उसका हार्ट-फैल ही हो जाने दो
खामोश रहो….
बाहर बरामदे में पोलीस कॉन्स्टेबल खड़ा नज़र आया
क्या बात है….? इमरान ने अकड़ कर पूछा
पड़ोसियों ने आप के कुत्तों की शिकायत की है….!
हम मेहमान है….मालिक मकान से बात करो….इमरान कहता हुआ आगे बढ़ गया
कॉर्निला चुप-चाप उसके पीछे चलती रही
देखा तुमने….इमरान किसी लड़ाक औरत के से अंदाज़ में पलट का बोला…..इसलिए भागता हूँ लड़कियों से….क्या ज़रूरी होता था कि तुम्हारा बाप भी होता था
क्यूँ खाम्खा बकवास कर रहे हो….वो कौन था….
और तुम ने उससे क्या बातें की….
औरफिर….इतनी जल्दी छोड़ क्यूँ दिया….?
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