RE: Thriller Sex Kahani - सीक्रेट एजेंट
Chapter 5
फ्रांसिस मैग्नारो झील के साउथएण्ड वे करीब के एक आलीशान मैंशन में रहता था ।
वो एक पचास साल का लम्बा, दुबला-पतला गोवानी था जो घर पर भी पूरी सजधज के साथ रहने का आदी था । रात को सोने जाने से पहले जब अपना सजावटी तामझाम उतार देता था तो किसी सूरत में किसी से नहीं मिलता था क्योंकि सजावट के बिना वो रिक्शा पुलर जान पड़ता था ।
उस घड़ी वो मैंशन के विशाल ड्राईंगरूम में मौजूद था और वहां उसके साथ दो व्यक्ति और मौजूद थे ।
एक खूबसूरत, तंदुरूस्त नौजवान रोनी डिसूजा था जिसके जिम्मे इम्पीरियल रिट्रीट के कैसीनो की ही सिक्योरिटी नहीं थी, अपने बॉस मैग्नारो की सिक्योरिटी भी थी । यानी वो मैग्नारो का बॉडीगार्ड था । आईलैंड पर उसका कोई दुश्मन नहीं था, धंधे में कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं था इसलिये वहां उसकी जान को कोई खतरा नहीं था लेकिन गोवा की आदत बनी हुई थी जो कि जाती ही नहीं थी इसलिये उसके साथ बॉडीगार्ड की हाजिरी लाजमी थी, बॉडीगार्ड के बिना वो खुद को एक्सपोज्ड महसूस करता था । बल्कि नंगा महसूस करता था ।
दूसरा व्यक्ति लोकल स्टेशन हाउस का स्टेशन हाउस आफिसर अनिल महाबोले था ।
मैग्नारो ने एक किमती हवाना सिगार सुलगाया, उसका एक ही कश लगाया और उसे एक नजदीकी ऐश ट्रे पर रख दिया ।
उसका हर घड़ी का जोड़ीदार रोनी डिसूजा ही उसकेक उस एक्शन का मतलब समझता था जो कि ये था कि उसका बॉस बहुत गुस्से में था ।
“मैं साला इधर इतना रोकड़ा इनवैस्ट किया” - “मैग्नारो फुंफकारता सा बोला - “साला ‘इम्पीरियल रिट्रीट’ खड़ा किया, उसमें कैसीनो चलाने का डेंजर काम हैंडल किया । रिडिक्यूलसली हाई प्राइस पर ये मैंशन खरीदा, क्योंकि मेरे सन को पसंद ये मैंशन और इधर से लेक का मैग्नीफिशेंट व्यू । उसके फ्रेंड्स इधर पार्टी में आते हैं तो व्यू से ही फ्लैट हो जाते हैं । इस वास्ते मैंशन पर साला रोकड़ा ज्यास्ती खर्च हुआ, मेरे को वांदा नहीं । माई फर्स्ट बार्न खुश, बोले तो मैं खुश । साला सब कुछ ऐन फिट, ऐन पीसफुली चलता था, अभी साला फच्चर क्यों पड़ा ? महाबोले, तेरे को जवाब देने का ।”
“जवाब आपको मालूम है ।” - मेजबान की उम्दा स्काच विस्की चुसकता महाबोले बोला - “दिस आइलैंड इज ए पीसफुल प्लेस । मेरी पोस्टिंग में इधर कभी कोई मर्डर नहीं हुआ । मर्डर मेजर क्राइम है इसलिये उसकी भागदौड़ भी मेजर होती है जिसका नमूना ये है कि खुद डीसीपी इधर पहुंच गया । मेरा डीसीपी जठार तो मुरूड से पहुंचा ही, मुम्बई से भी एक डीसीपी आन टपका, जिसका इधर कोई काम नहीं था, जिसकी आमद का इधर किसी को कोई इमकान नहीं था । फिर आन ही नहीं टपका, हर बात में उसका दखल था, मेरे को हूल देता था, जबकि मैं उसके अंडर में भी नहीं हूं । साला मेरे मातहतों के सामने ताकत बता कर मेरा कचरा करता था । अब जहां एकाएक एक साथ इतना कुछ होने लगे, वहां डिस्टर्बेंस तो होगी न ! लेकिन बॉस, ये डिस्टर्बेंस वक्ती है, टैम्परेरी है । दो एक दिन की बात है, देखना, फिर सब पुराने ढ़र्रे पर लौट आयेगा ।”
“महाबोले, मेरे को इधर पुलिस को सीनियर आफिसर नहीं मांगता । जितना सीनियर आफिसर, उतना ही ज्यास्ती मेरे को उससे लोचा ।”
“मैं भी किधर मांगता है, बॉस ! पण मर्डर हुआ न ! इस वास्ते डीसीपी लोग आया, चला जायेगा । इधर लंगर डाल के बैठने का तो नहीं है किसी को भी !”
“समझता नहीं है ।”
महाबोले हड़बड़ाया । उसने मुंह बाये मैग्नारो की तरफ देखा ।
“क्या नहीं समझता मैं ? - फिर बोला ।”
“साला टूरिस्ट्स लोग भी तो इधर से बिग लॉट्स में नक्की करता जा रहा है, ये नहीं समझता । जिधर साला जान का खतरा हो, जिधर टूरिस्ट साला खुद को सेफ महसूस न करे, उधर काहे वास्ते रूकेगा वो ?”
“बॉस इधर से टूरिस्ट्स जो निकलने लग गये हैं, उसकी वजह जुदा है ।”
“बोले तो ?”
“उसकी वजह यहां हुई कत्ल की वारदात उतनी नहीं है जितनी कि स्टार्म वार्निंग है ।”
“अभी भी बोले तो ?”
“बॉस, तुम्हें नहीं मालूम ?”
“अरे, क्या नहीं मालूम ? महाबोले, मेरे को साला क्विज प्रोग्राम नहीं मांगता ।”
“बॉस, रोजाना वायरलेस पर हवा पानी के महकमे की अनाउंसमेंट आती है कि आने वाले दिनों में मियामर और बंगलादेश में सुनामी जैसा समुद्री तूफान उठने वाला है जो पूरे अरेबियन सी तक मार कर सकता है ।”
“ऐसा ?”
“हां । सुनामी की तरह उसका नाम भी रख दिया गया हुआ है । हरीकेन ल्यूसिया ।”
“वो तूफान इस आइलैंड तक मार कर सकता है ?”
“बॉस, ये आइलैंड अरेबियन सी में ही है न !”
“मैं सुना ऐसे तूफान का असर कोस्टल एरियाज पर होता है ।”
“ठीक सुना लेकिन कोस्टल एरिया से दूर वाकया किसी आइलैंड पर असर होने पर कोई पाबंदी तो नहीं !”
“हूं ।”
“ऐसे तूफान यहां आते ही रहते हैं लेकिन वो लोकल बाशिेंदो को परेशान नहीं करते, खाली टूरिस्ट्स अलार्म्ड फील करते हैं इसलिये वक्त रहते यहां से कूच कर जाना पसंद करते हैं । सारे टूरिस्ट्स कोस्टल एरियाज से तो नहीं आते न ! कोस्ट के दूर के भी होते हैं जहां समुद्री तूफान का कोई खतरा नहीं होता । ऐसे लोगों का वक्त रहते आइलैंड से निकल लेने का मन बना लेना नैचुरल है ।”
“हूं ।”
“अब बोलिये, समुद्री तूफान पर मेरा क्या जोर है ? किसी का भी क्या जोर है ?”
“तूफान बाद की बात है - वो जब आयेगा तब आयेगा - सीनियर पुलिस आफिसर्ज की आइलैंड पर मौजूदगी अभी की बात है । उनकी मौजूदगी में कैसीनो नहीं चल सकता, ड्रग्स की बल्क मूवमेंट नहीं सो सकती । इस वास्ते मेरे को कैसीनो बंद करके रखने का, उसका सारा इक्विपमेंट, ड्रग्स का सारा जखीरा कंसील करके रखने का । दिस इज ब्लडी बिग जॉब । बिग एक्सपैंडीचर एण्ड जीरो इंकम । साला कौन मांगता है !”
“बॉस, मै बोला, दो तीन दिन में सब नार्मल हो जायेगा ।”
“अभी क्यों अबनार्मल है ? मेरे को इधर मूव इन करने को एनकरेज करने का वास्ते साला तुम, तुम्हारा जोड़ीदार मोकाशी बड़ा बड़ा प्रामिस किया, बड़ा बड़ा अश्योरेंस दिया, बड़ा बड़ा बोल बोला कि इधर साला सब सेफ, साला सब तुम्हारे कंट्रोल में । अभी लगता है साला खाली पीली बोम मारता था ।”
|