RE: Thriller Sex Kahani - सीक्रेट एजेंट
“थानेदार साहब डबल ट्रबल में है । इन पर डैलीब्रट, कोल्डब्लडिड मर्डर का भी केस है । दफा तीन सौ दो में नपेंगे ।”
“क्या बकते हो ?” - महाबोले भड़का ।
“कीप युअर कूल, महाबोले” - मैग्नोरो एकाएक बोला - “ये भीङू सब जनता है । बोले तो ज्यास्ती जानता है । यू आर इन सूप , महाबोले ।”
“ये ...ये आप कह रहे है !”
मैग्नोरो हंसा ।
“हंसते हैं !” - महाबोले गर्जा - “अभी हंसने वाली कौन सी बात हुई है जिस पर हंसते हैं ! लगता है इमरजेंसी में आप, आपका मगज, किसी काम का नहीं । अब मुझे कुछ करना होगा ।”
“क्या करेगा तुम ?”
“आपकी तरह खोखली बातें नहीं करूंगा । ये हिंट नहीं सरकाऊंगा कि लिहाज का तालिब हूं । ये दुहाई नहीं देने लगूंगा कि आपके साथ धोखा हुआ । इसने कहा ये पुलिस आफिसर है, आपका दम निकल गया । जो बात इसको कहनी चाहिये थी, खुद कहने लगे कि इसकी बैकअप टीम इसके सिग्नल का इंतजार करती थी । कैसे रैकेटियर हैं आप ! कैसे मवाली हैं ! जो इस...इस ढ़क्कन से डर गये !”
“तुम नहीं डरा ?”
“नहीं, मै नहीं डरा । मैं अभी दिखाता हूं साबित करके ।”
उसका हाथ वर्दी की बैल्ट में लगे होल्स्टर की ओर बढ़ा ।
“खबरदार, महाबोले !” - गन तानते नीलेश ने चेतावनी दी - “तुम्हें मार गिराने में मुझे कोई हिचक नहीं होगी ।”
“सर जी !” - हवलदार खत्री आतांकित भाव से चिल्लाया - “ये ठीक कहता है । खामखाह मारे जाओगे । साथ में मैं भी । बॉडीगार्ड भी । आप मैग्नारो की चाल को समझ नहीं रहे हैं । ये गोखले को भाव दे रहा है, आपको हूल दे रहा है, ताकि आप दोनों एक दूसरे को लुढ़का दें । भगवान के वास्ते समझिये कुछ ।”
महाबोले का हाथ रास्ते में फ्रीज हो गया, उसके चेहरे पर अनिश्चय के भाव आये ।
“सर, जी तूफान उठान पर है, पानी चढ़ रहा है, हम यहां चूहों की तरह फंस जायेंगे । अगर ये रेड है तो रेड सही । यहां फंस कर मरने से तो कहीं बेहतर है कैसे भी इधर से निकल लेना ।”
सन्नाटा छा गया ।
जिसे आखिर मैग्नारो ने भंग किया ।
“अभी भाषणबाजी बंद करने का” - वो बोला - “और सीरियस करके बात करने का । गोखले, हमेरे को नहीं मालूम कि तुम्हेरे साथ बैक अप है या नहीं - है तो किधर है - बट दिस इज आबवियस कि तुम इधर अकेला है । अभी इधर क्या होयेंगा, आउटसाइड में मालूम नहीं पड़ना सकता । क्या !”
“आगे बोलो ।”
“अभी जो तुम महाबोले पर मर्डर चार्ज का बोला...”
“सब झूठ है ।” - महाबोले चिल्लाया - “बकवास है ।”
“ऐसा ?”
“बराबर ! उस सिलसिले में इसकी हां में मिलाना मुझे बलि का बकरा बनाना होगा । मैग्नारो, मैं नहीं बनने वाला ।”
“वाट ! नो सर ! नो बॉस ! नो मिस्टर ! खाली मैग्नारो !”
“ये मजाक का वक्त नहीं है ।”
“ओके । ओके । आई ग्रांट इट टु यू कि फुलझड़ी एक्सीडेंटल डैथ मरा । तुम खुद उसको टू बिट बिच बोला । एक टू बिट कैसे मरा, कौन परवाह करता है !”
“मैंने कातिल को पकड़ा है ।”
“छोड़ देने का । उसकी बात मान लेने का कि कोई उसको सैट किया, छोकरी का लूट का माल उसकी बॉडी में कोई प्लांट किया । एक्सीडेंटल डैथ पर प्रेशर रखने का और क्लोज करने का । वांदा किधर है ?”
“अब ये नहीं हो सकता ।”
“काहे को ?”
“केस को मेरे डीसीपी ने अपने कंट्रोल में ले लिया है । लाश मुरूड में है । पोस्ट मार्टम वगैरह जैसा सब फालो अप उधर हो रहा है ।”
“डीसीपी मर्डर सस्पैक्ट को भी साथ ले गया ?”
“नहीं । वो इधर ही है । थाने के लॉकअप में बंद ।”
थाने के लॉकअप में बंद ! - नीलेश के जिस्म में सनसनी की लहर दौड़ गयी - देवा ! पाण्डेय का तो उसे -भाटे को भी - खयाल ही नहीं आया था । किस हाल में होगा लॉकअप में ! पहले ही मर नहीं गया होगा तो जरूर अब डूब के मर जायेगा ।
“फिर क्या वांदा है ?” - मैग्नारो कह रहा था - “तो बोलना डीसीपी को तुम्हारी प्रिलिमिनेरी इनवैस्टिगेशन में, उससे निकाले रिजल्ट्स में लोचा । अभी तुमको पक्की वो इनोसेंट ! कोई उसको सैट किया ! वांदा किधर है ?”
महाबोले खामोश रहा ।
“अभी टेम है इधर से नक्की करने का वास्ते इमीजियेट स्टैप लेने का । मेरा मोटर बोट साला बहुत पावरफुल । इस स्टार्म का मुकाबला बरोबर कर सकता है । इधरीच होटल के प्राइवेट पायर पर अवेलेबल है । इससे पहले कि तूफान हालात और बिगाड़ दे - या ये भीङू ही सच बोलता हो, इसके साथ बाहर बैकअप हो और वो लोग मोटर बोट को सीज कर लें - मेरे को इधर से निकल लेने को । इस वास्ते इस्ट्रेट बात बोलना जरूरी । गोखले !”
“यस !” - महाबोले पर से बिना निगाह उठाये नीलेश बोला ।
“कितना मांगता है ?”
नीलेश को एकाएक अपने पुराने मवाली आका याद आ गये कभी वो जिनके इशारों पर नाचता था । उसे लगा सवाल उससे फ्रांसिस मैग्नारो नहीं कर रहा था, सायाजी घोसालकर कर रहा था, अन्ना रघु शेट्टी कर रहा था ।
“अभी हुज्जत नहीं । स्मार्ट टाक नहीं । आनेस्ट कॉप वाला ड्रामा नहीं । साला आइडियल्स नहीं सरकाने का, प्रैक्टीकल बात करने का । कितना मांगता है ?”
“जितने की अपनी अक्खी लाइफ में तुमने शक्ल नहीं देखी, न देखेगा, उतना मांगता है ।”
“सो यू लाइफ टू एक्ट डिफीकल्ट !”
“आई डोंट एक्ट ।”
“मैं सोचा जैसे मैं इस पुलिस वाले को हैंडल कर सकता है, वैसे मैं तुम्हेरे को भी हैंडल कर सकता है ।”
“अब इसको पुलिस वाला न बोलो, अब इसका कुछ और ही नाम है ।”
“बोले तो ?”
“खूनी ! फांसी की सजा कर मुश्तहक !”
“जो मर्जी बोलो । पण अपना महाबोले तुम्हेरे जैसे पुलिसियों से कहीं ज्यादा समार्ट ! प्रैक्टीकल ! तुम क्या करता है ? किसका वास्ते करता है ? अनग्रेटफुल पब्लिक का वास्ते करता है । ब्लडी चिकन फीड जैसा सैलरी का वास्ते करता है । सोचता है आनेस्ट, ड्यूटीफुल, कॉप बनने में मैरिट ! मैडल ! प्रोमोशन ! बुलेट नहीं सोचता साला जो किसी भी टेम मगज में । बीवी का नहीं सोचता जिसको बेवा हो जाने का । चिल्लर का नहीं सोचता जिसको अनाथ हो जाने का । तुम साला आनेस्ट कॉप बन के मेरा बिजनेस फिनिश कर सकता है पण क्या बिजनेस को ही फिनिश कर सकता है ? जा के नाइस, रिस्पैक्टेबल गॉड फियरिंग पब्लिक को समझा सकता है कि मटका खेलना गलत ! सट्टा लगाना नाजायज ! रॉलेट व्हील पर या स्लॉट मशींस पर, या कार्ड्स टेबल पर जुआ खेलना बुरा ! ऐसा कुछ नहीं कर सकता है तुम । साला कोई नहीं कर सकता है । तुम्हारे बॉस लोगों को मालूम कंट्री में किधर इललीगल जुआघर चलाता है, किधर मटका कलैक्टर बैठेला है, किधर किधर सट्टे का एजेंट बैट्स क्लैक्ट करता है । तुम साला पुलिस वाला एक ठीया बंद करता है, हण्डर्ड नया ओपन हो जाता है । इसको हार जीत का गेम सोचे तो कौन हारा ! कौन जीता ! बोले तो मैं विक्टर ! मेरे जैसा कोई दूसरा मैग्नारो विक्टर ! तुम लूजर ! तुम्हारा पुलिस का महकमा लूजर ! ऐसीच नॉरकॉटिक्स ट्रेड में है । साला नॉरकॉटिक्स कंट्रोल ब्यूरो लूजर ! ड्रग लार्डस विक्टर ! सेम विद आर्म्स समगलिंग । सेम विद ऐनी अदर इललीगल एक्टिविटी ।”
|