RE: Rishton mai Chudai - परिवार
माँ "मैंने भी इसे इस बात के लिए बहुत डांटा अगर इसने मुझे पहले ही इस बारे में बता दी होती तो आज सब कुछ ठीक हो गया होता लेकिन कोई बात नहीं मा देर से ही सही लेकिन उसने मुझे बताया तो।
नानी " ठीक है फिर तुम सब आज आराम कर लो हम लोग कल वहां के लिए निकलेंगे क्योंकि गुरुजी का आश्रम यहां से 5 घंटे की दूरी पर है इसलिए हम लोग आज नहीं निकलेंगे कल जाएंगे । मैं भी बहुत दिनों से उनसे मिलने को सोच रही थी लेकिन घर के कामों की वजह से जा नहीं पा रही थी तुम लोगों की वजह से मैं भी उनसे मिलना हो जाएगा।
इधर रूबी कोमल दीदी को अपने कमरे में ले कर चली जाती है वह उसे वहां पर ले जाकर बैठ आती है। उनसे बोलती है कि
रूबी " कोमल तुम यहीं पर बैठो मैं तुम्हें पानी पीने के लिए लेकर आती हूं।"
कोमल " अरे मैं कहीं भागी तो नहीं जा रही हूं पहले जा बाहर पानी दे कर आजा।"
रूबी " हां मैं जानती हूं तुझे सबसे ज्यादा किसकी फ़िक्र हो रही है लेकिन तू चिंता मत कर मम्मी ने वहां पर पानी पीने के लिए पहुंचा दिया है और अब वह चाय बना रही है तो वहां की बिल्कुल भी चिंता मत करो तुम यहां पर चुपचाप शांति से बैठे मैं अभी आती हूं।"
इतना बोल कर रूबी वहां से चली जाती है और कुछ ही देर में उसे पानी पीने के लिए लेकर आती है। कुछ देर दोनों आपस में हंसी मजाक करती रहती हैं फिर रूबी संजीदा होकर कोमल से पूछती है कि
रूबी " अच्छा कोमल एक बात बता तू मुझे क्या तूने अपने प्यार का इजहार कर दिया है।"
रूबी " आखिर कब तक तू अपने प्यार को इस तरह से उस से छुपाती फिरेगी आखिर एक ना एक दिन तो तुझे उसे अपने प्यार के बारे में बताना ही होगा मेरी बात मान तो उससे अपने प्यार का इजहार कर ही दो कहीं ऐसा ना हो कि देर हो जाए।"
कोमल " देख रूबी इस बारे में सिर्फ तू ही जानती है और मैं यही चाहूंगी कि इस बारे में तुम्हारे सिवा किसी और को पता ना चले।"
रूबी " आखिर कब तक तू उससे छुपाती फिरेगी। तूने समाज के नियम को तोड़ कर उससे प्यार किया है और अब जब प्यार कर चुकी है तू उसे बताने में कैसी शर्म।"
कोमल" शर्म की बात नहीं है रूबी यह बात तू जानती है और मैं जानती हूं कि मैं उससे प्यार करती हूं लेकिन तुझे यह पता नहीं है वह अपनी हालात में ऐसा उलझा हुआ है कि वह किसी लड़की से प्यार करना तो दूर की बात है बातें भी नहीं करता है।"
रूबी " देख कोमल मैंने आज तक तुझे अपनी हर बात बताई है और तू यह भी जानती है कि मैंने सिर्फ तेरे लिए ही अपने प्यार का गला घोट दिया नहीं तो तू जानती ही है कि मैं उससे कितना प्यार करती थी और आज भी करती हूं।"
कोमल " इसीलिए तो मैं बोलती हूं कि मैं प्यार का इजहार तब ही करूंगी जब तुम यह वचन दो कि मेरे बाद तुम भी अपने प्यार का इजहार करोगी।"
रूबी " तू यह बात अच्छी तरह से जानती है कि अगर उसे यह पता चला कि अपनी चीज दीदी को वह देवी की तरह पूजता है वही उससे प्यार करती है तो मेरी बात का यकीन करो वह पूरी दुनिया से तुम्हारे लिए लड़ जाएगा लेकिन तुम्हारे सिवा किसी और की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देखेगा तो इस हालत में मैं कहां पर फिट होती हूं । और उसके साथ तो यह भी नहीं है कि हम उसे अपना जिस्म दिखा कर मुझे किसी भी तरह से अपने की तरफ आकर्षित कर सकते हैं।"
कोमल " हां यार बातों ही बातों में मैं तुझे बताना भूल गई कि इस बार मैं और राहुल दोनों यहां पर इलाज कराने के लिए आए हुए हैं।"
रूबी " यहां पर किससे दादी से जहां तक मैं जानती हूं दादी अपनी सारी नुस्खा आजमा चुकी है और उनके इलाज से तुम दोनों को कोई भी फर्क नहीं पड़ा है फिर भी यह सब जानते हुए भी बड़ी बुआ और छोटी बुआ ने तुमको यहां पर इलाज के लिए लेकर आई है।"
कोमल " मैंने तो सिर्फ यही कहा ना कि हम दोनों यहां पर इलाज के लिए आए हुए हैं मैंने तुझे यह कब बोला कि हम लोग नानी से इलाज कराने के लिए आए हुए हैं।"
रूबी " फिर किससे तुम यहां पर इलाज कराने के लिए आई हुई हो।"
कोमल " मां बता रही थी कि नानी किसी ऐसे वैध के बारे में जानती है जो पुराने से पुराने बीमारी का इलाज ढूंढ लिया है भगवान ने चाहा तो इस बार सब कुछ ठीक हो जाएगा अगर ऐसा हो गया तो सच बता रही हूं मुझे बहुत ही अच्छा लगेगा।"
रूबी " हां तुझे तो अच्छा लगेगा ही ना क्योंकि अगर वह अच्छा हो गया तो तुझे अपनी बुर के बाल की मुंडन करने का मौका मिल जाएगा ।जो तूने आज तक नही बनाई है ।"
कोमल "आखिर बनाऊ भी तो किसके लिए ।मैं हूं जो देख नही सकती और जिसे मैं दिखाना चाहती हु वो देखेगा नही "
रूबी " बुर की बाल को साफ नहीं करती हो क्यूंकि उसे कोई देखने वाला नही है तो अपने सरीर के बाकी बालो क्यों साफ करती है।"
कोमल " तू तो जानती है कि मैं कुछ भी नहीं करती हूं यह सब तो रूपा दीदी करती हैं अब भला मैं उन्हें कैसे मना कर सकती हूं तुम तो जानती है कि वह अपने आगे किसी की भी नहींसुनती है।ऐसे में अगर मैंने मना किया तो वह इसका कारण पूछेंगी और मैं बता नही पाऊंगी।"
रूबी " तो क्या उन्होंने कभी वहां के बाल बनाने के लिए नहीं कहा।"
कोमल "बोली तो थी पर मैं बोल दी कि मुझे शर्म आती है इसलिए उन्होंने ज्यादा फोर्स नही किया बल्कि एक क्रीम दी है उसे लगाने को बोली ।बताया कि इससे बाल एकदम साफ हो जायँगे।"
रूबी " तो इसका मतलब यह हुआ कि तूने रूपा दीदी को भी चूना लगा ही दिया कम से कम उन्हें तो बता दी होती।"
कोमल " तू पागल तो नहीं हो गई है ना अगर दीदी को इस बारे में पता भी चल गया कि मैं राहुल से प्यार करती हूं तो वह मुझे को छोड़ेंगे नहीं और अब तो मैं भगवान से यही प्रार्थना कर रही हूं कि मेरी आंखें ठीक हो ना हो लेकिन राहुल ठीक हो जाए।"
रूबी " आखिर ऐसा क्या हो गया जिसके तू ऐसा बोल रही है।"
कोमल " आज तुझे मैं एक बात और बताती हूं जो मैंने कल शाम को ही सुना।"
रूबी " ऐसी क्या बात हो गई जो तुझे यह बोलने पर मजबूर कर दिया।"
कोमल " मैं जो बात उसे बताने जा रही हूं उसे बस तू अपने तक ही सीमित रखना तू जानती है हम कितनि बहने है।"
रूबी " अगर मुझे भी लेकर जोड़ो तो हम पांच बहने हैं।
कोमल " और तू जानती है पांच बहनों में से चार बहने राहुल से ही अपनि बुर फड़वाना चाहती है ।"
रूबी " दो तो हम हैं जो बचपन से लेकर आज तक सिर्फ राहुल से ही प्यार किया है और जब से चुदाई के बारे में जाना तबसे उसी से करना चाहती है ।लेकिन उस हादशे के कारण हमारी ख्वाइश आज तक अधूरी ही है और बाकी 2 कौन है।"
कोमल "रूपा दीदी को छोड़कर बाकी सभी बहने राहुल से पहली बार चुदने के लिए तैयार है ।"
इतना बोलकर कोमल अपनी बुर को ऊपर से खुजाने लगती है तो रूबी की नजर पड़ जाती है और वह देखती है कोमल की सलवार बुर की जगह पर बुरी तरह से भीग गयी है ।तो वह बोलती है कि
रूबी " क्या बात है कोमल रानी कहीं बैठे-बैठे पेशाब नहीं कर दी तूने या फिर इतना ज्यादा पानी छोड़ देगी जिससे तेरी चड्डी पूरी भीग चुकी है और तेरी बुर का पानी अब सलवार भी भिगो रहा है ।।"
उधर इन सभी लोग के चले जाने के बाद चाचा खेतो की तरफ चले जाते है और रूपा दीदी अपने आप को कमरे में बंद कर लेती है तो सुवर्णा को चंचल दीदी को मस्ती करने के लिए पूरी छूट मिल जाती है। सुवर्णा चंचल दीदी से बोलती है कि
सुवर्णा "आज घर मे हम अकेले है तो क्यों ना आज खुल कर मजा लिया जाए।"
चंचल " शायद तुम भूल रही हो कि घर में हम अकेले नहीं है हमारे साथ घर में रुपा भी है। "
सुवर्णा " तू तो जानती ही है कि कोमल के जाने के बाद उसका घर में रहना नहीं रहना सब एक बराबर ही होता है अब जब तक कोमल वापस नहीं आ जाती है तब तक ना तो सही से खाना खाएगी और ना ही घर से बाहर निकलेगी रहना नहीं रहना हमारे लिए कोई भी मतलब नहीं सकता है अगर तुझे मजा करना है तो मेरी एक बात को मानेगी।"
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