RE: Rishton mai Chudai - परिवार
रूपा "अच्छा तो ठीक है अभी आप को अगर कोई काम हो तो जाए ।मुझे कुछ काम है ।"
चाचा "ठीक है बेटी लेकिन तुम अपना वादा याद रखना।"
रूपा "मैं अपना वादा जरूर पूरा करूँगी बस आप अपने आप को सुधार कर दिखाए पहले ।अगर आप सही तरीके से रहे तो हम अपना वादा जरूर पूरा करूँगी।"
इसके बाद चाचा वहां से चले जाते है ।उनके जाते ही सुवर्णा और चंचल दोनो ही रूपा को ग़ुस्से से देखती है ।सुवर्णा बोलती है कि
सुवर्णा "तूने अपनी लाज शर्म सब कुछ खत्म कर दी है क्या ।तू क्या बोल रही थी चाचा से।"
चंचल "पहले तो तू उनपर इतना गुस्सा हो रही थी कि मानो उनका खून ही कर देगी ।लेकिन अगले ही पल तू जो बात की वह हम दोनों को विश्वक्ष नही हुआ कि तू ऐसा करने का सोच भी सकती है ।हमे अभी तक इस बात का विश्वास नही हो रहा है तू ऐसा करने को बोल रही थी।"
रूपा "मैंने तो अभी सिर्फ करने के लिए सोचा है कि नही हु लेकिन आप लोग जो कर रही है या करने के लिए सोच रही है वह ठीक है ।"
सुवर्णा "तू कहना क्या चाहती है मैं कुछ समझ नही पा रही हु तू जो भी कहना चाहती है खुल कर बोल।"
रूपा "दीदी जी आप दोनों के बीच सम्बन्ध और आप दोनों जो राहुल के चक्कर मे पड़ी हो आप को क्या लगता है मैं इस बारे में कुछ भी नही जानती हूं।
सुवर्णा " देख रही है ना चंचल जिसे हम सब इतना सीधी समझती है वह तो हम सबकी अम्मा निकली ।इसे तो सारी बातों का जानकारी है ।तो सच बोल तेरे दिमाग में चल क्या रहा है ।"
चंचल "हा बोल तो बिल्कुल ठीक ही रही हो ।हम तो अभी सोच ही रहे कि कैसे करे लेकिन इसने तो अपना जुगाड़ भी कर लिया है।"
रूपा "जुगाड़ कर लिया क्या मतलब है दीदी आपका।"
चंचल "मतलब साफ है मेरी छोटी बहना हम तो तब कुछ करेंगी ना जब राहुल ठीक होगा लेकिन तूने तो पापा के साथ ही चुदने का जुगाड़ कर लिया है ।अभी भी नही समझ में आया है तो बोल और खुल कर बताऊ।
इतना बोल कर दोनों हँसने लगती है ।उनकी हसी सुनकर रूपा खुज जाती है और गुस्से में बोलती है कि
रूपा "आप लोगो को ऐसा लगता है कि मैं ऐसा कुछ कर सकती हूं मैंने जो भी किया सिर्फ सोनिया और आप दोनों के लिए ही कि हु।"
सुवर्णा "तेरे कहने का क्या मतलब है तू जो कर रही है वह हमारे लिए कर रही हो ।हम दोनों का तो समझ मे आ रहा है लेकिन इसमें सोनिया कहा से आ गयी ।"
रूपा "दीदी इसमे सोनिया ही नही बल्कि रूबी भी आती है ।आप दोनों तो सिर्फ अपना जिस्म राहुल को सौपना चाहती है लेकिन वो दोनों तो जब उन सबको प्यार का मतलब भी पता नही था तबसे वो दोनों उससे प्यार करती है और मेरी पागल सोनिया यह नही जानती की मैं उसे बहन की तरह नही एक माँ की तरह पाली हु और एक माँ से अपने बच्चों के दिल की बात कभी भी छुपी नही रहती है। "
सुवर्णा "तो तेरे कहने का मतलब यह है कि रूबी और सोनिया दोनो ही राहुल से प्यार करती है ।पर उन दोनों को देख कर तो नही लगता कि वो दोनों एक दूसरे से जलती है या उनमे राहुल को पाने का कम्पटीशन है ।
रूपा "उन दोनों में कम्पटीशन नही है बल्कि राहुल जिसे भी पसन्द करेगा तो दूसरा अपने आप पीछे हट जाएगा।
उधर अगले दिन सुबह होते ही सोनिया राहुल साथ मे चाची मा और नानी पांचों गुरु जी आश्रम की तरफ चल देते है ।करीब 3 घण्टे के सफर के बाद वह सभी लोग जंगल के रास्ते से होते हुए करीब 2 घंटे पैदल चलने के बाद वो सभी लोग आश्रम पहुच जाते है ।वहा पर पहुचने के बाद देखते है कि वहाँ पर बहुत से साधु महात्मा पूजा पाठ हवन आदि कार्यो में लगें हुए थे।वह देख कर ऐसा नही लग रहा था कि वहा पर ।मरीज का इलाज भी किया जाता होगा ।लेकिन नानी का वहाँ पर पुरानी पहचान होने के कारण कुछ तपस्वी उन्हें पहचान जाते है तो उन लोगो से वहां पर आने का कारण पूछते है तो नानी उन लोगो को यंहा आने का कारण बताती है ।तो उनमें से एक बोलता है कि
साधु 1 "अम्मा वैसे तो गुरु जी का सख्त आदेश है कि हम किसी को उनसे मिलने का अनुमति नही दे ।लेकिन पिछले कुछ दिनों से गुरु जी आपका आने का स्वयं प्रतिछा कर रहे थे। ऐसी स्थिति में हम अगर आप के आने की खबर उन तक नही पहुचाई तो वो बहुत नाराज होंगे।"
नानी "तो आप के कहने अर्थ यह है कि गुरु जी को हमारे आने का इंतजार पहले से ही था।
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