RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
सतीश जितनी तेजी से सानिया की चुत को चूसता सानिया भी उतनी ही ताकत से सतीश के लंड को अपने हांथो मे दबोच कर उसके सुपडे को अपने मुह मे भर कर चुसने लगती, सतीश सानिया की चुत को खूब कस-कस कर चाटने लगता है, सानिया भी सतीश के लंड को खूब जोर-जोर से चुसने लगती है, लगभग १० मिनट तक दोनों एक दूसरे का लंड और चुत चुसते रह्ते है, तभी
सानिया सतीश के लंड को अपने मुह से निकल कर जोर-जोर से सिसकती हुई अपनी गांड को मटकाने लगती है और सतीश उसकी चुत को पूरा अपने मुह मे भर कर पिने लगता है,
सानिया- “ओह................
आह..............., आह.................,
सतीश प्लीज सतीश आह............, आह सी................., ओह करने लगती है और फिर जब सतीश उसकी चुत के छेद को अपने दोनों होंठो से लगा कर उसका रस अपने मुह मे खीचने लगता है तो सानिया आह.............,
आंह................ करती हुई एक दम से अकड जाती है और उसकी चुत ढेर सारा पाणी छोड़ देती है. और वो उठ कर एक दम से सतीश को पकड़ कर अपने बड़े स्तन से उसके मुह को लगा कर दबोच लेती है, सतीश सानिया के होंठो को चूमता हुआ उसे अपनी बांहो मे भर लेता है और उसे उठा कर अपनी गोद मे बैठा लेता है और फिर जैसे सानिया को होश आता है उसके बड़े बड़े कसे हुए स्तन सतीश के सामने पुरे नंगे है और सतीश उसको देखता है और वह सतीश को देख कर एक दम से उसकी छाती से चिपकते हुये,
"ओह सतीश तुम बहुत बदमाश हो”
सतीश सानिया के नंगे स्तन को अपने हांथो मे भर भर
कर दबाता हुआ उसके एक बूब्स को पकड़ कर अपने मुह मे भर कर चुस्ने लगता है और सानिया अपने दाँतो को पिसते हुए उसके लंड को पकड़ कर दबाने लगती है, सतीश उसके गुलाबी तने हुये निप्पल को कस कस कर चुसने लगता है और सानिया उसके लंड को खूब कस-कस कर दबाने लगती है,
सतीश सानिया के स्तन को दबा दबा कर चुस चुस कर लाल कर देता है और सानिया एक बेल की तरह उसके सीने से चिपकी रह्ती है,
सतीश सानिया को अपनी गोद से उठा कर उसे लिटा देता है और फिर सानिया की आँखों में मुस्कुरा कर देखता है. और सानिया मुस्कुराकर अपने मुह को अपने हांथो से छुपा लेती है,
फिर शर्माते हुए अपने हाथ को थोड़ा सा हटा कर सतीश को देखने लगती है,
सतीश जब सानिया की तरफ देखता है तो वो फिर से अपने
चेहरे को अपने हाथो से छुपा लेती है और सतीश एक बार
सानिया के नंगे बदन को ऊपर से निचे तक देखता है.
फिर जब सानिया अपने चेहरे से अपना हाथ नहीं हटाती है. तो सतीश उसके हाथ को अपने हाथ से हटाता है. और सानिया दूसरी और मुह करके धीरे धीरे मुस्कुराती रह्ती है, तभी सतीश अपने नंगे बदन को सानिया के नंगे बदन से चिपका कर उसे अपने सीने से लगा लेता है,
सानिया उसकी इस हरकत पर उसके नंगे बदन से कस कर चिपक जाती है और सतीश को पागलो की तरह चूमने लगती है,
सतीश सानिया से कहता है
“आप बहुत खूबसूरत और सेक्सी हो”
और सानिया के होंठो को चूसता हुआ अपने हाथो से उसकी गांड को सहलाने लगता है.
सतीश का लंड सानिया की फुली हुई चुत के ऊपर रगड खाता रहता है. सतीश सानिया को खीच कर अपने ऊपर चढा लेता है और सानिया उसके ऊपर चढ़ कर उससे चिपक जाती है और सतीश का लंड उसकी चुत के निचे उसकी दोनों जांघो के बीच फंसा रहता है,
दोनो नंगे एक दूसरे से चिपके हुये एक दूसरे को चुमते रह्ते है,
तभी सतीश उठ कर सानिया को पेट् के बल लिटा देता है और उसकी खूबसूरत गांड को फैला कर उसकी गांड मे अपनी जीभ डाल कर उसकी सिल्की गांड की दरार को चाटने लगता है. और उसकी इस हरकत से सानिया पागल हो जाती है. और जोर जोर से आह आह करने लगती है.
सतीश उसकी गांड को दोनों हांथो से फैला फैला कर खूब जोर जोर से चाटने लगता है, साथ ही उसकी की चुत को भी खोल कर अपनी जीभ से उसकी चुत का रस पिने लगता है,
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