RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
सतीश पागल सा हुआ जा रहा था.
उसकी वाइट थाइस देख कर.
खैर सतीश ने तेल लगाना शुरू किया ..
निचे से धीरे धीरे ऊपर बढ़ रहा था..
जब सतीश उसकी थाइस पर पहुंचा तो वो अपने मुंह से सेक्सी आवाज़ें निकलने लगी,
सतीश- “क्या हुआ”?
मोना- “कुछ नहीं, दर्द हो रहा है, तुम मालिश करते रहो...”
जब सतीश उसकी इनर थाइस के अंदर मालिश करने लगा तो उसकी चुत की गर्मी का उसे एहसास हो रहा था..
उसकी मोनिंग और भी तेज हो गयी थी..
उसने सतीश को बीच मे ही रोका
मोना- “अब बस मेरे लेग्स को आराम आ गया है, तुम अब मेरी कमर की भी मालिश कर दो”.
सतीश तो इसी का इंतज़ार कर रहा था
सतीश- “ठीक है...पर तुमने तो नाइटी पहनी हुयी है, अगर ऐसे लगाउंगा तो सारा तेल लग जायेगा”
मोना- “तुम मेरी नाइटी थोड़ा ऊपर कर दो”
उसने अपनी कमर उठाइ और सतीश ने उसकी नाइटी को ऊपर कर दिया क्या सॉफ्ट और वाइट कमर थी उसकी ...
सतीश ने उसकी नाइटी को ऊपर किया पर वो अभी भी उसकी ब्रा के निचे थी..
सतीश ने मालिश करनी शुरू की .. और सतीश के लंड का बुरा हाल हुआ जा रहा था..
मोना- “तुम मेरी पूरी पीठ की मालिश कर दो...”
सतीश को पता था की मोना अब गरम होती जा रही है,
मोना- “तुम मेरी नाइटी को उठा कर शोल्डर तक कर दो”
ओर उसने अपना पेट् ऊपर उठाय ..और वो ब्लैक कलर की ब्रा पहने हुई थी...
जब वो निचे दुबारा हुई तो ...उसके स्तन साइड से बाहर आ गए ..और उन्हें देख कर सतीश के लंड का और भी बुरा हाल हो गया...
ओर बड़ी मुश्किल से सतीश ने अपने लंड को कण्ट्रोल किया...
ओर मालिश करना जारी रखा.
वह पेट् के बल लेटी हुई थी और सतीश उसके कंधे और पीठ की मालिश कर रहा था,
सतीश का 9" का लंड सतीश के पैजामे मे खड़ा हो कर उसे परेशान कर रहा था मोना उल्टा लेटी हुई थी वो उसे नहीं देख सकती है ये सोच के सतीश ने अपना पाजामा निकाल दिया और ऐसे ही मालिश करने लगा.
मालिश करते वक़्त जब सतीश आगे पीछे होता तो सतीश का लंड मोना की गांड पे रगड खाता और शायद अब इसका एहसास उसे भी हो रहा था पर वो कुछ बोल नहीं रही थी बस धीरे धीरे मोअन कर रही थी.
“म्म्म्ममम........”
“आआआआह्ह्ह्ह.........”
सतीश बस ऐसे ही उसके कंधे और पीठ की मालिश कर रहा था और अपना लंड उसकी गांड पे घास रहा था.
फिर थोड़ी देर बाद उसने कहा
मोना-“बस अब अच्छा महसुस हो रहा है...अब तुम मेरी कमर से लेकर मेरी जाँघ तक की मालिश करो.
ये सुनते ही सतीश खुशी में उछल पड़ा और सतीश के खड़े लंड ने जो उसकी गांड के ऊपर था फिसल कर उसके दोनों चूतड़ के बीच से होते हुए उसकी पेन्टी के ऊपर से उसकी चुत पे चोट की.
ओर..
मोना : “उईईईई............................ कया कर रहा है, मुझे वहां दर्द नहीं है, अपना मोबाइल संभालो गलत नंबर पे मिस कॉल कर रहा है"
ये कह के मोना मुस्कुराने लगती है.
सतीश : अरे नहीं, वो तो, मैं तो, बै............
मोना : “चल ठीक है, अच्छे से मेरे कमर की मालिश कर”.
सतीश : “तेरी चड्डी बीच में आ रही है”.
मोना : “तो उतार दे ना, मैने कब रोका है, जो चाहे कर पर मालिश अच्छे से होनि चहिये,मुझे मज़ा आना चहिये”.
सतीश ये सुन के खुश हो जाता है, और मोना की पेन्टी नीचे की, मोना ने अपनी गांड थोड़ी ऊपर उठायी और पेन्टी निकाल दी, बिलकुल क्लीन वाइट कलर की सेक्सी गांड थी मोना की. दो उभरे हुये, मोठे मोठे नरम नरम बलून जैसी,
सतीश ने सोचा के कहीं वो ख्वाब तो नहीं देख रहा इतनी हसीन गांड इतना क्यूट पिंक गांड का सुराख उस के सामने वो भी उस की अपनी बहन का.
सतीश ने तेल उस की गांड पर मलना शुरू कीया.
कहानी चालू रहेगी
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