RE: Gandi Kahani (इंसान या भूखे भेड़िए )
मनु, राजीव के घर... हाथों मे ब्यूटिफुल बूके लिए हुए...
दरवाजा खुला.... "घर के मालिक घर मे हो तो कहना मनु आया है"
नौकर.... अंदर आइए ना सर, बाहर क्यों खड़े हो...
मनु... नही तुम उन्हे तुम बता दो मनु आया है....
थोड़ी देर मे तनु दरवाजे पर आती.... "मनु व्हाट आ प्लीज़ेंट सर्प्राइज़, आओ अंदर आओ".
मनु, बूके देते हुए.... "फ्लवर्स फॉर दा मोस्ट सेक्सी लेडी ओं दिस अर्त"
तनु.... ओह्ह्ह थॅंक यू सो मच. वैसे एमडी साहब, यूँ तो कभी ज़्यादा बात नही हुई अपनी, और आज इतने फ्रेंड्ली, बात क्या है...
मनु.... सॉरी आंटी पैरी पांवा.... अब तो खुल कर बात करना भी गुनाह हो गया.
तनु... हा हा हा.... मनु तुम मज़ाक भी करते हो... मैने कभी सोचा भी ना था...
मनु.... सोचने को तो बहुत कुछ सब सोच के रखे हैं, और तो और दिन भर मेरे बारे मे ही सोचते हैं... पर क्या करें मैं क्या हूँ वो कभी नही सोचते बस सोचते हैं तो इतना.... कैसे, कैसे आख़िर कैसे मनु को हटाया जाए.
तनु.... ये कैसी बातें कर रहे हो मनु.
मनु.... सच मे तनु आंटी, पता नही क्यों लोग मुझ से नफ़रत करते हैं.....
तनु... अर्रे तनु आंटी तो ना बोलो, बूढ़ी फील करती हूँ यार...
मनु..... तो आज आप को जवान फील करवाते हैं, इसमे कौन सी बड़ी बात है... सेक्सी से आउटफिट अपने इस मेंटेंड खूबसूरत
से बदन पर आज रात डाले रखिएगा... डिस्को मे हम साथ थिरकेंगे....
मनु इतना कह कर चला गया, और तनु बस उसकी बातों को सोचती ही रही.... "क्यों आख़िर मनु आया, और ऐसे बिहेव क्यों कर रहा था"
तनु से मिल कर मनु सीधा अपने ऑफीस निकल गया.... "ह्म्म्म्म ! दिस टारगेट ईज़ हाइली टफ... मुझे हटाने और नफ़रत की बात को नज़रअंदाज़ करना.... लगता है ये खिलाड़ी पर ज़्यादा मेहनत करना होगा". ऑफीस जाते वक़्त तभी श्रेया का भी कॉल
आया.... "हां आओ तुम भी, अब तो मुझे सब से मिलना ही है"
मनु.... हां श्रेया, कहो...
श्रेया... मनु कुछ काम से मिलना है, कहाँ हो अभी.
मनु.... 10 मिनट मे ऑफीस पहचूँगा.
श्रेया.... ठीक है मैं ऑफीस मे ही मिलती हूँ...
"मिलो-मिलो... अब तो खैर मैं सब से मिल रहा हूँ.... पूअर गर्ल डॉन'ट नो हर फ्यूचर"
मनु ऑफीस पहुँच कर सब से पहले अश्यूर इंडिया की फाइल निकाला और तत्कालिक कंपनी के आला अधिकारियों से मीटिंग
करते, इस डील को अगले दो दिन मे सेट करने के लिए लगा दिया.
मीटिंग जैसे ही ओवर हुई, रिसेप्षन से कॉल गया... मनु ने श्रेया को बुला लिया...
मनु.... क्या हुआ मिस, आप इतनी बेचैन हो कर कॉल क्यों की.
श्रेया.... मनु चलो मेरे साथ...
मनु.... पर ये मेरा ऑफीस टाइम है श्रेया, मैं अभी कहीं नही आ सकता...
श्रेया.... आग लगा दो ऑफीस को. तुम ओनर हो स्टाफ नही मनु. काम चलता रहेगा ऑफीस का तुम चलो.
मनु... ये भी ठीक है... चलो फिर चलते हैं...
श्रेया के साथ मनु निकल गया. थोड़ी देर बाद दोनो श्रेया के फ्लॅट मे थे. मनु बस श्रेया के हर मूव को अब्ज़र्व कर रहा था,
और चुप-चाप सब देख रहा था....
श्रेया.... अच्छा बताओ मैं तुम्हे यहाँ क्यों लाई हूँ...
मनु... मुझे क्या पता होगा तुम ने मुझे यहाँ क्यों लाया है...
श्रेया... मूवी देखने और क्या....
मनु.... ओह्ह्ह, ऐसी बात है क्या... चलो फिर देखते हैं...
"रूको दो मिनट" कहती हुई श्रेया गयी और शॉर्ट्स और स्लेवलेशस टॉप पहन कर बाहर आ गयी.... मनु जितनी देर रहा बस श्रेया की बातें सुनते उसे बस अब्ज़र्व करने मे लगा था.
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|