RE: Incest परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति
मोम- क्या त भी अब शर्मा रही है? बकी अभी तो हम दोनों नंगी हैं और एक दूसरे को संतुष्ट भी किया है।
झुमरी- नहीं मेमसाहब... वो मैं सोच रही थी की आज अपने ऐसा क्यों किया? और कुछ घंटों से आप बड़ी ही अजीब हरकतें कर रही हैं।
मोम- "पता नहीं झुमरी, मुझे क्या हो गया है? पार्टी की रात से बहुत हो रहा है। शायद राज को पता हो उस रात कुछ हुआ है की नहीं?"
झुमरी चौकते हुए- "पर मेमसाहब, साहब को कैसे पता होगा? उस रात तो आप अवी बाबू के साथ सोई थी?"
मोम भी चौंकते हुए- "क्या? तो राज कहा था फिर?" और अपने मन में खुद से कहा- " यानी कि मेरी चूत की वो हालत अवी ने की है। तभी मैं सोचूं की राज का तो बहुत छोटा है और कल अवी की पैंट का उभार भी बता रहा था की वो कितना बड़ा और मोटा है। इसका मतलब अवी ने मुझसे सोते हुए सेक्स किया, और अगर किया तो मुझे कुछ पता क्यों नहीं है?" मोम इनहीं बातों में खोई हुए थी।
झुमरी ने सोचा- "शायद मेमसाहब को उस दिन शराब पीने की वजह से पता नहीं..."
झुमरी मोम को हिलाते हए- "मेमसाहब शायद आपको नशे की वजह से याद नहीं है, क्योंकी आपने उस दिन साहब के साथ बहुत पी थी..'
मोम को एक और झटका लगा। क्या मैंने उस दिन ड्रिंक की थी, वो भी राज के साथ? पर मुझे कुछ याद क्यों नहीं है, ना उससे पहले का और ना ही बाद का, ये आखिर हो क्या रहा है मेरे साथ? मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है। इन सब में राज एक संदिग्ध सा बन रहा है। और अबी के साथ क्या हवा था उस रात? बो भी साफ नहीं हो रहा है। ओह ये सब सोच-सोचकर मेरा सिर ही फट जाएगा, अब तो अवी से सब पूछना पड़ेगा।
मोम इन सबके बारे में ही सोच रही थी की बाहर से सभी की आवाज आती है, जो उसे चलने के लिए कह रही थी। इन सबके चिल्लाने से मोम की तंद्रा टूटती है और वो अभी के लिए इन विचारों को साइड करती है और झुमरी को बोलती है- "झुमरी, सबको बोल दो की बस 10 मिनट और लगेगा और तुम भी तैयार हो जाओ..."
झुमरी भी सभी को ऐसा ही बोलकर खुद भी फटाफट तैयार होने के लिए अपने रूम में चली जाती है। 15 मिनट के बाद दोनों तैयार होकर आ जाती हैं और फिर हम सब अपनी दो कारों में चल पड़ते हैं, जिसमें एक को मोम और एक डाली दीदी ड्राइव कर रही थी। 30 मिनट बाद हम एक बड़े से माल में आ जाते हैं, सब उतरकर अंदर आ जाते हैं।
फिर सभी औरतें लग जाती हैं अपनी-अपनी शापिंग में। मैं भी लग जाता हैं अपनी शापिंग करने जो कोई 30 मिनट में हो जाती हैं। पर अब उन सभी की शापिंग में टाइम लगना था, तो सामने कोफी शाप जाकर काफी पीने और लड़कियों के जिस्म को देखकर टाइम पास करने लगता है। कोई 5 घंटे के बाद वो आती हैं। उन सभी के हाथों में बैंग थे। वो मुझे देखती हैं इधर-उधर तो उन्हें में सामने कोफी शाप में दिखता हैं। पर में नहीं देख पा रहा था, क्योंकी मेरी पीठ थी उनकी तरफ और मैं लड़कियों की चुचियाँ और गाण्ड ताड़ने में बिजी था।
वो सभी आ रहे होते हैं की उधर कर अमीर बाप की कमीनी औलादें उन्हें देख लेते हैं, और भी बिजी थे, तो वो ऐसे सेक्सी फिगर वाली जिश्म की कलियों को देखकर, और उनका मजा लेने का सोचकर आपस में कुछ बात करते हैं, और चल देते हैं सेक्सी तितलियों के पास।
वो सभी मेरे घर की औरत की ओर आते हैं, और कोई अपने कंधा से चूचियां, कोई हाथों से गाण्ड दबाते हुए निकलते हैं, जिससे उनकी थोड़ी सी आ निकल जाती है। आगे जाकर बात करने लगते है। कोई कुछ नहीं कहता क्योंकी ऐसी जगह पर ये आम बात है। पर उनकी बातें सुनकर और हरकतों से रिया और नैना दीदी को बहुत गुस्सा आता है, जिससे वो अपने बैग नीचे पटक कर उनको सबक सिखानें उनकी तरफ चल देती है, और बाकी सभी उन्हें रोकते हैं। पर वो किसी की भी नहीं सुनती।
लड़का2- वाह भाई क्या आइडिया था?
लड़का। लीडर- "अबे तो अब समझ ना की अपन क्या चीज है? और बैंसें मजा बहुत आया सालों। क्या चीज थी सबकी सब यार... एक दिन के लिए मिल जाए बस..." ये अब अपने मजे में बोलकर अपने चिरकुटों की तरफ देखता है जो उसके पीछे देख रहे थे और इर से उनके माथे पर पीना भी था।
लड़का। अपने पीछे देखता है तो उनमें से दो लड़कियां गुस्से में उसके पीछे खड़ी दिखती हैं। एक बार तो उसकी भी फट जाती हैं। फिर कुछ सोचकर उसके चेहरे पर कमीनी स्माइल आ जाती है। पर वो कुछ बोलता उसमें पहले ही दोनों लड़कियों यानी रिया और नैना दीदी ने उसके दोनों गालों पर एक-एक मस्त थप्पड़ चिपका दिया। जिससे एक तेज आवाज आई और उस लड़के के दोनों गाल लाल हो गये, और वो दोनों बिना बोले चले जाती हैं।
पर उन थप्पड़ों से उसके होठों पर खून जरूर निकल गया था, और इससे बा बोखला भी गया था। वा कुछ कहता या करता उससे पहले ही दोनों निकल गई थीं। सभी उसे थप्पड़ के बाद घर जा रहे थे जिससे वो और शर्मिंदा हो रहा था। पर वो अंदर से इनसे अपना बदला लेने की सोच चुका था, पर जाकर उन्हें कुछ कह नहीं सकता था।
चाहे कितने भी बड़े बाप का बेटा हो पर पूरा लोगों के बीच कुछ नहीं कर सकता था। पर एक बात उसे और जखम दे रही थी की उसके सब चले ऐसे लड़की की तरफ देख रहे थे। ये सब उससे बर्दाश्त नहीं होता की इतने बड़े और कमीने बाप की औलाद होने के बाद भी कोई लड़कियां सभी लोगों और उसके चेलों के सामने उसे थप्पड़ मार कर चली गई, और वो कुछ नहीं कर सका, सिर्फ चुपचाप देखने के अलावा, बो वहां से तेजी से निकल जाता है अपने घर।
इधर सभी दोनों में बोलते हैं- "क्या जरूरत थी ये सब करने की?"
ऐसे ही बातें बोलतें और चल पड़ते हैं मेरी तरफ, जहां मैं थप्पड़ की आवाज से घूमकर देखता हैं तो मुझे सभी मेरे से कुछ दूरी पर दिखते हैं और भी से रिया और नैना दीदी आती हर दिखती हैं। उन सभी को देखकर मैं भी उनकी पास जाता हैं और नीचे पड़े बैग उठाकर चलते हुए बात करते हैं।
मैं- क्या हुआ आप सब इन्हें क्यों सुना रही है।
चंदा फिर सब बताती है की पहले उन्होंने हमें छेड़ा, फिर कैसं दोनों ने उसके दोनों गालों को बनाया जिससे मुझे हँसी आ जाती है।
मैं हँसते हए. "क्या दीदी, ये सब तो आजकल कामन बातें हैं, क्या आप दोनों भी..."
मोम- हाँ, मैं भी यही कह रही थी। पर ये है की कुछ समझती ही नहीं हैं।
नैना- "ओये गधे, तू तो चुप ही रह, ये सब हो रहा था और तू वहां बैठकर शो देख रहा था और ऊपर से बोलता है की ये सब तो चलता है कैसा भाई है तू?"
मैं- "तुमने देखा नहीं की वो सब कितने थे? और वैसे भी तुमने बजा दिया ना बस.." यहां बता दूं कि अवी ने उन्हें नहीं देखा था और कितने थे वो तो चंदा के बताने पर पता चला।
रिया- तुम रहने ही दो भाई, तुमसे कुछ नहीं होगा। तुम एक नंबर के गधे हो।
नैना- हाँ तुमने सही कहा रिया, ये गधा है।
मोम- "चलो अब बंद भी करो ये सब, और चलो देर हो गई है...
फिर हम बिल में कर के वापस वैसे ही सभी घर आ जाते हैं, और सभी थकं थे तो सब अपने-अपने रूम में चलें जाते हैं, और फ्रेश होकर हाल में आ जाते है, और टीवी देखते हुए कुछ खा भी रहे होते हैं।
ऐसे ही रात हो जाती है तो मोम बताती है की सबकी शापिंग हो गई। पर उस थप्पड़ वाले इन्सिडेंट को नहीं बताया। लेकिन मोम को आज भी मुझसे बात करने का टाइम ही नहीं मिला, तो वो सोचती हैं की कल बात कर लेंगी। ऐसे ही डिनर का टाइम हो जाता है तो सब चुपचाप डिनर करते हैं और अपने रूम में आकर सो जाते हैं।
#####
#####
|