RE: Incest परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति
मैं अजीत को मारने के बाद बाकी को भी मारने के लिए तैयार था, और वो सब भी मुझे मारने के लिए। तो लड़का। मेरी तरफ दौड़ते हुए आता है और हवा में ही किक मारता है, पर में तेजी से उसके पास आकर उसकी नूनी को पकड़ एक झटका देता हैं, जिससे वा उखड़कर तो नहीं आई, पर कन्फर्म था की सब प्रायाम खराब हो चुके थे। साथ ही हवा में तेज चीख के साथ बेहोश होते हए जमीन पर गिरता है।
लड़का भी साथ ही आ रहा था, तो उसको एक लत मारता है पेट में, जिससे वो दर्द से पेट पकड़कर बैठ जाता हैं और तब तक एक चूंसा और उसके मुंह पर पड़ चुका होता है और वो जमीन चाट रहा होता है। मेरे ऐसे मारने से उन तीनों की बुरी फट चुकी थी और अजीत भी अपना दर्द सहते हुए खड़ा हो चुका था जो उन तीनों के साथ फटी गाण्ड लिए खड़ा था।
अजीत- "सालों अपने हथियार निकालो, नहीं तो ये हमारी गाण्ड मार देगा। बचा समुझे थे वो दोनों, देख लो क्या मारी है उनकी, अब तो इसे में जिंदा नहीं छोड़गा..."
अजीत की बात सुनकर जहां में कमीनी हँसी हँस रहा था, वहीं वा चारों भी हड़बड़ाकर अपने सब औजार के साथ तैयार हो चुके थे, और वही डाली तीसरे सदमें में थी जो अजीत की आवाज से बाहर आई थी। डाली को तो कुछ समझ में ही नहीं आया था। पर अब समझ चुकी थी की मैं भी कुछ कम नहीं हैं। पर उन सभी के हाथ में हथियार देखकर वो डर गई थी। पर वो कुछ बोलती उससे पहले ही मैं अपने परे कमीनेपन में आ गया था।
बी.डी.- "अबे भोसड़ी के, अब देखो मैं तुम्हारी मोम और बहन को इस खुली सड़क पर नंगी कर के कैसे उनकी चत फाइता हैं। सालों ननी से पैदा हुई औलादों, तम सब मुझे मारना चाहते हो। अबें मैं तो लण्ड में मेरे बाप के बाप का भी बाप हैं। अगर मैंने तुम्हारी मोम की फटी चूत में भी अपना लण्ड डाला ना तो चूत से खून निकलने लगेगा, हरामियों..."
जहां बी.डी. की धमकी से उनकी और फट रही थी, वहीं पहली बार मेरे मुँह से ऐसी गंदी गाली और बातें सुनकर हाली के दिमाग का फ्यूज उड़ चुका था, और बाप के बाप से बड़ा लण्ड होने की बात और उसके आश्चर्य और उत्तेजना का क्या कहना? आज तो उसकी चूत पानी ऐसें वहाँ दी जैसे किसी ने अभी मारी हो तेल लगाकर।
अजीत मेरी बात सुनकर इर के साथ गुस्सा भी हो जाता है, और कहता है- "मागे कमीने को आज तो इसको जिंदा नहीं छोगा किसी भी हालत में..."
अजीत की बात से अजीत और वो तीनों एक साथ अपने औजार के साथ मुझे मारने के लिए दौड़े आते हैं, और मैं तो पहले से ही कब का तैयार था। सभी ने एक साथ और पूरा जोर लगाकर मुझे पर हमला किया और मैं भी पर तेजी के साथ हटा, पर फिर भी अजीत की हाकी और लड़का5 की हाकी मुझे लगी जो एक मेरे कंधे पर और दूसरी मरे पेंट में लगी। जिससे मुझे भी दर्द हुआ और मेरी दर्द भरी चीख निकली और लड़का और लड़का4 के हाकी वाले वार से मैं बच गया और जिससे लड़का की हाकी जमीन पर लगने से ट्ट गई। पर लड़का4 जो पैर पर वार किया था उससे तो मैं बच हो गया था।
मैं हाकी लगने से दर्द से आगे झुक गया था। इतने में पहले लड़का और लड़का4 तेजी से आकर लड़का4 में मेरी जांघ पर एक हाकी की दे मारी, जिससे एक बार मेरी चीख निकल गई और लड़का की तो हाकी टूट गई थी। उसने मेरे मुँह पर एक लात मारी जिससे मैं दो कदम दूर जाकर गिरा। पर मुँह पर किक से मेरे होंठों से खून निकलने लगा। लड़का के लात मारने में मैं दो कदम दर गिरा, पर दर्द की वजह से गिरने के बाद भी में और पीछे हो गया था बढ़ते हुए दर्द से।
अजीत- "साले कमीने मुझे मारता है, अब क्या हुआ निकल गई सब हवा? और क्या बोल रहा था ही नूनी की
औलाद है? साला देखो कैसे पड़ा है?"
पर एक बात हो गई इस पलटा-पलटी में वो ये की जो खून मरे होठों से निकल रहा था, वो अब मेरे मुँह में चला गया था और मेरे मुँह में जाते ही इतनी तेजी से मेरे अंदर पूरी बाड़ी में मिलना शुरू हो गया और उससे मेरे अंदर बहुत कुछ हो रहा था, जिससे बाडी कुछ वाइब्रेट हो रही थी जैसे बाडी की ताकत बढ़ रही हो। साथ ही एक खून की तेज इच्छा होनी शुरू हो गई।
मेरे शरीर के बाहर भी कुछ बदलाव आने लगे। मेरी बाही पर जो टैटू थे वा भी खन जैसे लाल होने लग गये, आँखों में भी बदलाव आने लगा और साथ ही कुछ टैंट और बनने लगे। मेरा चेहरा भी कुछ काला होने लगा। ऐसा लग रहा था जैसे कोई शक्ति आ रही हो मेरे जिम में और अब मुझे सिर्फ मारना ही दिख रहा था। बड़ा अजीब था ये सब, पर पता नहीं क्यों ये नशा मुझे मस्त किए जा रहा था।
वो सब मुझ पर हँस रहे थे की अचानक उनकी हँसी पर विराम लग गया और डर के भाव आ गये उनके चेहरे पर। में सब कुछ 30 सेकेंड में हुआ था।
मेरे अंदर होने वाली में शक्ति अब मुझसे इन लोगों का खुज माँग रही थी और में जमीन पर पड़ा हुआ एक झटके में खड़ा हो गया और मेरे को इस रूप में देखकर उनकी फिर से फटने लगी। मैं खड़ा होकर उनकी तरफ देखकर एक शैतानी स्माइल देता हैं, और फिर उनकी तरफ बढ़ता है, और वो मुझे अपनी तरफ आता देखकर एक पल तो बुरी तरह डर जाते हैं। पर जल्द ही खुद पर कंट्रोल करके अपने हथियारों को और टाइट पकड़कर मेरी तरफ आने लगते हैं।
लड़काउ दौड़ते हुए आकर मुझे घुसा मारता है चेहरे पर, पर मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। ये देखकर वो आश्चर्य करता है। पर फिर दूसरे हाथ से मारता है पर फिर कोई असर ना होता देखकर, जो अब तक अपनी गाण्ड पकड़कर मुझे मारने आया था वो अब फटने लगी थी। अभी वो मारता उसे पहले ही मैं एक घंसा उसके पेट में मारता है, जिसमें वो 7 फिट ऊपर हवा में उड़ते हए 10 फिट दूर जाकर गिरता है और उसका मुँह के बल और बो खून की उल्टी करता है और बिना आवाज के तड़पने लगता है।
ये देख उन तीनों की घिघड़ बन जाती है फिर हाथों में हाकी लेकर आ जाते हैं। लड़का और लड़का एक साथ मुझमें अटैक करते हैं। दोनों की हाकी मेरी बाडी पर पड़ते ही टूट जाती है। पर मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है, मैं आश्चर्य में ही दोनों की गर्दन पर दोनों हाथों से एक-एक घंसा मारता हैं जिससे एक छोटी सी आवाज के साथ वो भी लाश में तब्दील हो जाते हैं।
अजीत ये सब देखकर हाकी फेंक कर सड़क के एक तरफ जंगल के अंदर भागने लगता है चिल्लाते हए- "बकाई मुझे बचाओ... अरे कोई तो बचाओ मुझे इस हैवान से....
अजीत अभी 100 मीटर ही दौड़ते हुए गया था की उसे मैं उसके सामने खड़ा मिलता है। वो अभी कुछ करता या बोलता, उसे पहले ही तेजी के साथ उसपे एक झटका लगाकर उसकी गर्दन तोड़ देता हूँ। पर वो लहराते हुए वहीं गिर जाता है। इन सबको मारने के बाद मैं एक खौफनाक और कमीनेपान के साथ अपनी जीत की खुशी में गला फाड़कर हँसने लगता हूँ- "होहीहीही... होहोहोही.. हहाहीहीही..."
***** *****
|