RE: Incest परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति
एम.एल.ए. काला- "अरे का हो गया मेरे बेटे का? किसने मारा मेरे बेटे का? हम उसको नहीं छाईगा.." और राते रहता है।
फिर पोलिस वाले और कुछ लोग एम.एल.ए. को संभालते है और आगे की कर्यवाई करते हैं और पोलिस अपनी छानबीन। पर मिलता कुछ नहीं है।
ऐसे दिन पूरा हो जाता है और 9:00 बजे एम.एल.ए. काला अजीत का तिम संस्कार करता है। फिर दुखी हालत में घर आ जाता है और अपने रूम में आकर कुर्सी पर बैठ जाता है। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था की ये उसके साथ क्या हो रहा है? क्योंकी आज तक उसने कितने काले धंधे किये हैं, मईर किए हैं पर कुछ नहीं हुआ । पर अब ऐसा क्या हो गया की उसके दोनों बेटों और सभी आदमियों को कोई धड़ाधड़ मार रहा है।
उसने अपने बाकी सभी आदमियों को उसके बेटों के कातिल को टूटने में लगा दिया और आगे क्या और कैसे करना है, और बेटों की मौत के गम में में सभी बातें सोच हो रहा था की उसे 12:00 बजे एक काल आता है, जिसकी स्क्रीन पर बास लिखा हुआ था।
बो नाम देखकर तुरंत काल उठा लेता है क्योंकी बास यानी र2, जिन्हें आज तक किसी ने नहीं देखा था, न ही एम.एल.ए. ने देखा था तो एम.एल.ए. उन्हीं का पालतू कुत्ता था पर देखा वो भी नहीं था, और आज उनका काल देखकर वो उसे उठा लेता है। पर वो हर बार कन्फ्यू ज ही रहता था। क्योंकी हर बार आवाज अलग-अलग आती थी, या फिर दो लोगों की जिसमें उसको क्लियर नहीं हो रहा था और कुछ पूछ भी नहीं सकता था। क्योंकी पूछा तो गया अपनी जान से। उसे तो बस उनका आईप ही फालो करना था।
एम.एल.ए.- हेला बास।
बास- कैसे हो कला?
एम.एल.ए.- ये तो आप भी जानते होंगे की मेरे साथ क्या हो रहा है?
बास- हमें सब पता है काला इसीलिए आज तुम्हें हमने बुलाया है, कहा आना है उसका अड्रेस तुम्हारे फोन पर भेज दिया है, जल्दी आ जाओ।
एम.एल.ए.- ठीक है बास।
इधर शहर के बीच एक सूनसान जगह पर एक फार्महाउस होता है जहां उसे बहुत सारे गुन्डे हाथों में गन लिए सेक्योर कर रहे थे। वो जगह अभी रात के अंधेरे में भी दिख रही थी। कयोंकी इतनी रात में भी लाइट से परे फार्महाउस में रोशनी हो रही थी और रात के 11:00 बजे इस फार्महाउस में दो लोग शराब और सिगरेट बातें कर रहे थे और उन्हें देखकर लग रहा था ये दोनों काई 40-50 साल के आसपास होगें। पर उनके चेहरे से कमीनापन छलक रहा था।
चला पास जाकर उनकी बातें सुनते हैं। अरे ये क्या ये दोनों और कोई नहीं बल्की राज2 और रजत हैं। पर में दोनों यहां क्या कर रहे हैं, और इस जगह इन गुन्डों के बीच ऐसे मजे से शराब और सिगरेट पी रहे हैं। कुछ समझ में नहीं आ रहा है।
राज?- बता क्यों रोका तूने मुझे?
रजत- यार तुझे तो पता है इस शहर में हमारा दबदबा बना रहे और अपना नाम भी बढ़ता रहे, हम अपने काले जुर्म की दुनियां में राज कर सकें, और कोई हमें पकड़ भी ना सके। इसलिए हम दोनों में इतना सब किया और आज हम इस जुर्म की दुनियां में राज करते हैं, कितना पैसा कमाया है हमनें?
राज- "हाँ साले, सब हम यहां से कंट्रोल करते हैं और आज हम कितने शक्तिशाली हैं। इसका एक ही कारण है की कोई भी में नहीं जानता की 72' कौन है? कैसे दिखता है? वो एक है या दो? और इस 2' का मतलब क्या है? सब राज बना हुआ ही तो है, कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। र?' यानी रंजीत और रजत हैं, दो लोग, दो शातिर दिमाग और इतना शक्ति की परा महाराष्ट्र अपन चलाते हैं.... ये बोलकर राज2 यानी रंजीत और रजत दोनों हसने लगते हैं गला फाड़कर चूतिए की तरह- "हाहाहाहा."
रजत- "लेकिन रंजीत कोई अपने धंधे की बजाने पर तुला हुआ है। पता है ना एम.एल.ए. के बेटों की मौत, साला अभी तक हमें भी पता नहीं चला। इसमें अपने आदमियों में अपने इर की जगह उस किलर की होगी। यदि हमने जल्द ही कुछ नहीं किया तो तू समझ रहा है ना... इसलिए मैंने तुझे रोका है.."
रंजीत- हाँ यार मैं भी तुझसे इस बारे में बात करने की सोच रहा था और फिर एम.एल.ए. के इस केस में हमारा ना आना हमारे लिए गलत साबित हो सकता है। क्योंकी बो हमारा भी दुश्मन है। उसे जल्द ही खतम कर देना चाहिए, बन्योंकी वो भी हमारी तरह छुप के खेल रहा है।
रजत. ही थे, और उस गिराह में एम.एल.ए. के दोनों लोडा का ऐसी जगह मारा है जहां सड़क के दोनों कर पर ही कैमरे नहीं है, जिससे उसकी कोई फुटेज मिल सके और दोनों के साथ काई लाग थे पर काई भी जिंदा नहीं बचा। बल्की मारने के 4 घंटों के बाद हमें इसका जानकारी मिली। बड़ी अजीब बात है यार।
रंजीत- ये तने सही कहा। इतनी शक्ति, इतने आदमी और कांटैक्ट होने के बाद भी, और सबसे बड़ी बात तुझं पता है मैं उसे अपनी शक्ति से भी नहीं देंट पा रहा हैं। ये बात मुझे बड़ी अजीब लगी। कुछ समझ में ही नहीं आ रहा है।
रजत- ये तक्या बोल रहा है? तेरी शक्ति से भी कुछ पता नहीं लगा सका? साला ये क्या झंझट है? सालें तेरी इस बात ने मेरी झांटें तक जला दीमादरचोद, साला अब ये कौन आ गया जो हमसे भी बड़ा कमीना है?
***** *****
|