RE: Thriller Sex Kahani - अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म )
-“सैनी डीलक्स मोटल।” वह बोली- “मैं मिसेज सैनी बोल रही हूँ। यहाँ एक घायल आदमी लाया गया है... नहीं, उसे गोली लगी है... हाँ, सीरियस है... यस एन एमरजेंसी।” रिसीवर यथास्थान रखकर बोली- “हास्पिटल से एंबुलेंस आ रही है।” फिर उसका स्वर धीमा हो गया- “मुझे खेद है। हमारी गलती से बेकार वक्त बर्बाद हुआ।”
-“इससे फर्क नहीं पड़ता।”
-“मुझे पड़ता है। आयम रीयली सॉरी। मैं कुछ और कर सकती हूँ?
पुलिस को सूचित कर दूँ।”
-“हास्पिटल वाले कर देंगे। मदद करने के लिए धन्यवाद, मिसेज सैनी।”
राज प्रवेश द्वार की ओर बढ़ गया।
स्त्री भी उसके साथ चल दी।
-“आप पर तो बहुत बुरी गुजर रही होगी। वह आपका दोस्त है?”
-“नहीं। मेरा कोई नहीं है। मुझे हाईवे पर पड़ा मिला था।”
अचानक स्त्री चौंकी और उसकी निगाहें राज के सीने पर केन्द्रित हो गईं जहां कमीज पर लगा दाग सूख गया था।
-“आपको भी चोट आई है?”
-“नहीं।” राज ने कहा-” यह उसी के खून का दाग है।” और बाहर निकल गया।
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