RE: Thriller Sex Kahani - अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म )
रोज एवेन्यू अपने नाम के अनुरूप गुलाबों की खुशबू से महक रहा था।
कार से उतर कर राज दोनों ओर उगी गुलाब की झाड़ियों के बीच बने रास्ते पर चल दिया। एक ऊँचे फव्वारे के चारों ओर बारह काटेजनुमा घर बने थे। प्रत्येक के आगे मौजूद पोर्च के बाहर भी गुलाब उगे थे। अधिकांश घरों में रोशनी थी और संगीत के स्वर सुनाई दे रहे थे। लेकिन छह नंबर में अंधेरा और खामोशी थी।
दरवाजे को हाथ लगाते ही वो अंदर कि ओर खुल गया।
राज ने हाथ में पकड़ी टार्च जलाई।
लॉक के आसपास दरवाजे का हिस्सा टूटा हुआ था।
राज ने भीतर दाखिल होकर कोहनी से दरवाजा बंद कर दिया।
मीना छह दिन से गायब थी। यह ख्याल आते ही राज ने यूँ नाक से सांस खींची मानों मौत की गंध ले रहा था। लेकिन उसके नथुनों से जीवन की बासी गंध टकराई - सिगरेट के पुराने धुएँ, शराब और परफ्यूम की मिली-जुली।
टार्च की रोशनी दीवारों और फर्नीचर पर घूमने लगी। नंगी औरतों की पेंटिंग्स, अंजता एलोरा स्टाइल से लकड़ी पर उकेरी गई सहवासरत स्त्री पुरुषों की आकृतियाँ, फायर प्लेस में रखा रूम हीटर, नावलों से भरा बुक रैक, छोटी सी आलमारी, कोने में बनी बार, आरामदेह सोफा सेट वगैरा सब नए और मूल्यवान थे।
आलमारी खुली थी। लॉक टूटा हुआ। उसमें पेपर्स और लिफाफे भरे थे। सबसे ऊपर रखे लिफाफे पर मर्दाना लिखावट में मिस मीना बवेजा लिखा था और वो खाली था।
बैडरूम और बाथरूम की ओर जाने वाले छोटे से गलियारे में खुले मेहराबदार दरवाजे पर परदा झूल रहा था। बैडरूम छोटा और जनाना था। ड्रेसिंग टेबल और आरामदेह पलंग भी नए और कीमती थे। लापरवाही से बनाए गए बिस्तर की एक साइड दबी थी और चादर सिकुड़ी हुई थी। मानों उस खास जगह पर कोई बैठा रहा था। बैड साइड टेबल पर हीरे जड़ी सोने की रिस्टवाच रखी थी।
पलंग के नीचे कुछ नहीं था। ड्राअर्स चैस्ट में भी अंडर गारमेंट्स के अलावा कोई खास चीज नहीं थी। ब्रेजियर्स, अंडरवीयर्स, स्विम सूट्स वगैरा के ढेर से जाहिर था मीना को इन चीजों का खास शौक था और इन पर काफी पैसा वह खर्चती रहती थी।
बाथरूम में जाकर राज ने लाइट स्विच ऑन किया। बाथ टब के ऊपर बने टावल रैक में तौलिये, बेदिंग गाउन भरे थे। वाश बेसिन के ऊपर मैडिसन केबिनेट में लोशन, क्रीम, परफ्यूम वगैरा के अलावा एक डिब्बे में तनाव कम करने और नींद लाने वाली गोलियाँ भरी थीं।
राज ने उसे बंद कर दिया।
बगल वाले फ्लैट से आता संगीत का शोर ऊँचा हो गया था।
बाथरूम की तलाशी लेते राज को वहाँ कहीं भी टूथब्रश नजर नहीं आया।
वह वापस बेडरूम में पहुंचा।
ड्रेसिंग टेबल से भी कुछेक ऐसी चीजें गायब थीं जो कि वहां होनी चाहिए थीं। लिपस्टिक, फेस पाउडर, क्रीम, आई ब्रो पैंसिल वगैरा।
अभी तक कोई लेडीज पर्स या हैंडबैग भी कहीं नजर नहीं आया था।
राज बाहरी कमरे में लौटा।
बारीकी से तलाशी लेने पर कोई पर्सनल चीज नहीं मिली। अलबत्ता पुराने बिल और बिजनेस लैटर्स काफी सारे और सही ढंग से रखे मिले। आधी इस्तेमाल की गई चैक बुक में मौजूद आखिरी एंट्री के मुताबिक मीना का बैंक बैलेंस करीब दो लाख रुपए था। आखिरी पैमेंट सात अक्टूबर को यानी आठ रोज पहले किसी मिस रीटा सैम्सन को की गई थी।
ठीक उस वक्त जब राज निराश होकर सीधा खड़ा होने वाला था आलमारी के शैल्फ पर बिछे मोटे पेपर के नीचे रखा एक मुड़ा लिफाफा उसके हाथ आ गया। करीब साल भर पहले उसे विशालगढ़ से पोस्ट किया गया था। उसमें रखा लैटर सस्ते होटल की स्टेशनरी के एक पेपर के दोनों ओर पैंसिल से लिखा था। लिखने वाले का नाम था- मनोहर।
राज ने बाथरूम में जाकर दरवाजा बंद करके खत पढ़ना शुरू किया।
प्यारी मीना,
मेरा खत पाकर तुम हैरान हो जाओगी खुद मुझे भी हैरानी हो रही है। पिछली दफा जो कुछ तुमने कहा था उसकी वजह से खत लिखना तो दूर रहा मैंने सोचा तक नहीं था कि मैं तुमसे दोबारा मिलूंगा। लेकिन मैं यहां विशालगढ़ के इस घटिया होटल में फंसा हुआ हूं। जिस शिप का मुझे इंतजार करना पड़ रहा है वह तूफान में घिर जाने की वजह से कल सुबह से पहले नहीं पहुंचेगा। इसलिए मैं विशालगढ़ के इस घटिया होटल के कमरे में रात गुजारने को मजबूर हूँ हालांकि तुम मेरे पास नहीं हो लेकिन तुम्हारा चांद जैसा चेहरा मेरे सामने हैं....तुम मुस्करा क्यों नहीं रही हो मीना?
लगता है तुम मुझे सनकी या पागल समझती हो। लेकिन मैंने आज रात न तो शराब पी है न ही कोई नशा किया है। मैं सड़कों पर घूमता रहा हूं। यहां औरतों की कमी नहीं है। रात भर के लिए मैं आसानी से हासिल भी कर सकता था मगर उनमें कोई दिलचस्पी मेरी नहीं है। उस दफा तुम्हारे साथ के बाद से किसी भी और औरत की ओर मैंने देखा तक नहीं है। अगर तुम चाहो तो मैं तुमसे शादी कर लूंगा। मैं जानता हूं, पैसे के मामले में मेरा हाथ तंग है। शराब के धंधे में लगी उस खास पार्टी के साथ मुकाबला मैं नहीं कर सकता। लेकिन मैं एक वफादार दोस्त हूं। उस खास पार्टी से तुम्हें भी सावधान रहना चाहिए मीना। वह ऐसा आदमी है जिस पर तुम भरोसा नहीं कर सकतीं। मैंने यह भी सुना है कि उसकी माली हालत खराब होने वाली है। उसकी पत्नि का पैसा ज्यादा देर नहीं चलेगा।
मैं जानता हूं तुम अपने काबिल मुझे नहीं समझतीं। लेकिन मैं यकीन दिलाता हूं तुम्हारे ‘उससे’ मैं लाख दर्जे बेहतर हूं। तुम्हारे लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं और करूंगा, मीना।
यह धमकी नहीं है। मैंने कभी तुम्हें धमकी नहीं दी। मेरे गुस्से और दीवानगी को तुम नहीं समझी थीं। जैसा कि तुमने कहा था वो जलन या ईर्ष्या नहीं थी। मैं दुखी था। तुम्हारे लिए फिक्रमंद था। मैं सारी रात तुम्हारे घर के बाहर खड़ा रहा था। जब ‘वह’ तुम्हारे साथ अंदर मौजूद था। मैंने बहुत दफा ऐसा किया था। मैं तुम्हें बताना चाहता था। लेकिन यह राज तुम्हें कभी नहीं बताया। चिंता मत करना कभी किसी को बताऊंगा भी नहीं।
मैं तुम्हें प्यार करता हूं मीना- दिलोजान से। लाइट ऑफ करने के बाद अंधेरे में भी तुम्हारा चांद सा चेहरा मेरी आंखों के सामने रहेगा।
तुम्हारा वफादार दोस्त
मनोहर
|