Thriller Sex Kahani - अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म )
11-30-2020, 12:46 PM,
#34
RE: Thriller Sex Kahani - अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म )
पुनश्च: जैसा कि मैंने कहा इस शहर में औरतों की कोई कमी नहीं है। अगर मुझे एक और रात यहां रुकना पड़ा तो पता नहीं क्या होगा। मेरा ख्याल है कि किसी भी सूरत में तुम्हें कोई फर्क इससे नहीं पड़ेगा-म.स.।

राज ने दो बार ध्यान से खत पढ़ा। उससे न सिर्फ मनोहर की मीना के प्रति सनक जाहिर थी बल्कि मीना के किसी और के साथ गहरे ताल्लुकात का सबूत भी उसमें मौजूद था।

बाथरूम का दरवाजा खोलते ही राज को लगा फ्लैट में कुछ बदल गया था। और उसके अलावा कोई और भी वहां मौजूद था। जल्दी ही उसके शक की पुष्टि हो गई। बाहर अंधेरे में किसी के सांस लेने की धीमी आवाज उसके सतर्क कानों में पड़ी।

अपनी उस स्थिति में उसे आसानी से ढेर किया जा सकता था। छोटा सा गलियारा और मेहराबदार दरवाजा............ शूटिंग गैलरी थे जिसमें वह खुद निहायती ही आसान टारगेट बन कर रह गया था।

बाथरूम की लाइट ऑफ करके वह दबे पांव सतर्कतापूर्वक बैडरूम के दरवाजे की ओर बढ़ा। अंधेरे में आगे फैला उसका हाथ दरवाजे को टटोल रहा था। उसके दूसरे हाथ में थमी टार्च डंडे की तरह तनी थी।

सहसा करीब छह फुट दूर मेहराबदार दरवाजे में उसे परदे की सरसराहट सुनाई दी। फिर हल्की सी आवाज के साथ गलियारे की छत में लगा बल्ब जल उठा।

मेहराबदार दरवाजे की साइड में सिकुड़े परदे से एक गन सीधी अपनी और तनी नजर आई।
लंबे-चौड़े हाथ में तनी वह अड़तीस कैलीबर की रिवाल्वर थी।

-“बाहर निकलो।” आदेश दिया गया।

राज ठिठक गया। स्वर परिचित सा था।

-“हाथ ऊपर उठाकर बाहर आओ।” पुनः आदेश दिया गया। आवाज इन्सपैक्टर चौधरी की थी- “मैं तीन तक गिनूंगा फिर शूट कर दूंगा....एक....।”

राज ने टार्च जेब में ठूंसकर हाथ ऊपर उठा लिए।

पर्दा एक तरफ खिसकाकर इन्सपैक्टर प्रगट हुआ।

-“तुम।” रिवाल्वर को उसकी छाती की ओर ताने इन्सपैक्टर आगे आया- “तुम यहां क्या कर रहे हो?

-“अपना काम।” राज ने जवाब दिया।

-“कैसा काम?”

-“बवेजा ने मुझे अपने ट्रक का पता लगाने का काम सौंपा है।”

-“और तुम समझते हो ट्रक यहां मिस बवेजा के बाथरूम में छिपाया गया था?”

-“उसने अपनी बेटी मीना का पता लगाने की जिम्मेदारी भी मुझे सौंपी है।”

इन्सपैक्टर ने रिवाल्वर उसके पेट में गड़ा दी। उसके कठोर चेहरे और हिंसक आंखों से जाहिर था कि वह शूट करने के लिए तैयार था।

-“मीना कहां है?”

रिवाल्वर की गड़न महसूस करते राज को अपनी पीठ पर पसीना बहता महसूस हो रहा था। गला खुश्क हो गया था।
-“मैं नहीं जानता कहां है।” वह फंसी सी आवाज में बोला- “बेहतर होगा कि सैनी से पता करो।”

-“क्या मतलब?”

-“अगर तुम तसल्ली से मेरी बात सुनना चाहो तो मैं मतलब बता दूंगा। इस तरह रिवाल्वर के दम पर पुलिसिया रोब डालने से कुछ नहीं होगा।”

इन्सपैक्टर ने रिवाल्वर पीछे कर ली।

-“सैनी के बारे में क्या कहना चाहते हो?”

-“इस सारे मामले में कदम-कदम पर वही मौजूद है। जहां मनोहर को शूट किया गया उस स्थान के सैनी सबसे ज्यादा नजदीक था। ट्रक में सैनी की विस्की लदी थी। अब तुम्हारी साली के गायब होने की बात सामने आयी है। वह सैनी की मुलाजिमा थी और शायद उसकी रखैल भी। यह सिर्फ शुरुआत है।”

राज ग्लोरी रेस्टोरेंट में सैनी की उस लड़की से मुलाकात और उन दोनों के बीच हुई चोरी से सुनी गई उनकी बातचीत के बारे में भी बताना चाहता था लेकिन फिर इरादा बदल दिया।

इन्सपैक्टर चौधरी ने अपनी पीक कैप पीछे खिसकाकर कनपटी सहलाई। वह उलझन में पड़ा नजर आया। दाएं हाथ में थमी रिवाल्वर का रुख अब फर्श की ओर था।

-“सैनी से पूछताछ की जा चुकी है।” वह बोला। उसके स्वर में पुलिसिया रोब नहीं था- “मनोहर की शूटिंग के वक्त की एलीबी है उसके पास।”

-“उसकी पत्नि?”

-“हां।”

-“उसकी बात पर आपको यकीन है?”

-“हां। रजनी को मैं लंबे अर्से से जानता हूं। उसके जज पिता को भी जानता था। उस औरत पर पूरी तरह यकीन किया जा सकता है।”

-“लेकिन अपने पति की खातिर व झूठ तो बोल ही सकती है।”

-“हो सकता है। लेकिन वह झूठ नहीं बोल रही है। वैसे भी सैनी को एलीबी की जरूरत नहीं है। वह एक इज्जतदार शहरी है।”

राज चकराया। सैनी के प्रति इन्सपैक्टर के ये नए विचार उसकी समझ से परे थे।

-“कितना इज्जतदार?”

-“उसकी जाती जिंदगी की बात में नहीं कर रहा हूं। मेरा कहने का मतलब है, हाईवे पर किसी ट्रक ड्राइवर को शूट करने वाला आदमी वह नहीं है।”

-“बीस लाख के लिए भी नहीं?”

-“नहीं।”

-“खैर, मोटी रकम की विस्की का आर्डर काफी बड़ा होता है। क्या करता है वह? विस्की में नहाता है?”

-“नहीं। बेचता है।”

-“अपने होटल में?”

-“नहीं। शहर की दूसरी साइड में उसकी अपनी एक बार है- रॉयल क्लब के नाम से।”

-“सुभाष रोड पर?”

-“हां।”

-“और क्या है उसके पास- सियासी पहुंच?”

-“कुछ है - अपनी पत्नि के रसूखात के जरिए।”
Reply


Messages In This Thread
RE: Thriller Sex Kahani - अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म ) - by desiaks - 11-30-2020, 12:46 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,484,861 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,610 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,225,387 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 926,779 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,644,716 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,072,831 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,937,709 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,012,974 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,015,371 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,300 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)