RE: Thriller Sex Kahani - अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म )
रायल क्लब।
औसत दर्जे की बार निकली।
बार स्टूलों पर मौजूद तीन लड़कियां इंतजार करती सी प्रतीत हो रही थीं।
राज को भीतर दाखिल होता देखकर अपनी छातियां फुलाई और मेकअप से पुते उनके चेहरों पर स्वागत करने जैसी मुस्कराहटें उभरी।
ऊंची पसंद रखने जैसे भाव अपने चेहरे पर लिए राज उनके पास से गुजर कर बार के दूसरे सिरे की ओर बढ़ गया।
पिछले हिस्से में बना डांसिंग फ्लोर और बैंड स्टैंड खाली पड़े थे।
ज्यूक बाक्स से पाश्चात्य संगीत उभर रहा था। राज सिर्फ इतना समझ पाया कोई प्रेमगीत गाया जा रहा था।
पिछली तरफ बने केबिनों में से एक में जीन्स और भड़कीली शर्टें पहने चार नौजवान बीयर पी रहे थे।
बारटेंडर मैले लिबास वाला थका हारा सा आदमी था।
राज ने लार्ज पैग पीटर स्कॉट का आर्डर दिया।
तत्परतापूर्वक ड्रिंक सर्व करके बारटेंडर तनिक मुस्कराया।
-“धंधा कैसा चल रहा है?” राज ने पूछा।
बारटेंडर ने गहरी सांस ली।
-“बेकार।”
-“क्यों?”
-“आज शाम विस्की का आर्डर देने वाले तुम पहले आदमी हो और....शायद आखिरी भी। यहां सब बीयर पीने आते हैं। तुम यहां नहीं रहते?”
-“नहीं।”
-“यहां से गुजर रहे हो?”
-“हां।”
-“सैर सपाटा ही असली जिंदगी है। अगर मेरा वश चलता तो मैं भी घूम सकता था। लेकिन पत्नि और परिवार के झमेले में फंसकर रह गया हूं।” बारटेंडर ने मायूसी से कहा फिर बोला- “पिछले साल हुई कुदरती मार के बाद से यहां पूरा शहर मुर्दा होकर रह गया है।”
-“कुदरती मार?”
-“पिछली गर्मियों में यहां भूचाल आया था। जान-माल के अलावा और भी कई तरह के नुकसान उससे हुए। पूरे शहर में दहशत फैल गई। उससे कुछेक लोगों को तगड़ा फायदा भी हुआ पहले यहां के लोगों की जिंदगी बड़ी हंगामाखेज हुआ करती थी। लेकिन भूचाल ने सब खत्म कर दिया। बाकी धंधे तो फिर भी ठीक-ठाक हैं। मगर बार का धंधा बिल्कुल बैठ गया। मेरी मत मारी गई थी जो इस जगह को खरीदने का पागलपन कर बैठा।”
-“तुम इस बार के मालिक हो?”
उसने जवाब नहीं दिया। वह पिछले केबिन में बैठे नौजवानों को कड़ी निगाहों से घूर रहा था।
-“देखो, यहां कैसे कस्टमर आते हैं। एक बीयर लेंगे और घंटों उसी को चुसकते रहेंगे जैसे यह बार न होकर इनकी गपशप का अड्डा है।”
-“लीना जल्दी ही आएगी न?” राज ने लापरवाही से पूछा।
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