RE: Thriller Sex Kahani - अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म )
लंबे ढलान पर दूर तक लुढ़कने के कारण उसका पोर-पोर हिल गया था। कपड़े फट गए। चेहरे और हाथों पर खरोंचें आ गईं। पीठ, कंधों और सर में दर्द के साथ भारी जलन भी हो रही थी। दिमाग सुन्न सा था।
कुछेक पल पड़ा रहने के बाद उठकर चारों ओर निगाहें दौड़ाई।
खुले हैंगर और उसकी बगल में खड़ी मारुति के अलावा अन्य कोई चिन्ह उस दृश्य का नजर नहीं आया जो कुछ देर पहले उसने देखा था। अब उसे अपनी गलती का अहसास हुआ। जल्दबाजी में ट्रक पर फायर करने की बेवकूफी कर बैठने की बजाय उसे चुपचाप पीछा करना चाहिए था।
मन ही मन खुद को कोसते हुए अपनी रिवाल्वर ढूंढ़कर फीएट के पास पहुंचा।
खुले गेट से फीएट को अंदर ले जाकर उसी हैंगर के सामने जा रुका। हैडलाइट्स की रोशनी में खाली पड़े हैंगर के फर्श पर एक जगह काफी तेल पड़ा नजर आया। स्पष्टत: ट्रक उसी स्थान पर खड़ा रहा था।
उसने हैंगर में जाकर उसी स्थान के आस-पास मुआयना किया। कोका कोला की एक खाली कैन के अलावा फर्श पर एल्युमीनियम पेंट की बूंदे भी फैली नजर आयीं। उसने एक बूंद को उंगली से छुआ। वो पूरी तरह नहीं सुखी थी।
बाहर निकलकर मारुति का निरीक्षण किया। कार ज्यादा पुरानी नहीं थी लेकिन उसे लापरवाही से इस्तेमाल किया गया था और मेंटेनेंस की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया था। उसका नंबर मन ही मन रटते राज ने अंदर देखा। अगली सीट के फर्श पर सिगरेट के कई टोंटे पड़े थे। उनमें से एक को उठाकर सूंघा। वो चरस की सिगरेट का अवशेष था। अगली सीट के कुशन के पीछे उस इलाके का एक रोड मैप पड़ा था। उसे निकालकर राज फीएट में सवार होकर वापस हाईवे की ओर रवाना हो गया।
चौराहे पर पहुंचकर उसने चारों ओर निगाहें दौड़ाई।
हाईवे पर दूर एक साइन बोर्ड लगा था- अलीगढ़ बाई पास।
राज ने स्वयं को जौनी के स्थान पर रखकर सोचने की कोशिश की। अगर वह दायीं ओर और दक्षिण में मुड़ा तो पुलिस द्वारा बार्डर पर किए गए रोड ब्लॉक्स से बच नहीं सकेगा। उत्तर की ओर जाने पर हाईवे से वापस शहर में जा पहुंचेगा। इसलिए ज्यादा संभावना इसी बात की थी कि वह बाईपास से ही गया होगा।
राज ने भी फीएट उधर ही घुमा दी।
चौराहे से चार-पांच मील आगे, जहां सड़क चढ़ाईदार और संकरी हो गई थी, एक हेअरपिन कर्व पर लाल रोशनी चमकती दिखाई दी। एक कार सड़क को चौड़ाई में घेरे इस ढंग से खड़ी थी कि अन्य किसी भी वाहन का वहां से गुजर पाना नामुमकिन था।
वो पुलिस कार थी।
राज ने फीएट रोक दी।
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