RE: Thriller Sex Kahani - हादसे की एक रात
राज ऑटो रिक्शा चला जरूर रहा था, लेकिन उसके दिल-दिमाग में नगाड़े बज रहे थे, ढ़ेरों नगाड़े ।
चेहरे पर आतंक-ही-आतंक था ।
तभी राज को अपने पीछे किसी वाहन की घरघराहट सुनाई दी- उसने उत्सुकतापूर्वक शीशे में देखा ।
फौरन राज के छक्के छूट गये । उसके मुँह से चीख-सी खारिज हुई- “प...पुलिस !”
“पुलिस ।” कद्दावर आदमी भी हड़बड़ाया ।
“हाँ, पीछे पुलिस लगी है ।”
“क्या बकवास कर रहा है ।” वह चीखा और फिर उसने एकदम झटके से पीछे मुड़कर देखा ।
अगले क्षण वो सन्न रह गया ।
ऐसा लगा, जैसे किसी ने मिक्सी में डालकर उसके चेहरे का सारा खून निचोड़ लिया हो ।
वाकई एक बुलेट मोटरसाइकिल उनके पीछे दौड़ी चली आ रही थी, जिस पर फ्लाइंग स्क्वॉयड दस्ते के वही दोनों पुलिसकर्मी सवार थे ।
वह बार-बार विसल बजाकर ऑटो रिक्शा रोकने का आदेश भी दे रहे थे ।
अजनबी ने जल्दी से अपने चेहरे का पसीना साफ किया ।
“ऑटो की स्पीड और बढ़ा ।” फिर वह बोला ।
“ल...लेकिन... ।”
“बहस मत कर ।” अजनबी दहाड़ा- “यह बहस का वक्त नहीं है । इस समय मेरी जान पर बनी है ।”
“ल...लेकिन अगर मैंने ऑटो रिक्शा न रोकी, तो पुलिस मेरी बाद में ऐसी-तैसी कर देगी साहब ।”
“पुलिस तो तेरी बाद में ऐसी तैसी करेगी ।” अजनबी ने फौरन रिवॉल्वर राज की कनपटी पर रख दी- “लेकिन उससे पहले मैं तेरी अभी, इसी वक्त ऐसी तैसी फेर दूंगा । रिवॉल्वर का घोड़ा दबेगा और तू ऊपर होगा, हमेशा के लिये ऊपर ।”
अजनबी ने रिवॉल्वर का सैफ्टी-कैच हटाया, तो राज के प्राण हलक में आ फंसे ।
“न...नहीं ।” राज की आवाज कंपकंपायी- “न...नहीं ।”
“तो फिर स्पीड बढ़ा ।”
“बढ़ाता हूँ- अ...अभी बढ़ाता हूँ ।”
उसके बाद राज ने सचमुच ऑटो की स्पीड बढ़ा दी ।
फौरन ऑटो बुलेट को पछाड़कर सडक पर भागी ।
|