Thriller Sex Kahani - हादसे की एक रात
12-05-2020, 12:42 PM,
#59
RE: Thriller Sex Kahani - हादसे की एक रात
फिर योजना का अगला चरण शुरू हुआ ।
हॉल में बंद होने के बाद सबसे पहले दशरथ पाटिल अपने ताबूत के तख्ते उखाड़कर बाहर निकला ।
फिर उसके पीछे-पीछे राज भी निकला ।
जैसा कि स्वाभाविक था- फॉल्स सीलिंग की छत और प्लास्टर पेरिस की दीवारों के पीछे छिपी स्वचालित गनों ने उनके ऊपर गोलियां नहीं बरसायी ।
ताबूतों से बाहर निकलते ही वह दोनों उस शीशे के बॉक्स की तरफ बढ़े गये- जिसमें दुर्लभ ताज रखा था ।
और जिसकी कीमत कई अरब रुपये थी ।
पलक झपकते ही वो दुर्लभ ताज दशरथ पाटिल के हाथों में था ।
उसी पल राज ने उस शीशे के बॉक्स में पीतल का वो नकली ताज रख दिया- जिसे उन्होंने जामा मस्जिद के मीना बाजार से खरीदा था ।
इस तरह बिना किसी मुश्किल के- बिना किसी बड़े हंगामे के वो ताज चोरी हो गया ।
अब उन्हें उस दुर्लभ ताज को लेकर सिर्फ उस हॉल से बाहर निकलना बाकी था ।
हालांकि वो काफी मुश्किल काम था ।
लेकिन वो भी हुआ ।
कुशलतापूर्वक हुआ ।
वहाँ से भाग निकलने की योजना रात के दस बजे से शुरू हुई ।
वो योजना काफी हंगामाखेज थी ।
हंगामाखेज भी- और दहला देने वाली भी ।
जैसे ही रात के दस बजे- फौरन दशरथ पाटिल और राज ने अपने साथ लायी कैरोसिन ऑयल की केनों में-से तेल हॉल के अंदर-ही-अंदर चारों तरफ छिड़कना शुरू कर दिया ।
इतना ही नहीं- फिर दशरथ बिलीमारिया ने आग भी लगा दी ।
☐☐☐
फौरन चार नम्बर हॉल के अंदर धूं-धूं करके आग लगने लगी ।
धुंआ तेजी से बाहर निकलने लगा ।
“आग- आग- आग- ।”
इंडियन म्यूजियम की सिक्योरिटी रात होने की वजह से उस वक्त अपनी चरम सीमा पर थी- जब एकाएक चारों तरफ आग-आग का भीषण कोलाहल मच गया ।
सब इधर-से-उधर भागने लगे ।
बाहर तैनात हेड सिक्योरिटी गार्ड सरदार गुरचरन सिंह के कानों में भी जैसे ही उस कोलाहल की आवाज पड़ी- वह भी म्यूजियम के अंदर की तरफ भागा ।
“क...क्या हुआ ? अंदर आते ही गुरचरन सिंह ने एक सिक्योरिटी गार्ड से पूछा- “क्या हुआ?”
“ह...हॉल नम्बर चार में आग लग गयी है सर ।” सिक्योरिटी गार्ड ने बुरी तरह बौखलाये हुए कहा- ब...बहुत बुरी तरह आग लगी है ।”
“ल...लेकिन कैसे ?” गुरचरन सिंह के नेत्र फटे- “कैसे लगी आग ?”
“यह मालूम नहीं सर- म...मगर खूब धुआं उठ रहा है- खूब आग की लपटें निकल रही हैं ।”
सरदार गुरचरन सिंह फौरन हॉल नम्बर चार की तरफ दौड़ पड़ा ।
वास्तव में ही धुएं से पूरा गलियारा भरा पड़ा था ।
अंदर उठती भीषण आग की लपटें दरवाजे की झिर्री में से भी साफ नजर जा रही थीं ।
सरदार गुरचरन सिंह को एकाएक न जाने क्या सूझा कि उसने दौड़कर वह सभी वायरें उधेड़नी शुरू कर दीं- जिनकी बदौलत हॉल नम्बर चार में सिक्योरिटी का वह तिलिस्मी जाल बिछाया गया था ।
पलक झपकते ही वो पूरा सिक्योरिटी सिस्टम ठप्प हो गया ।
लेकिन बदहवासी के आलम में उठाये गये इस कदम से सेफ्टी अलार्म बज उठा था ।
परिणामस्वरूप पूरे दिल्ली शहर की पुलिस में हड़कम्प मच गया ।
सभी सीमा चौकियां को सतर्क कर दिया गया ।
रोड क्लॉक कर दिये गये ।
पुलिस की जिप्सियां, पी.आर.सी., वैनें, जीपें- वह सब हथियारबन्द पुलिसकर्मियों से भर-भरकर इंडियन म्यूजियम की तरफ भागने लगी ।
तभी घटना ने एक और मोड़ लिया ।
टन-टन की आवाज आसपास के सारे वातावरण में गूंज उठी थी ।
“फायर ब्रिगेड आ गयी ।” एक सिक्योरिटी गार्ड चीख-पुकार मचाता अंदर की तरफ भागा- “फायर ब्रिगेड आ गयी ।”
वह ‘फायर ब्रिगेड’ आने का ऐसा शोर मचा रहा था- जैसे कोई तोप घुसी चली आ रही हो ।
☐☐☐
फायर ब्रिगेड इंडियन म्यूजियम के प्रांगण में आकर रुक गयी ।
फिर उस फायर ब्रिगेड वैन के अंदर से दो अग्निशमन कर्मचारी बड़ी फुर्ती से बाहर कूदे ।
“नीचे कूदते ही उन्होंने पानी का एक-एक मोटा पाइप अपने हाथों में ले लिया ।
“आग किधर लगी है ?” उनमें से एक अग्निशमन कर्मचारी हलक फाड़कर चिल्लाया ।
“हॉल नम्बर चार में- जल्दी वहाँ पहुंचो- जल्दी ।”
फौरन वह दोनों कर्मचारी हॉल नम्बर चार की तरफ दौड़ पड़े ।
सिर पर हैलमेट और मुँह पर गैस मास्क लगा होने की वजह से उनका पूरा चेहरा छिप गया था ।
पीठ पर गैस टंकियां बंधी थीं ।
वह सेठ दीवानचन्द और दुष्यंत पाण्डे थे ।
“वडी फौरन इस हॉल का दरवाजा खोलो ।” चार नम्बर हॉल के नजदीक पहुँचकर सेठ दीवानचन्द ने हलक फाड़ा- “वरना सब कुछ जलकर राख हो जाना है ।”
सरदार गुरचरन सिंह- जो अनायास घटे इस हादसे से बुरी तरह बौखलाया हुआ था- उसने फौरन हॉल नम्बर चार का दरवाजा खोल दिया ।
इतना ही नहीं!
हॉल का दरवाजा खोलते ही वह अपनी जान की परवाह किये बिना धधकती आग में उसके अंदर कूद गया ।
फिर वो अपनी सेल्फ लोडिंग राइफल संभाले दौड़ता हुआ दुर्लभ ताज के नजदीक जा खड़ा हुआ ।
हड़बड़ाहट में ही उसने देखा कि दुर्लभ ताज अपनी जगह पर सुरक्षित मौजूद है ।
वह फौरन राइफल संभाले दुर्लभ ताज के पास यूं तनकर खड़ा हो गया- मानो अगर आज उस ताज को चुराने दुनिया की कोई भी ताकत उसके सामने आ गयी, तो वह अकेला ही उसे तहस-नहस कर डालेगा ।
अपने कर्तव्य के प्रति पूरी तरह समर्पित था गुरचरन सिंह ।
लेकिन काश!
काश उसने दुर्लभ ताज को ध्यान से देखा होता ।
तो उसे मालूम पड़ता कि जिस ताज की हिफाजत के लिये वो अपनी जान की बाजी लगाकर वहाँ खड़ा है- वह ताज तो कभी का चोरी हो चुका है ।
उधर- सेठ दीवानचन्द और दुष्यंत पाण्डे वहाँ एक नया ही नाटक खेल रहे थे । वह पाइप से निकलते पानी के मोटे धारे को आग पर बरसाने की बजाय इधर-उधर दीवारों पर मार रहे थे ।
यही वजह थी- आग बुझने की बजाय हर पल और भीषण रूप धारण करती जा रही थी ।
उन दोनों की नजर हॉल में दीवार से चिपके खड़े दशरथ पाटिल और राज पर भी पड़ चुकी थी ।
उन दोनों के चेहरों पर सफलता की चमक विद्यमान थी ।
वह खुश थे ।
इस बीच म्यूजियम के बाहर पुलिस फोर्स का विशाल जमघट इकट्ठा हो गया ।
तभी अपना कानफोड़ सायरन बजाती हुई फायर ब्रिगेड वैनों का एक बड़ा काफिला म्यूजियम के प्रांगण में आकर रुका ।
देखते-देखते वहाँ चारों तरफ अग्निशमन कर्मचारी-ही-कर्मचारी नजर आने लगे ।
राज, सेठ दीवानचन्द, दशरथ पाटिल और दुष्यंत पाण्डे को जैसे उसी पल का इंतजार था ।
वह अग्निशमन कर्मचारियों की भीड़ का फायदा उठाकर वहाँ से भाग खड़े हुए ।
राज और दशरथ पाटिल भी चूंकि अग्नि कर्मचारियों की ड्रेस में ही थे- इसलिये उन्हें वहाँ से भागने में कोई परेशानी न हुई ।
सबने यही समझा कि उनकी फायर ब्रिगेड वैन के टेंकर का पानी खत्म हो गया है- इसलिये वो वापस जा रहे हैं ।
बहरहाल सारे सुरक्षा प्रबन्ध रखे रह गये ।
म्यूजियम के बाहर दिल्ली पुलिस के जत्थे-के-जत्थे खड़े रह गये ।
और वह चार आदमी- सिर्फ चार आदमी उनके बीच से उस बेहद मूल्यवान दुर्लभ ताज को ले उड़े ।
उससे भी ज्यादा डूब मरने की बात यह थी कि किसी को इस बात की कानों-कान भनक तक नहीं थी कि वो दुर्लभ ताज चोरी हो गया ।
☐☐☐
अगले दिन धमाका हुआ ।
अगले दिन के सारे समाचार-पत्र एक ही खबर से रंगे पड़े थे-
बेहद जबरदस्त सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद दुर्लभ ताजा चोरी किलेबंद सिक्योरिटी को आसानी से भेदा गया
हर अखबार ने उस समाचार के अलग-अलग शीर्षक बनाये थे ।
उस समाचार को खूब मिर्च-मसाला लगाकर छापा गया था ।
दो-तीन अखबारों ने तो दिल्ली पुलिस की कार्यकुशलता पर व्यंग्य भी कसे थे और फ्रंट पेज पर कार्टून भी प्रकाशित किये थे ।
बहरहाल उस समाचार में एक बात और बड़ी दिलचस्प थी- जिससे वाकई दिल्ली पुलिस की काबिलियत का पता चलता था ।
उस खबर के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने दुर्लभ ताज चुराने के इल्जाम में तत्काल ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी कर लिया था ।
वह व्यक्ति था- इंडियन म्यूजियम का हेड सिक्योरिटी गार्ड सरदार गुरचरन सिंह!
गुरचरन सिंह का दोष ये था- उसने अग्निशमन कर्मचारियों के कहने पर हॉल नम्बर चार का दरवाजा क्यों खोला ?
फिर वो उनके आगे-आगे आग में क्यों कूदा ?
इस सम्बन्ध में दिल्ली पुलिस के एक बड़े अफसर की टिप्पणी भी अखबारों में छपी थी- जो काबिलेगौर थी- “यह सब सरदार गुरचरन सिंह की वजह से हुआ । सरदार गुरचरन सिंह अपराधियों का ‘इनसाइड हैल्पर’ था । जरूर उसी न हॉल नम्बर चार में भीषण अग्निकाण्ड किया था और फिर वह आग में आगे-ही-आगे कूदा भी इसलिये था- ताकि दुर्लभ ताज चुराने में अपराधियों की मदद कर सके । बहरहाल गुरचरन सिंह से कठोर पूछताछ की जा रही है तथा उम्मीद है कि बहुत जल्द चोरी से सम्बन्धित कुछ और रहस्य की गुत्थियां भी सुलझेंगी ।”
वाकई- बेचारा सरदार गुरचरन सिंह फंस गया था ।
खामख्वाह फंस गया था ।
☐☐☐
Reply


Messages In This Thread
RE: Thriller Sex Kahani - हादसे की एक रात - by desiaks - 12-05-2020, 12:42 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,482,458 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,347 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,224,384 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 926,058 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,643,246 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,071,689 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,935,916 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,007,159 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,013,023 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,075 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 3 Guest(s)