RE: Bhai Bahan XXX भाई की जवानी
आरोही- जी मम्मी.. वो बता रही थी की अपने पड़ोस के लड़के महल से प्यार करती है।
सुमन- ओह माई गोड... अजी सुनते हो?
राजेश- क्या हुआ भागवान?
सुमन राजेश को पूरी बात बताती है, और फिर सुमन अपने भाई के पास काल करके सब बताती हैं।
सुमन- "भैया अगर इतना सब कुछ है तो दोनों की शादी कर दो.."
भाई- मेरी बहन इस लड़की ने मेरी इज्जत मिट्टी में मिला दी।
सुमन- "भैया तुम टेन्शन ना लो, सब ठीक हो जायगा। मैंमें बात करेंगी प्रिया से। भाई ठीक है जैसा तुम्हें सही लगे?" और फिर फोन काट जाता है।
सुमन- आरोही प्रिया का कोई कांटैक्ट है?
आरोही- जी मम्मी, प्रिया ने कल मेरे मोबाइल से फोन किया था। शायद राइल का नंबर हो।
सुमन- जरा देख तो मिलाकर।
आरोही वो नंबर मिला देती है- "हेलो। तुम राहुल बोल रहे हो?"
राहुल- हाँ मैं राहुल बोल रहा हूँ।
आरोही- प्रिया तुम्हारे साथ है क्या?
राहुल थोड़ी देर चुप रहता है, और फिर आरोही को प्रिया की आवाज सुनाई देती है।
प्रिया - आरोही, मैं प्रिया बोल रही हूँ, और मैं जा रही हूँ बहुत दूर।
आरोही- देख प्रिया, मम्मी तुझसे कुछ बात करना चाहती हैं।
सुमन- बेटा प्पिया, ये क्या बचपना है। एक बार मुझसे तो कहा होता, मैं तेरी शादी राहल से करा देती।
प्रिया- नहीं बुआ, मम्मी पापा इस बात के लिए तैयार नहीं होंगे। इसलिए हम दोनों ने फैसला किया है की आज हम दोनों मंदिर में शादी कर रहे हैं।
सुमन- बेटा बिना घर वालों के शादी नहीं होती। तू इस वक्त कहा है? हम आ जाते हैं वहां। जैसा तू कहेंगी वैसा ही होगा। तेरे मम्मी पापा भी अब तैयार हैं।
फिर प्रिया बता देती हैं की आज दोनों किस मंदिर में शादी कर रहे हैं। सुमन और राजेश भी आरोही और विशाल को लेकर वहां पहुँचते हैं। और प्रिया के मम्मी पापा भी प्रिया की जिद के आगे झुक जाते हैं। आज प्रिया की शादी एक मंदिर में राहुल के साथ हो जाती है, और प्रिया को भी अपने मम्मी पापा का आशीर्वाद मिल चुका था।
राहुल प्रिया को लेकर वहीं से हनीमून पर शिमला के लिए निकल जाता है। आज प्रिया को हनीमून पर गये पूरे 5 दिन हो चुके थे। आरोही प्रिया को फोन करती है।
आरोही- हेलो प्रिया कैसी है?
प्रिया- हेलो आरोही, मैं तो एकदम बटिया हूँ। तुम सुनाओ?
आरोही- हम भी ठीक हैं। और बता तू कब आयेगी घर।
प्रिया- कल मम्मी का भी फोन आया था मैंने कल आने को बोला है।
आरोही- प्रिया हमारे यहां होकर जाना।
प्रिया- हाँ, मैं भी यही सोच रही थी। एक रात तेरे पास रुजूगी और टेर सारी बातें करूँगी।
आरोही- चल ठीक है। अपना खयाल रखना। बाइ।
प्रिया- बाड़।
अगले दिन करीब शाम के 5:00 बजे प्रिया और राहुल आराही के यहां पहुँचते हैं। सुमन आगे बढ़ कर प्रिया को गले से लगा लेती हैं और राहुल के भी सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद देती हैं। फिर प्निया आरोही के गले मिलती है और विशाल राहुल से हाथ मिलाते हुये सोफे पर बैठ जाता है।
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