RE: Bhai Bahan XXX भाई की जवानी
अभी राहल ये सब कह रहा था की एकदम से अपने होंठों को मेरे होंठों पर रख दिया और मेरे होंठों को बुरी तरह चूसने लगा, और मुझे लेजाकर बेड पर लिटा दिया और खुद भी मेरे ऊपर गिर गया। अभी भी राहुल ने मेरे होठों को नहीं छोड़ा था। थोड़ी देर में मुझे भी मजा सा आने लगा और मैं भी अपने होंठों से राहुल के होठ चूसने लगी। थोड़ी देर में राहल अपना एक हाथ मेरी चूचियों पर रखकर धीरे-धीरे मसलने लगा। मगर राहुल को कपड़े के ऊपर से शायद मजा नहीं आ रहा था। इसलिये राहल मेरे कपड़े उतारने लगा।
मैंने राहुल का हाथ पकड़ लिया- "ये क्या कर रहे हो?"
राहुल- मेरी जान तुम्हें प्यार कर रहा हूँ। आरोही- फिर?
प्रिया- फिर मैंने राहुल से कहा- अच्छा लाइट तो आफ कर लो।
राहुल- "नहीं मुझे तुम्हारे खूबसूरत जिश्म को देखना है." और राहुल ने मेरी कमीज निकल दी।
मैंने लाल रंग की ब्रा पहन रखी थी। राहल ने दोनों हाथों से बा के ऊपर से ही मेरे उभारों को पकड़ लिया।
राहुल- "कितनी ठोस हैं प्रिया तुम्हारी चूचियां.." और फिर राहुल ने ब्रा की स्ट्रैप भी खोल दी।
मैं एकदम टापलेश हो चुकी थी। रोशनी में मेरी चूचियों के निप्पल देखकर राहल से रहा नहीं गया और अपना मुँह मेरी चूचियों से लगाकर किसी बच्चे की तरह चूसने लगा। मेरी तो हालत खराब हो चुकी थी।
आरोही- फिर?
प्निया- मेरे अंदर से अजीब-अजीब सी आवाजें निकलने लगी आह्ह... उईई... स्स्सी... आअहह।
आरोही- फिर?
प्रिया- राहुल यहीं सकने वाला नहीं था। उसका एक हाथ नीचे सरकत्ता जा रहा था। मुझे पता भी ना चला और
राहल ने अपने हाथ से मेरी सलवार का नाड़ा भी खोल दिया।
आरोही ये सब सुनते हुए अजीब सी बेचैनी महसूस करने लगी।
प्रिया- "और अपना हाथ पता है कहां रख दिया था?"
आरोही- कहा?
प्रिया- मेरी चूत पर... जो बुरी तरह गीली हो चुकी थी। राहुल के होंठ मेरी चूचियों को चूस रहे थे और हाथ मेरी गीली चूत सहला रहे थे। फिर राहुल ने मेरी सलवार भी पूरी तरह उतार दी। मैं एकदम नंगी राहुल के सामने लेटी थी। मारे शर्म के मैंने अपनी आँखें बंद कर ली। और पता है फिर राहुल ने क्या किया?
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