RE: Bhai Bahan XXX भाई की जवानी
विशाल- आरोही एक कप चाय बना दोगी?
आरोही- "जी भैया। अभी हाल की सफाई करके बनाती हैं..."
आरोही ने इस बात दुपट्टा नहीं पहना था। झाड़ लगते हए आरोही की चूचियां थोड़ी-थोड़ी दिख रही थीं। मगर विशाल का इस तरफ ध्यान नहीं था। वो तो लैपटाप में नजरें जमाए था। मगर जैसे ही आरोही सोफे के नीचे से झाड़ निकालने के लिए विशाल से पैर ऊपर करने को बोलती है। एकदम से विशाल की नजरें सीधे आरोही के सीने प हैं। उफफ्फ... इतने करीब से विशाल को आरोही की चूचियां अंदर तक दिख जाती हैं। विशाल एकदम से अपनी नजरें हटा लेता है, और आरोही झाड़ लगाकर किचन में चली जाती है। मगर तभी आरोही किचेन से बाहर आती है।
आरोही- विशाल भैया, चाय पत्ती तो खतम हो गई हैं।
विशाल- "अच्छा अभी लाता हैं... और विशाल अपना लैपटाप साफे पर रखकर चाय पत्ती लेने चला जाता है।
आरोही सोफे पर बैठकर विशाल की फेसबुक देखने लगती है। विशाल की दास्त लिस्ट चेक करती है, 100 से ज्यादा दोस्त थे विशाल के और लगभग आधी लड़कियां भी थी। तभी आरोही को याद आता है। प्रिया ने बोला था नेट पर पोर्न सर्च करने को। और प्निया जेट सर्च करती हैं और पार्न टाइप करती हैं। एकदम से पोर्न की बहुत सारी साइट खुलती है। आरोही जैसे ही एक साइड खोलती है, आरोही की आँखें फटी की फटी रह जाती हैं। सामने स्कीन पर बहुत सारी नंगी पिक आ जाती हैं। किसी पिक में लड़की लण्ड को मुँह में लेकर चूस रही थी और किसी में लड़की ने लण्ड चूत में लिया हुआ था।
तभी दरवाजे की बैल बाजती है। आरोही घबराकर लेपटाप बंद कर देती हैं। आरोही की धड़कनें ऐसे चलने लगी, जैसे अभी कई सौ सीदियां चढ़कर आई हो। और आरोही दरवाजा खोल देती है।
विशाल चाय की पत्ती के साथ चिप्स भी आरोही को पकड़ाता है, और कहता है- "आरोही क्या हुआ, इतना क्यों हॉफ रही है?"
आरोही- "वा... भैया.. नहीं ता... मैं ऊपर से भागकर आई थी इसलिए सांस चढ़ गई..." और आरोही किचेन में चली जाती है।
विशाल भी किचन में आरोही के पास आ जाता है- "जल्दी से चाय बना, आज मुझे तेरे साथ लूडो खेलना है.."
आरोही- भैया, आप आज भी हार जाओगें।
विशाल- हाँ हाँ देखते हैं, उस दिन तो मेरी एक गोटी फंस गई थी। आज उस हार का बदला ले लेगा।
आरोही- भैया अगर आज भी हार गये तो?
विशाल तो मैं तुझे जो कहेगी वो खिलाऊँगा।
आरोही चाय दो कप में ट्रे में रखती है, और एक पलेंट में चिप्स- "चलिए भैया हाल में बैठकर चाप पिएंगे..."
विशाल- ओके।
आरोही टेबल पर चाय रखकर लडो लेने ऊपर चली जाती है, और विशाल सोफे पर रखा लैपटाप उठाकर एक तरफ रख देता है और रिमोट उठाकर टीवी चला देता है। मैक्स पर 'आशिक बनाया आपने आ रही थी। तभी आरोही लडो लेकर आ जाती है और विशाल के सामने सोफे पर बैठ जाती है।
आरोही- भैया पहले चाय तो पी लो, नहीं तो ठंडी हो जायेगी।
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