RE: Bhai Bahan XXX भाई की जवानी
अजय- अरें विशाल... आओ आओ कैसे हो?
विशाल- एकदम फस्ट क्लास... तुम मुजाओ?
अजय- अ आरोही तुम ऊपर चली जाओ, प्रिया की हल्दी की धम चल रही है।
आरोही- "अच्छा.. और आरोही भागकर ऊपर चली जाती है।
विशाल- अजय ये सब प्रोग्राम कैसे बन गया?
अजय- प्रिया की शादी का अभी तक किसी को मालूम नहीं है। कहीं आस पड़ोस वालों को पता चल गया तो जाने क्या-क्या बातें बनायेंगे? अपनी इज्जत की खातिर पापा ने में प्रोग्राम बनाया है।
विशाल- चलो यही सही भी है की सौंप भी मर जाये और लाठी भी ना टूटे।
अजय. चल यार अंदर चलते हैं, पहले कुछ खा पी लेते हैं। फिर बैठ कर बातें करेंगे।
विशाल- ठीक है।
अजय और विशाल टहलते हए ऊपर पहुँच जाते हैं। अफफ्फ ऊपर क्या मस्त प्रोग्राम चल रहा था, औरतों का डान्स।
मगर तभी मामी ने दोनों को झाँकतें देख लिया, और विशाल से बालती है- "यहां पर पुरुषों का आना मना है, बाहर निकला..."
अजय. "चल यार यहां से चलते हैं... और बाहर निकलते हए अजय बोलता है- "ये प्रोग्राम तो मैं जरा देखूगा.."
फिर अजय विशाल का हाथ पकड़कर एक स्टोर रूम में ले जाता है। जहां एक छोटी सी खिड़की लगी थी। अजय एक स्टूल पर विशाल को बैठाता है और दोनों अंदर का प्रोग्राम देखने लगते हैं। अंदर एक लड़की 'दीदी तेरा देवर दीवाना' पर डान्स कर रही थी।
विशाल- अजय ये लड़की कौन है?
अजप- हा... अपने पड़ोस की शर्माजी की लड़की है।
विशाल- बहुत अच्छा डान्स करती है।
अजय- हाँ यार मगर किसी का घास नहीं डालती।
विशाल- तूने भी ट्राई किया है क्या?
अजय- हाँ मगर लगता है दाल गालेगी नहीं।
थोड़ी देर बाद एक और लड़की डान्स करने लगती है- "ये गलियां ये चौबरा, यहां आना ना दोबारा..."
विशाल- ये लड़की कौन है।
अजय- सोनिया... प्रिया की दोस्त एक नंबर की चाल। इसी में प्रिया को बिगाड़ा है।
विशाल- तो इसे तू पकड़ ले।
अजय- क्या पकडू इसको? पहले से ही इसके 10-12 बापड हैं।
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