RE: Bhai Bahan XXX भाई की जवानी
विशाल- क्यों परेशान होती है, मैं लगा लेंगा।
आरोही- क्यों भला इसमें परेशानी की क्या बात? जल्दी से पैंट उतारा।
विशाल फिर से अपनी पैंट खोल देता है। और आरोही बेड के ऊपर चढ़कर विशाल की जांघ पर जैसे ही मूब लगाती हैं। विशाल को आरोही के नरम हाथों के स्पर्श से गुदगुदी सी होने लगती है। जैसे ही आरोही के हाथ जाँघ पर टच होते हैं, विशाल की हल्की सी सिसकी निकल जाती है।
विशाल- "आ::... इस्स्स
.. सम्स्सी ... बस्स आरोहीईईई.."
आरोही थोड़ी देर ही मूब से मसाज करती रही। आगही के हाथों के टच से विशाल के लण्ड में हल्का-हल्का तनाब आ गया था। विशाल का बड़ा आराम आने लगा।
विशाल- अब बस कर आरोही।
आरोही को भी विशाल के लण्ड का तनाव दिखने लगा था। आरोही बोली- "भैया लाइट आफ कर दू?"
विशाल- हाँ कर दे।
आरोही लाइट आफ करके विशाल के बराबर में लेट जाती है- "भैया एक बात पछ"
विशाल- हाँ पूछ।
आरोही- भैया लड़कों का पेनिस किस साइज का होता है?
विशाल भी अब तक पूरी तरह उत्तेजित हो चुका था, और आरोही के इस सवाल में लण्ड में एक झटका और आ जाता है। विशाल बोला- "लड़कों का पेनिस 6 से 9 इंच तक तो लंबा होता है, और लगभग दो इंच मोटा होता
आरोही- करया... इतना लंबा और मोटा होता है? फिर लड़की की वेजाइना में कैसे जाता है? वो तो बहुत छोटी होती है।
विशाल- लड़की को वेजाइना में बहुत जगह होती है। प्यार करने से सेक्स की फीलिंग आने से जगह बजती चली जाती है।
आरोही- प्यार करने से? मैं कुछ समझी नहीं।
विशाल- जैसे लड़कों का पेनिस सेक्स की फीलिंग आने से दो इंच से बदकार इंच का हो जाता है। वैसे ही लड़की के साथ भी होता है। लड़की को किस करने और सहलाने से वेजाइना में जगह बन जाती है।
आरोही- भैया ये तो जाद है।
विशाल और आरोही का चेहरा बात करते हुए बहुत करीब आ चुका था। इतना करीब की बस होंठ से होठ टच होने वाले थे। और विशाल भी अपने होश खो चुका था। एकदम से दोनों के हाँठ एक दूसरे से जुड़ जाते हैं।
|