RE: Free Sex Kahani लंड के कारनामे - फॅमिली सागा
अगले दिन ऋतू को स्कूल छोड़ने जाते समय मैंने उससे आगे के लिए बात की, हम सोच रहे थे की जाने से पहले कैसे ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाए जाएँ, हम दोनों ने निष्कर्ष निकाला की हम अपने दोस्तों से बात करेंगे और देखेंगे की क्या हो सकता है.
शाम को मैंने ऋतू को बताया की मैंने सन्नी और विकास से बात कर ली है और वो ऋतू और पूजा को एक साथ नंगा देखने के लिए 2500 देने को तैयार हैं यानी एक शो के पांच हजार रूपए. और साथ ही साथ ये भी कहा है की अगर वो ऋतू की चूत भी चाटना चाहते हैं तो उसके पांच हजार रूपए लगेंगे..उन्होंने पहली बात तो झट से मान ली पर 5000 का नाम सुनकर बोले की ये तो बहुत ज्यादा है, वो फिर कभी कर लेंगे अभी तो सिर्फ दो नंगी लड़कियों को नंगा देखना चाहते हैं.
ऋतू बोली की उसने भी एक-दो लड़कियों से बात की है पर किसी ने अभी तक पक्का नहीं किया है.
इसलिए हमने तय किया की अगले दिन दोपहर को स्कूल से आने के बाद हम ये शो करेंगे, मम्मी पापा के आने से पहले.
ये सब बातें करते -२ हम दोनों काफी उत्तेजित हो चुके थे, मैंने उसकी स्कर्ट को उठाया और उसे डायनिंग टेबल के ऊपर झुकाकर उसकी कच्छी उतार दी और अपना मुंह उसकी रस टपकाती चूत पर टिका दिया, वो मचल पड़ी और उसके मुंह से सिसकारी फुट पड़ी.
आआआआआआआआआआआआआह .म्म्म्मम्म्म्मम्म chhhhhhhhhhhhhhhhhaaaaaaaaaaaaatooooooooo जूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊर सीईईईईईईईईईईईईईईई आआआआआआआआआआआआआआआअह ..
मेरी लम्बी जीभ उसकी चूत कुरेदने में लग गयी, मैंने हाथ ऊपर करके उसकी शर्ट के बटन खोल दिए और और झटके से उसके कंधो से शर्ट के साथ - २ उसकी ब्रा के स्ट्रेप भी उतार दिए, उसके गोरे मुम्मे बाहर उचल पड़े और वो आगे की तरफ झुक कर टेबल पर आधी लेट गयी, टेबल का ठंडा कांच उसके मुम्मो को मसल रहा था और उसके शरीर में सिहरन दौड़ा रहा था, उसकी चूत इतनी गीली हो चुकी थी की मैं सारा रस पी ही नहीं पा रहा था, वो बहकर जांघो से होता हुआ नीचे तक जा रहा था, मैंने उसका रस टांगो के ऊपर रगड़ना शुरू कर दिया उसकी टाँगे रस से भीगकर लसीली हो चुकी थी फिर मैंने अपनी जीभ से उसकी टाँगे चाटना शुरू कर दिया तो वो पागल ही हो गयी, उसे गुदगुदी भी हो रही थी, उसने पलटकर मेरी तरफ मुंह किया और मेरा सर पकड़कर जोर से चीख मरने लगी...
यीईईईईईईईईईईईईई क्याआआआआआआआआआआआ...........कर रहे हूऊऊऊऊऊऊऊओ ........
मैंने टाँगे चाटते हुए उसका पैर उठाकर अपने चेहरे के सामने किया और उसकी पैर की छोटी-२ उँगलियों को अपने मुंह में लेकर चुबलाने लगा, वो उत्तेजना के मारे दोहरी हो गयी और उसने उसी पैर को मेरे सीने पर दबाव देते हुए मुझे नीचे जमीन पर लिटा दिया और उछालकर मेरे मुंह पर बैठ गयी, और दूसरी तरफ झुककर मेरे लंड को आजाद किया और चूसने लगी, मेरे लिए अब सहन करना मुश्किल हो रहा था, मैंने उसे अपनी तरफ घुमाया, वो समझ गयी और अपने होंठ मेरे मुंह में देते हुए अपनी चूत मेरे लंड पर टिका दी, हम दोनों के मुंह से gooonnnnnnnnnnn gooooonnnnnnnn की आवाज निकली और मैंने नीचे से धक्के लगाने शुरू कर दिए, जल्दी ही मैं झड़ने के कगार पर आ गया और मैंने अपना चुम्बन तोडा,,वो फिर पहली जैसे अवस्था में आ गयी और अपनी गीली चूत मेरे मुंह में डालते हुए मेरा रसीला और अपने ही रस में डूबा लंड चूसने और चाटने लगी, मेरे लंड ने जल्दी ही फायरिंग करनी शुरू कर दी.
माआआआआऐन्न्न aaaaaaaaaaaaaaaaayyyyyyyyyyyyyyyyaaaaaaaaaaaa आआआआआआआह ...
और वो सब कुछ निगलती चली गयी, मेरा मुंह भी उसके काम रस से लबालब भर गया और हम गहरी साँसे लेते हुए वोंही आधे नंगे लेटे रहे..
तभी मैंने मम्मी की कार की आवाज सुनी और हमने जल्दी से अपने कपडे समेटे और ऊपर की तरफ भाग लिए, बेल की आवाज सुनकर मैं सिर्फ अपनी शोर्ट्स जल्दी से पहन कर नीचे आया और दरवाजा खोला, मैंने ऊपर कुछ नहीं पहन रखा था, मम्मी ने मेरा गठीला शरीर देखा और बोली ऐसे क्यों घूम रहे हो तो मैंने कहा अपने रूम में एक्सर्साईज़ कर रहा था उन्होंने ऋतू के बारे में पूछा तो मैंने कहा शायद वो अपने रूम में पढाई कर रही है, और फिर भाग कर ऊपर अपने कमरे में आ गया, छेद में से झांककर देखा तो ऋतू कपडे चेंज कर रही थी नीचे जाने के लिए.
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अगली दोपहर मैं, सन्नी और विकास ३ बजे घर आ गए, थोड़ी ही देर में हमने ऋतू और पूजा को भी घर में दाखिल होते देखा, हम पहले ही अपने कमरे में छुप गए थे, और छेद से देख रहे थे, उन दोनों ने आते ही अपने कपडे उतारना शुरू कर दिया और २ मिनट में ही नंगी खड़ी हो गयी. सन्नी और विकास बारी-२ से देख रहे थे की कैसे वो दोनों नंगी होने के बाद फ्रेंच किस कर रही हैं, एक दुसरे के चुचे दबा रहीं हैं, वो दोनों तो पूजा का नशीला शरीर देखकर बिफर ही गए..उन्होंने ऐसी "ब्लैक ब्यूटी" नहीं देखी थी, जिसके दूध इतने बड़े और गांड इतनी चोडी हो और साथ ही बला की खुबसूरत भी हो..ऋतू की चमकती त्वचा के सामने वैसे तो पूजा कुछ भी नहीं थी पर हर किसी का अपना टेस्ट है..
वो दोनों अब 69 की अवस्था में आ चुकी थी और एक दुसरे की रसमलाई चाटने में लगी हुई थी..
"अरे देख यार, कैसे साली ये दोनों एक दुसरे की चूत चाट रही है...भेंन चोद...मेरा मन कर रहा है की दोनों रंडियों को गली में लेजाकर चोदुं और पूरी दुनिया इनकी चुदाई देखे.." सन्नी ने ऋतू को देखते हुए कहा.
मैं अपनी बहन के बारे में ये सब सोचकर गुस्से होने के बजाये ये सब होने के बारे में सोचकर अपने ख्याल बुनने लगा.
मैंने धीरे से सन्नी के कान में कहा "तुम चाहो तो इसकी चूत तुम भी चाट सकते हो" मैंने मौके की नजाकत को समझते हुए गर्म लोहे पर चोट मारी.
"इस बात की क्या गारंटी है की वो तुम्हारी बात मान जाएगी..." सन्नी ने कुछ सोचते हुए कहा
"अगर मैं नहीं कर पाया तो तुम मुझे 5000 रूपए मत देना." मैंने कहा
"और दूसरी वाली के बारे में क्या ख्याल है...क्या वो भी चूसने देगी" अब विकास बोला, उसे काला माल ज्यादा पसंद आ रहा था.
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