RE: Free Sex Kahani लंड के कारनामे - फॅमिली सागा
मैंने अपने चारों तरफ नजर दौड़ाई, इतनी खुली जगह पर चुदाई करनी सही नहीं थी ..मैंने उन्हें इशारे से एक काटेज की ओढ़ में आने को कहा जहाँ पर किसी की नजर हम पर नहीं पड़ सकती थी, वहां पीछे की तरफ नदी बह रही थी,..वहां पहुँचते ही गरिमा किसी भूखी शेरनी की तरह मुझपर टूट पड़ी..ऋतू उसकी उत्सुक्ताता देखकर दंग रह गयी...गरिमा ने मेरे गले में अपनी बाहें डाली और मुझे चूमने लगी, और अपनी चूत को मेरे लंड वाली जगह से रगड़ने लगी, उसके होंठ बड़े नर्म थे, मैंने उसके उभारों पर हाथ रखा तो दंग रह गया उसकी मोटाई देखकर, उसकी उम्र की लड़की के इतने बड़े तरबूज मैंने आज तक नहीं देखे थे , मैंने उसके जेकेट की जिप खोल दी, अन्दर उसने सिर्फ एक ब्रा पहनी हुई थी, जो उन तरबूजों को संभालने के लिए छोटी पड़ रही थी, वो फ्रंट से खुलने वाली ब्रा थी, मैंने उसके हुक खोल दिए, उसके तरबूज किसी पानी भरे गुब्बारे की तरह उछल कर बाकर आकर लटक गए, मैंने उसके चेहरे की तरफ देखा, वो पूरी तरह वासना में डूबी हुई थी, ऋतू जो पीछे खड़ी हुई थी, उसने अपने कपडे उतारने शुरू कर दिए, मैंने गरिमा की जींस के बटन खोले और उसे खींच कर नीचे कर दिया, जेकेट और ब्रा भी उतार कर नीचे पटक दी, अब वो पूरी तरह से नंगी हमारे सामने खड़ी हुई थी, वो एक भरे हुए शरीर की मालकिन थी, उसकी फूली हुई चूत देखकर कोई भी बता सकता था की हरामजादी काफी लंड निगल चुकी है, उसका पेट बिलकुल सपाट था और गांड काफी उभरी हुई और मोटी थी.
वो झट से जमीन पर बैठ गयी और मेरी जींस के बटन खोलकर एक झटके से उसे नीचे उतार दिया, मेरा खड़ा हुआ लंड उसके चेहरे से जा टकराया, उसकी सांप जैसी जीभ बाहर निकली और उसने मेरा नाग अपने मुंह में भर लिया और उसे बड़ी तेजी से चूसने लगी, एक हाथ से वो मेरे टट्टे सहला रही थी, फिर उसने अपना बड़ा सा मुंह पूरा खोला और मेरी दोनों गोलियां भी अपने मुंह में भरकर चूसने लगी, बड़ा मजा आ रहा था, ऋतू भी आगे आई और हम दोनों के बीच से होती हुई गरिमा की चूत की तरफ मुंह किया और उसे चाटने लगी, गरिमा की लम्बी सिसकारी निकल गयी..आआआआआआआआआआह्ह्ह ... पर उसने मेरा लंड चुसना नहीं छोड़ा..गरिमा अब लगभग ऋतू के चेहरे पर अपनी चूत का पिटारा खोले बैठी थी और मेरा लंड और टट्टे चूस रही थी, मैं अपनी आँखें बंद किये इस चुस्वाई के मजे ले रहा था..
गरिमा काफी गरम थी इसलिए ऋतू ने जब उसे चुसना शुरू किया तो उसकी चूत का बाँध टूट गया और उसका रस पर्वाह तेजी से बाहर आकर उसके चेहरे पर पड़ा..आआआआआआआआअह आआआआआअह आहा हा आहा अ हः.....उसकी साँसे मानो अटक ही गयी....वो मेरा लंड पकडे हुए नीचे लेट गयी...उसकी टांगो ने जवाब दे दिया था...ऋतू बड़ी तेजी से उसकी चूत का पानी चाट रही थी, मैंने भी झुक कर अपनी दोनों टाँगे उसके दोनों तरफ करके उसके मोटे चुचे पर बैठ गया, क्या मुलायम एहसास था, मैंने अपना पूरा भार उसपर नहीं डाला, उसने मेरा लंड चुसना चालू रखा, उसकी चूत चाटने के बाद ऋतू आगे आई और मेरे सामने आकर खड़ी हो गयी.
उसने आते ही मेरे सर को बड़ी बेदर्दी से पकड़ा और अपनी चूत पर दे मारा, मैंने उसकी चूत का पानी पीना शुरू कर दिया, नीचे लेती गरिमा अपने एक हाथ से अपनी चूत को भी सहला रही थी और फिर से गर्म होने लगी थी...ऋतू ने एकदम से मेरा मुंह पीछे किया और मैं समझ गया की वो झड़ने वाली है...पर मेरा अंदाजा गलत निकला, अगले ही पल उसकी चूत में से एक लम्बी पेशाब की धार मेरे मुंह से आकर टकराई, मैं सकते में आ गया, आजतक ऋतू ने ऐसा नहीं किया था, पर शायद काफी देर से उसने रोक रखा था और अब उससे सेहन नहीं हुआ और उसके पेशाब की धार सीधे मेरे मुंह से टकराती हुई नीचे लेटी हुई गरिमा के ऊपर जा गिरी, उसने मेरा लंड अपने मुंह से निकाल दिया और ऊपर से आती बारिश को अपने मुंह में समेटने में लग गयी, उसे शायद ऋतू का पेशाब मेरे लंड से भी ज्यादा टेस्टी लगा था, इसलिए उसने अपने हाथ ऊपर करके ऋतू को नीचे खींचा और अपने मुंह पर बिठा लिया और बाकी का बचा हुआ ड्रिंक सीधे वहीँ से पीने लगी, मैं पीछे हुआ और अपना लंड हाथ में पकड़कर गरिमा की चूत पर जा टिकाया.
उसने अपने दोनों चुतड ऊपर उठा दिए और बोली...दाआआआआआआआआल्लो प्लीईईईईईईईईस .......मैंने देरी करना उचित नहीं समझा और मैंने एक झटका दिया और मेरा लंड उसकी वेलवेट जैसी चूत के अन्दर तक समाता चला गया....
आआआआआआआआआआआआह्ह अह आआआआआआआआआआआआआआआआह्ह्ह्ह ...
वो हम दोनों भाई बहन के नीचे पड़ी मचल उठी...उसकी गांड बड़ी गद्देदार थी...मैंने नीचे हाथ करके उसकी गांड के छेद को टटोला..गरिमा की गांड का छेद भी काफी गरम था, मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल लिया....उसने ऋतू की चूत को चुसना छोड़ दोय और बोली "ये क्याआअ......." पर अगले ही पल मैंने उसकी गांड के छेद पर लंड टिकाया और धक्का देकर उसे अन्दर कर दिया....अयीईईईईईईईईईईई ..... मर्र्र्रर्र्र्रर गयीईईईईईईईईईईई........वो लगभग चिल्ला उठी, उसकी गांड का छेद काफी टाईट था, मैंने उसे धक्के देने शुरू किये,,वो अब घांस पर अपनी कोहनियों के बल आधी लेटी हुई थी, उसके मोटे-२ चुचे बुरी तरह हिल रहे थे....हर झटके से उसके मुंह से एक आह निकल रही थी...ऋतू साइड में लेटी हुई अपनी चूत रगड़ रही थी...मैंने उसका अकेलापन देखा तो मैंने गरिमा को कुतिया वाले स्टाइल में आने को कहा. वो झट से उलट कर अपनी गांड हवा में उठा कर लेट गयी और इस तरह से उसका मुंह अब नीचे लेटी हुई ऋतू की चूत पर था...उसने अपना एक हाथ पीछे किया और मेरे लंड को पकड़कर अपनी गांड के छेद पर टिका दिया और पीछे की तरफ झटका मारकर फिर से मेरा लंड अपनी गांड में फंसा लिया..मैं उसकी कुशलता देखकर हैरान रह गया..
मैं उसकी कमर पर आधा लेट गया और आगे झूलते हुए उसके तरबूजों को दबा दबाकर पीछे से झटके मारने लगा....
नीचे से ऋतू की चूत चुस्वाई हो रही थी और पीछे से गरिमा की गांड मरवाई..
दोनों की सिस्कारियां गूंज रही थी..आआआआआआअह अह अ हा हा हा हा हा हा......आआआआआआअह म्म्म्मम्म्म्मम्म अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह ......ऋतू बड़े जोर से अपनी चूत उठा उठा कर गरिमा के मुंह में ठूस रही थी...
गरिमा के निप्पल काफी बड़े थे, उसके चूचो की तरह ही,,,मैंने पीछे से उन्हें अपनी उँगलियों में भरा और जोर से मसल डाला....
आआआआआआआआआआआआआआआह्ह कुत्ते ..............मार डाला.......आआआआआआअह्ह मेरे टट्टे उसकी चूत को ठोकर मार रहे थे, जिसकी वजह से उसकी चूत की गर्मी भी बाहर निकल रही थी....जल्दी ही ऋतू ने झड़ना शुरू कर दिया....उसकी मलाई को गरिमा ने अपनी लम्बी जीभ से चाट चाटकर साफ़ कर दिया...मैंने अपने धक्कों की स्पीड बड़ा दी और जल्दी ही गरिमा के साथ-साथ मेरी सिस्कारियां भी गूंजने लगी...और हम दोनों ने एक साथ झड़ना शुरू कर दिया..
आआआआआआआआआआआअह्ह आआआआआआआ ह्ह्ह अ हाहा अ हा ह .....म्म्मम्म्म्मम्म ....मैं तो गया...और मैंने अपना गाड़ा रस उसकी मोटी गांड में उडेलना शुरू कर दिया...अपनी गांड में मेरे वीर्य की गर्मी पाकर उसका भी ओर्गास्म हो गया और वो भी हांफती हुई झड़ने लगी..आआआआआआअह्ह्ह म्म्मम्म्म्मम्म मैं भी गयी......
मैंने अपना लंड उसकी गांड से बाहर निकाला तो वो झट से आगे होकर ऋतू के मुंह के ऊपर गयी और अपनी गांड से टपकते हुए मेरे रस को उसके मुंह में भरने लगी...मैं भी खड़ा हुआ और अपना लंड ले कर उसके मुंह के पास जाकर खड़ा हो गया साफ़ करवाने के लिए...
थोड़ी देर लेटने के बाद हम तीनो ने पीछे बहती हुई नदी में जाकर ठन्डे पानी से नहाया और अपने कपडे पहन कर वापिस चल पड़े.
गरिमा को दोबारा मिलने का वादा किया और उसने भी दुगने जोश से फिर से चुदने की इच्छा जताई और वो भी वापिस अपने कॉटेज में चली गयी..
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