RE: Free Sex Kahani लंड के कारनामे - फॅमिली सागा
मैं कमरे में गया और कुर्सी पर बैठ अपना कंप्यूटर चला कर बैठ गया. वो सफाई करने लगी.
तभी मेरे दिमाग में एक आईडिया आया. मैंने जल्दी से एक पोर्न साईट खोली और फोटो वाले सेक्शन में जाकर वहां पर एक थ्रेड ओपन करी, जिसमे नयी नवेली दुल्हन और उनके हनीमून की पिक्चर थी..मैंने तिरछी निगाहों से सोनी की तरफ देखा, वो मुझे ही देख रही थी. मैंने एक एक करके फोटो देखनी शुरू की..उसमे लड़की ब्रा और पेंटी पहन कर समुन्दर में नहा रही थी, अलग अलग पोज़ में वो अपने जलवे दिखा रही थी, मुझे मालुम था की जल्दी ही अगले पेज पर वो नंगी भी दिखाई देगी..मैंने फिर से सोनी की तरफ देखा, वो हाथ में झाड़ू पकड़ कर एकटक कंप्यूटर स्क्रीन को घूर रही थी,
मैंने उससे पूछा "क्या हुआ...?"
वो बोली "वो...वो बाबु...तुम ये किसकी फोटो देख रहे हो...कौन है ये.." !!
मैं उसकी मासूमियत देखकर मुस्कुरा दिया और बोला "ये कौन है, मुझे नहीं पता, ये तो लोग अपने मजे के लिए इन्टरनेट पर डाल देते हैं...
मैं तो वही देख रहा हूँ " और फिर मैंने उसे इन्टरनेट के बारे में काफी कुछ बताया, वो हैरानी से सब सुनती रही और अंत में बोली "हे भगवान्....ऐसा भी होता है क्या..."
वो बोल भी रही थी और अपनी आँखों से स्क्रीन पर देख भी रही थी..
मैंने अगला पेज देखा उसमे अब वो लड़की बिना ब्रा के बेड पर लेती थी और अपने हाथों से अपने मुम्मे छुपा कर हंस रही थी, मेरे साथ -२ उसकी जिज्ञासा भी बढ़ रही थी, मेंने आगे देखा तो उसकी आँखे बंद थी और दोनों हाथ फेला कर आधी नंगी, मस्त मुम्मे, दुनिया को दिखाते हुए, लेटी थी,
मेरा तो लंड टाईट हो गया उसका पोज़ देखकर, मैंने अगली फोटो देखी तो उसमे उसके पति के लंड को चुस्ती हुई वो ऊपर की तरफ देख रही थी.
मेरे पीछे से गहरी सांस की आवाज आई , मैंने मूड कर देखा तो पाया की सोनी तो उस फोटो को देखकर अपने सुध बुध खो बैठी थी, उसके हाथ से झाड़ू छूटकर नीचे गिर गया उसकी आँखों में लाल डोरे तैर गए, उसकी नजर मुझसे मिली , मैं उठा और उसे अपनी सीट पर बिठा दिया और उसके पीछे खड़ा होकर माउस से उसे आगे की फोटो दिखाने लगा.
मेरा एक हाथ उसके बांये कंधे पर था और दूसरा माउस पर, उसके गर्म गाल मेरे गालों से टच हो रहे थे, और उसकी धोंकनी जैसी साँसे मुझे साफ़ महसूस हो रही थी, मैंने सोचा भी नहीं था की पहले ही दिन वो मेरे जाल में फंसती चली जायेगी, उसने आज तक इस बारे में सोचा भी नहीं था, इन्टरनेट क्या होता है, उसे मालुम भी नहीं था,
पर आज जब मैं उसे नयी -२ बाते बता रहा था तो उसकी जिज्ञासा बढती चली जा रही थी, वो कुछ अपनी तरफ से बोल नहीं रही थी, पर मना भी नहीं कर रही थी, मैंने उसके कानो में धीरे से कहा "तुम्हे ये सब देखने में अच्छा लग रहा है क्या..."??
वो कुछ ना बोली और देखती रही, मैंने उसे वो सारी फोटो दिखाई, जिसमे लड़की ने बाद में अपनी पेंटी भी उतार दी थी और उसकी चूत का क्लोज अप देखकर मेरे मुंह में भी पानी आ गया, मैंने सोनी से फिर पूछा "क्या ऐसी होती है...लड़कियों की...चूत..."
"हाय...राम....कैसी गन्दी बातें करते हो तुम बाबु....आप ये सब देखते हैं...आपको नहीं पता क्या..." उसकी आवाज लडखडा रही थी.
"मैंने आज तक इतनी सुन्दर चूत नहीं देखी...कोई दिखाता ही नहीं तो क्या करूँ...इसलिए...इन्टरनेट पर ही देखनी पड़ती है..." मैं उसे बोतल में उतार रहा था. जहाँ मैं खड़ा हुआ था , वहां से उसके मुम्मों के बीच की सुरंग साफ़ दिखाई दे रही थी,
एक बार मन तो हुआ की अभी दबोच कर उन्हें मसल दूं, गरम तो हो ही चुकी है ये साली, पर फिर सोचा की अपने आप जब कहेगी तब ही पकडूँगा....अभी तो बस मजे लेने दो.
मैंने अगली थ्रेड देखी, जहाँ अंग्रेजी जोड़े सेक्स करते हुए दिखाए गए थे, जिन्हें देखकर वो चोंक गयी...और धीरे से बोली "बाबु...ये सब असली के हैं क्या इनके...."
उसका इशारा पोर्न स्टार के लंड की तरफ था...उसने शायद आज तक कोई लंड नहीं देखा था या छोटे ही देखे थे...मैंने उससे पूछा "ये सब असली है...इसलिए तो ये अंग्रेजी फिल्मो के हीरो होते हैं....इनके लंड ही इनकी पहचान होते हैं वहां की फिल्मो में..." वो मेरी बात सुनकर मुस्कुरा दी
"मैं नहीं मानती..." वो ठुनक कर बोली
"तुमने कभी किसी का लंड देखा है क्या ?" मैंने उसके कानो के पास जाकर उसके पसीने की खुशबु लेते हुए पूछा.
"एक दो बार....वो गली में पेशाब करते हुए देखा था किसी का...पर वो इतने बड़े नहीं थे..." उसे भी अब मजा आने लगा था इन बातों में. बीच बीच में मैं फोटोज़ भी चेंज कर रहा था, जिसमे तरह -२ से लड़कियां लंड को चूस भी रही थी और अपनी साफ़ सुथरी सी चूत में ले भी रही थी.
"तुम्हे मालुम है....लंड जितना बड़ा होता है...लड़की को उतना ही मजा आता है..." मैंने ये कहते हुए अपनी जीभ निकाल कर उसके कान से टच कर दी.
उसके मुंह से सिसकारी सी निकल गयी...वो बोली "मुझ...मुझे...क्या पता.....
माँ कहती थी...की ये सब बाते शादी के बाद अच्छी लगती हैं...इसलिए...मैंने कभी इन बातों पर ध्यान ही नहीं दिया..." वो कांप सी रही थी.
"लेने को कोन कह रहा है....देख तो सकती हो न...." ये कहते हुए मैं घूमकर उसके सामने आया , मेरा लंड जींस को फाड़कर बाहर आने को तैयार था.मैंने उसे अपने हाथों से रगडा.और उसकी आँखों में देखा.
उसकी छाती तेजी से ऊपर नीचे हो रही थी...आगे का सोचकर..
मैंने उसका हाथ पकड़कर अपने लंड के ऊपर रख दिया...अब तो जैसे उसकी साँसे ही रुक गयी.. पर उसने अपना हाथ नहीं हटाया वहां से..मैंने धीरे से अपनी पेंट की जिप खोली और अपना फनफनाता हुआ लंड बाहर निकाल कर उसकी आँखों के आगे परोस दिया..
उसकी आँखें फटी की फटी रह गयी, इतने करीब से, पहली बार, और वो भी इतना मोटा और लम्बा लंड देख रही थी वो... उसने मेरी तरफ देखा ,
मैं बोला "अब बताओ...लम्बे लंड होते हैं या नहीं...."
वो एक नजर स्क्रीन पर और एक नजर मेरे लंड की तरफ देख रही थी, जैसे तुलना कर रही हो...की किसका ज्यादा लम्बा/मोटा/सुन्दर है..मैंने फोटो आगे करी जिसमे लड़की उस लम्बे से लंड को चूस रही थी..मैंने लंड आगे करके उसके होंठों की तरफ बढाया.
वो समझ गयी, उसने आँखें बंद की और उसके होंठ अपने आप खुलते चले गए..
तभी नीचे से ऊपर आती उसकी बहन अनीता की आवाज आई "दीदी sssssssssssss......ओ दीदी.........कहाँ हो तुम...."??
मैंने जल्दी से लंड को अन्दर धकेला और कंप्यूटर की स्क्रीन बंद कर दी, वो भी झटके से उठी और झाड़ू पकड़ कर सफाई करने लगी.
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