RE: Hindi Sex Stories याराना
मैं समय निकालने के लिए उस वक्त तृप्ति को चूमने लगा, मैंने उससे सामान्य फोरप्ले ही किया। लेकिन ध्यान तो वही था कि अगर विजय और प्रिया भी हमारा इंतजार कर रहे होंगे तो आज की रात व्यर्थ चली जाएगी। कुछ देर बाद मेरे मन में एक आईडिया आया, मैंने प्रिया को नाइटी पहनने के लिए कहा। उसने आनाकानी की कि अब तो वैसे भी खोलने का ही टाइम है।
मैंने कहा- प्लीज बेबी, माहौल बनाओ। मेरी प्यारी पत्नी ने बात मानी और नाइटी पहनने के लिए बाथरूम चली गई।
मैंने जल्दी से सारा माजरा रणविजय को मेसेज कर दिया और उसको प्रिया को साथ लेकर मेरे कमरे में आने को कहा। तब तक मेरी सेक्सी रानी नाइटी पहन कर बिस्तर पर आ गई।
कुछ देर तक भी विजय और प्रिया नहीं आए तो मेरा दिल टूटने लगा। मैं तृप्ति के साथ सेक्स की तैयारी करने लगा। सोचा कि मन में ही प्रिया को रखकर तृप्ति से सेक्स कर लूंगा। मैं तृप्ति को देर तक जोरसे चूमते हुए उसे गर्म करने लगा। इतने में घंटी बजी, तृप्ति को यह घंटी अच्छी नहीं लगी मगर मेरे फड़फड़ाते लिंग की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। किसी तरह अपने खड़े लिंग को सम्हालते हुए दरवाजा खोला। तृप्ति ने भी खुद को इतना सामान्य कर लिया जैसे हम कुछ कर ही नहीं रहे थे। पता नहीं, विजय ने कैसे प्रिया को रात में हमारे कमरे में आने के लिए मनाया लेकिन वे दोनों हमारे कमरे में थे। अब तो रात जोरदार होनी ही थी।
आते ही प्रिया बोली- सॉरी यार, हमने डिस्टर्ब तो नहीं किया?
तृप्ति- नहीं यार, हम लोग थोड़ी देर पहले तुम लोगों के बारे में ही बात कर रहे थे।
प्रिया- देखो ना यार, विजय ने कल के गेम के मजे को याद दिला दिलाकर मुझे यहाँ आने को मजबूर कर दिया। वह मान ही नहीं रहा था।
विजय- तो क्या हुआ यार प्रिया? देखो ना तृप्ति ने भी तो कहा कि वह लोग हमारे बारे में बातें कर रहे थे। इतना पास हैं तो दूर दूर रहकर याद क्या करना। इसलिए साथ में याद करना और यादों में जो बातें हो रही थीं वो शेयर करना बेहतर है।
मैंने सही मौका देखकर दाँव चल दिया- हम तो कुछ नहीं यार, क्या डिस्कस कर रहे थे कि प्रिया का कितना सेक्सी फिगर है, विजय को कितना मजा आता होगा। और तृप्ति कह रही थी कि कितना मजा होता होगा जब सिक्स पैक वाला विजय प्रिया की बाहों में होता होगा और प्रिया के साथ...
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