RE: Hindi Sex Stories याराना
विक्रम- तो भैया अब ज्यादा इंतजार नहीं होगा। जल्दी से जल्दी तृप्ति भाभी को यहां बुलाइए।
राजवीर- लेकिन तृप्ति को अभी हमारे इस प्लान के बारे में कुछ नहीं पता है। जब वह जानेगी तो हैरान हो जाएगी और पता नहीं क्या प्रतिक्रिया देगी। मुझे इसके बारे में कोई अंदाजा नहीं है। मेरे दिमाग में एक विचार आया है कि हमें किस प्रकार इस अदला-बदली की शुरुआत करनी है।
उपासना- वाह! आज तो मेरे सपने पूरे हो गए। मैं राजवीर भैया के उन विचारों का हिस्सा बनने जा रही हूं जो काफी मजेदार होते थे। तो बताइए कैसे बकरा बनाना है तृप्ति भाभी को?
राजवीर- अभी काफी रात हो गई है, तृप्ति भी सो गई होगी और हमें भी सो जाना चाहिए। सुबह जब मैं तृप्ति से फोन पर बात करूंगा तब इस बात का अनुमान लगाना कि हम क्या करने जा रहे हैं। सच बताता हूं यह काफी मजेदार होगा।
विक्रम- ओ भैया! आपके करामाती दिमाग की नई कारस्तानी देखने के लिए मैं बहुत व्याकुल हूं। इतना कहकर विक्रम खुशी-खुशी, जोर-जोर से यह गीत गाने लगा- यारा तेरी यारी को मैंने तो जहां माना, याद करेगी दुनिया तेरा मेरा याराना ... ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे, छोड़ेंगे दम मगर यह साथ ना छोड़ेंगे।
अगली सुबह हम नाश्ते की मेज पर तीनों मिले। तीनों के चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कुराहट थी। इधर उपासना और विक्रम दोनों जानना चाहते थे कि अदला-बदली संपन्न करने के लिए मेरे दिमाग में क्या चल रहा है?
मैंने दोनों के सामने ही तृप्ति को फोन लगाया, तृप्ति ने फोन उठाया। इधर मैंने अपना फोन स्पीकर पर लगा दिया, और बात करने लगा।
उधर तृप्ति को पता नहीं था कि हम दोनों की बातें विक्रम और उपासना भी सुन रहे हैं।
मैं- हैलो जान, कैसी हो?
तृप्ति- मैं ठीक हूं, आप कैसे हो राज, यहां भेजने के बाद आप तो मुझे भूल ही गए।
मैं- ऐसा कैसे हो सकता है कि मैं तुम्हें भूल जाऊं तृप्ति। अपने भाई श्लोक के पास तो तुम गई हो और वहां पर शायद थ्रीसम चुदाई का आनंद भी ले रही हो। मैं तो यहां अकेला हूं।
तृप्ति- जोर से हंसते हुए- हाहाहा ... तुम्हें इतनी जलन हो रही है तो तुम भी आ जाओ राज। थ्रीसम क्या हम फोरसम कर लेंगे!
मैं- हां, विचार तो यही है, लेकिन सीमा और श्लोक के साथ नहीं। कल तुम्हारा जन्मदिन है, और मैंने तुम्हारे लिए यहां एक सरप्राइज़ रखा है। तुम्हें सब कुछ छोड़-छाड़ कर आज ही जयपुर आना है।
तृप्ति- अरे यार, आज एकदम से क्या हो गया? यहां श्लोक और सीमा ने भी मेरे लिए पार्टी रखी है। वे भी मेरे जन्मदिन की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे एकदम से कैसे आ जाऊं?
मैं- ऐसे एकदम से इसलिए आ जाओ क्योंकि मैं तुम्हारा पति हूं। तुम्हारे जन्मदिन को मनाने का पहला अधिकार मेरा है। पहले मेरा मन इस तरह का कार्यक्रम करने का नहीं था, लेकिन अब मेरे दिमाग में एक विचार आया है जिससे कि मैं तुम्हारा यह जन्मदिन सबसे ज्यादा यादगार बना दूंगा, इसलिए तुम्हें आज आना ही होगा।
तृप्ति- ऐसा क्या यादगार देने वाले हो प्रिय राज? जरा हमें भी तो बताइए।
मैं- तो सुनो, मैं तुम्हें वही देने जा रहा हूं जो हम दोनों को अपने जीवन में सबसे ज्यादा लजीज है।
तृप्ति- और वो क्या?
मैं- पति बदल कर चुदाई।
तृप्ति आश्चर्यचकित होते हुए- ओ गॉड और वह किसके साथ? सीमा और श्लोक तो यहां हैं, तो फिर तुम मुझे वहां क्यों बुला रहे हो?
मैं- सीमा और श्लोक के साथ तो तुम थ्रीसम चुदाई कर ही रही हो, उसमें क्या सरप्राइज़ है। मेरे पास यहाँ तुम्हारे लिए यहां एक नया जोड़ा है।
तृप्ति- क्या? कौन सा नया जोड़ा?
मैं- सुनो मेरी बात। रात में मैंने एक नए जोड़े का इंतजाम किया है जिसके साथ मिलकर हम अदला-बदली की चुदाई करके तुम्हारा जन्मदिन मनाएंगे।
तृप्ति- अच्छा तो कहीं तुमने रणवीर और प्रिया को तो नहीं बुला लिया?
मैं- नहीं यार, मैंने कहा न जोड़ा नया है। जिसके साथ हमने पहले कभी चुदाई नहीं की है।
तृप्ति- यार किसको बुला लिया आपने राज? वह भी अपने घर पर! कल को यह बात दूसरे लोगों को पता चली तो कहीं दिक्कत तो नहीं हो जाएगी? आप मुझे बताइए पहले कि वह कौन है? पता नहीं कोई अनजान जोड़ा हमारी इज्जत के लिए खतरा न बन जाए।
मैं- क्या यार जानू, तुम्हें मुझ पर इतना भी भरोसा नहीं? सारी चिंताएं अपने दिमाग से निकाल दो और केवल मजे पर ध्यान दो कि आज रात जब तुम्हारा जन्मदिन शुरू हो तब हम किसी नए जोड़े के साथ बीवियां और पति बदलकर चुदाई कर रहे होंगे। क्या तुम्हारे लिए उत्तेजना की बात नहीं है?
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