RE: hot Sex Kahani वर्दी वाला गुण्डा
“ठहरिए योर ऑनर … ठहरिए!” अदालत कक्ष में दाखिल होता देशराज दीवानावार चीखा—“असलम की हत्या सलमा ने नहीं, दयाचन्द ने की है—हालांकि मुजरिम सलमा भी है, परन्तु उसे असलम की हत्यारी बनाने का गुनाह मैंने किया है—मैंने। एक पुलिस इंस्पेक्टर ने, एक थानेदार ने … और ऐसे गुनाह मेरे जैसे थानेदार इसलिए करते हैं क्योंकि थानेदारों को जरूरत से ज्यादा शक्तियां दे दी गई हैं।”
सब दंग रह गए।
न्यायाधीश से श्रोता तक!
पांडुराम, दयाचन्द और सलमा तो भौंचक्के थे।
कक्ष में खलबली मच गई।
“आॅर्डर … आॅर्डर!” न्यायाधीश ने शांति बहाल करने के बाद कहा—“आपको जो कहना है, विटनेस बॉक्स में आकर कहिए।”
देशराज विटनेस बॉक्स की तरफ झपटा, जुनून में फंसा अभी कुछ कहना ही चाहता था कि न्यायाधीश ने पूछा—“यह केस डायरी आप ही ने तैयार की है?”
“यस सर!”
“उसके बावजूद आप कह रहे हैं हत्या सलमा ने नहीं, दयाचन्द ने की है?”
“हकीकत यही है योर ऑनर!”
“तो फिर डायरी में सलमा को हत्यारी क्यों ठहराया?”
“ब्लैक स्टार के इशारे पर।” देशराज दांत भींचकर कह उठा।
“ब-ब्लैक स्टार?” ये शब्द संपूर्ण अदालत कक्ष में गूंज गए और गूंजते भी क्यों नहीं—यह शब्द न्यायाधीश से लेकर कक्ष की अंतिम सीट पर बैठे शख्स तक के होंठों से हैरतअंगेज बुदबुदाहट के साथ फूटे थे—ऐसा नजारा प्रस्तुत हो गया जैसे भेड़ों के झुंड में भेड़िए का नाम ले लिया गया हो।
कक्ष में सन्नाटा छा गया।
सनसनीखेज सन्नाटा।
हर चेहरे पर आतंक, खौफ और भय की छाया मंडराती नजर आ रही थी।
वह देशराज ही था जिसने लम्बे होते सन्नाटे के गाल पर झन्नाटेदार चांटा रसीद किया—“मैं अभी अदालत से पूछ रहा हूं मी लॉर्ड—क्या इस राज्य में कोई ऐसा है जो ब्लैक स्टार के हुक्म की अवहेलना कर सके?”
सन्नाटा कुछ और पैदा हो गया।
“मैं दावे के साथ कह सकता हूं योर ऑनर, अगर ब्लैक स्टार खुद आपको यह हुक्म दे कि सारे सबूत इंस्पेक्टर देशराज के खिलाफ होने के बावजूद देशराज को बाइज्जत बरी किया जाना है तो आपको भी उसकी अवहेलना करने से पहले हजार बार सोचना पड़ेगा।”
सन्नाटा यथावत् छाया रहा।
“और ऐसा इसलिए है मी लार्ड कि जिस राज्य सरकार का मैं मुलालिम हूं, वह सरकार खुद ब्लैक स्टार की गुलाम है—इस राज्य के वास्तविक चीफ मिनिस्टर मिस्टर चन्द्रचूड़ नहीं, बल्कि ब्लैक स्टार है—‘स्टार फोर्स’ इतनी शक्तिशाली हो गई है कि उसके इशारे के बगैर राज्य में पत्ता तक नहीं खड़क सकता और राज्य ही क्यों, खुद देश की सरकार तक कोशिश करने के बावजूद ‘स्टार फोर्स’ का सफाया न कर सकी—हमारे पड़ोस में एक छोटा-सा देश है ‘श्रीगंगा’ —‘स्टार फोर्स’ का मुख्यालय श्रीगंगा में है—वहां यह फोर्स अपने लिए एक अलग मुल्क की मांग कर रही है—मुझे यह कहने में कतई संकोच नहीं कि ‘श्रीगंगा’ की मिलिट्री ‘स्टार फोर्स’ के सामने बहुत बौनी है—स्टार फोर्स से निपटने के लिए ‘श्रीगंगा’ ने हमारे देश से सैनिक सहायता मांगी और दोस्ती की खातिर हमने अपनी सेना वहां उतार दी—जबरदस्त कोशिश और अपने सैंकड़ों जवान गंवाने के बावजूद हमारे मुल्क की सेना भी ‘श्रीगंगा’ से स्टार फोर्स को समूल नष्ट न कर सकी—सैनिक कार्यवाही का परिणाम यह निकला कि स्टार फोर्स के मरजीवड़ों ने ‘श्रीगंगा’ से भागकर हमारे राज्य में शरण ली क्योंकि मूलतः वे उसी जाति के हैं जिस जाति की हमारे राज्य में बहुतायत है—शरणार्थियों की आड़ में अब उसी स्टार फोर्स के मरजीवड़े हमारे राज्य में सक्रिय हैं—सब जानते हैं सर कि उनका मुख्यालय उस थाना क्षेत्र में स्थित है जहां का इंचार्ज मैं हूं, मगर मजाल है कि राज्य सरकार उसके मुख्यालय पर हाथ डाल सके—ऐसी फोर्स के मुखिया के हुक्म की अवहेलना भला एक अदना-सा थानाध्यक्ष कैसे कर सकता था?”
“यह झूठ है योर ऑनर।” एकाएक दयाचन्द चीख पड़ा—“यह शख्स इस केस के दरम्यान ब्लैक स्टार का नाम घसीट कर व्यर्थ की सनसनी फैलाना चाहता है—हकीकत केवल इतनी है कि इंस्पेक्टर देशराज एक भ्रष्ट पुलिसिया है—असलम की हत्या के जुर्म में इसने पहले गोविन्दा को गिरफ्तार किया—थाने में गोविन्दा की बीवी को बुलाकर उसका सर्वस्व लूटने की कीमत पर, गोविन्दा के स्थान पर सलमा के खिलाफ केस डायरी तैयार की—और अब न जाने किससे क्या लेकर मुझे हत्यारा साबित करना चाहता है।”
देशराज गुर्राया—“तू अदालत को यह बताना भूल गया दयाचन्द कि गोविन्दा को मैंने तुझसे एक लाख रुपये लेकर फंसाया था?”
दयाचन्द सकपका गया।
उसने स्वप्न में भी कल्पना न की थी कि देशराज स्वयं अपनी करतूत का भंडाफोड़ कर देगा—वह बेचारा क्या जानता था कि इंस्पेक्टर देशराज इस वक्त किस मनःस्थिति में है—वह तो तब जाना जब एक बार शुरू हुआ देशराज सांस लेने के लिए तभी रुका जब उससे एक लाख रुपया लेने से लेकर अपने पिता की मौत तक का वृत्तांत अदालत को बता चुका।
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