RE: Kamukta Story प्यास बुझाई नौकर से
रूबी- तुम्हें क्यों लगता है की वो औरतें अपने पति से खुश नहीं है?
रामू- अरे रूबी जी, इसमें ना समझी वाली तो बात ही नहीं है। मुझसे मिलने का कारण उनका सिर्फ और सिर्फ संभोग करने का ही होता है। अगर समाज का डर ना हो तो वो सब मेरे साथ रहने लग जाएं।
रूबी- ऐसी बात नहीं होती राम्। औरत तो अपने पति से हमेशा खुश होती है। चाहे उसे चरमसुख मिले या नहीं।
राम- यह सब फजूल की बातें हैं। असल जिंदगी में औरत को एक तगड़ा लण्ड चाहिए होता है, और कुछ नहीं। आप जितना भी पैसा दे दो या कुछ भी। दे दो, पर जो सुख औरत को एक तगड़े लण्ड से मिलता है वो किसी और इस दुनियांवी चीज में नहीं मिल सकता।
रूबी- तुम तो बड़ी-बड़ी बातें कर लेते हो, जैसी कोई ज्ञानी हो।
रामू- सच में रूबी जी। आप बताओ आप क्यों मुझसे प्रेम करती हो? आपके के पास पैसा है, दुनियां की तमाम सहूलियतें है। फिर भी आप मुझसे क्यों प्रेम करने लगी हो?
रूबी- पता नहीं राम्। शायद दिल पे जोर नहीं चलता।
रामू- रूबी जी आप अपने जिश्म की भूख को शांत करने के लिए तड़प रही हैं। आपके पति आपके पास नहीं हैं। जिससे आप अपनी अंदर की आग को ठंडा नहीं कर पाती। यह तो कुदरत का नियम है जिसके कारण आप मेरी तरफ आकर्षित हुई, और प्रेम करने लगी।
रूबी चुपचाप उसकी बातें सुनती रहती है। शायद रामू ठीक ही तो कह रहा था। वो मर्द से मिलन करने के लिए ही तो रामू की तरफ आकर्षित हुई थी, और अपना दिल दे बैठी थी।
रामू- रूबी जी एक बात बोलूँ?
रूबी- हाँ।
राम- अपने कल बताया था की आपके पति लण्ड 5 इंच का है।
रूबी हिचकचती हुई- “हाँ....
रामू- तो इसका मतलब आपकी चूत मेरे लण्ड के लिए काफी टाइट होगी। क्या मैं कल आपकी चूत के दीदार कर सकता हूँ?
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